ये फैक्टर आपके टर्म इंश्योरेंस के प्रीमियम को करते हैं प्रभावित

आपके टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित करते हैं. इसलिए कोई भी पॉलिसी को सिलेक्ट करने से पहले इन फैक्टर को समझना जरूरी है.

  • Team Money9
  • Updated Date - September 28, 2021, 09:26 IST
Bad Financial Habit:

टर्म इंश्योरेंस (Term insurance) हमारे देश में सबसे ज्यादा बिकने वाले इंश्योरेंस प्रोडक्ट में से एक है. यह भविष्य की अप्रिय घटनाओं को कवर करने और आपके परिवार को आर्थिक रूप से सुरक्षित करने में मदद करता है. कोविड-19 महामारी के बीच टर्म इंश्योरेंस (Term insurance) की मांग काफी बढ़ रही है. यह सबसे अफोर्डेबल इंश्योरेंस कवर है क्योंकि इसमें कोई इन्वेस्टमेंट एलिमेंट नहीं जुड़ा होता है. यदि पॉलिसी होल्डर पॉलिसी अवधि के दौरान जीवित रहता है, तो मैच्योरिटी पर कुछ भी रिटर्न नहीं मिलता है. इनका प्रीमियम एंडोमेंट पॉलिसियों की तुलना में कम होता है. ऐसे कई फैक्टर हैं जो आपके टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम को प्रभावित करते हैं. इसलिए कोई भी पॉलिसी को सिलेक्ट करने से पहले इन फैक्टर को समझना जरूरी है.

उम्र

यह सबसे इंपोर्टेंट फैक्टर में से एक है जो टर्म इंश्योरेंस के प्रीमियम रेट को प्रभावित करता है. यंग पॉलिसी होल्डर कम प्रीमियम का भुगतान करते हैं. टर्म इंश्योरेंस पर उम्र का प्रभाव क्यों पड़ता है इसके कई कारण हैं.

स्मोकिंग की आदत

यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो टर्म इंश्योरेंस की प्रीमियम दरें धूम्रपान की गंभीरता के आधार पर 50% तक बढ़ सकती हैं. इसलिए, पॉलिसी खरीदते समय अपनी धूम्रपान की आदतों का खुलासा करना हमेशा अच्छा होता है क्योंकि बाद में किसी भी खुलासे से इंश्योरेंस कंपनियों द्वारा क्लेम को रिजेक्ट किया जा सकता है.

जेंडर

यह फैक्टर मोर्टेलिटी (मृत्यु दर) से संबंधित है. आंकड़ों के अनुसार, सामान्य तौर पर महिलाओं की उम्र पुरुषों की तुलना में अधिक होती है. इसलिए, कई लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां महिला इंश्योरेंस खरीदारों को कम प्रीमियम रेट ऑफर करती हैं.

मेडिकल हिस्ट्री

यह एक और मेजर फैक्टर है जो टर्म इंश्योरेंस के प्रीमियम रेट को प्रभावित करता है. पॉलिसी जारी करने से पहले इंश्योरर आपकी मेडिकल जांच और आपके हेल्थ रिकॉर्ड को चेक करते हैं. यदि पॉलिसी होल्डर की मेडिकल हिस्ट्री हार्ट डिजीज या कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के बारे में बताती है, तो यह इंश्योरेंस के प्रीमियम को बढ़ा देगा.

पॉलिसी टाइप

यदि कोई व्यक्ति ज्वाइंट टर्म इंश्योरेंस प्लान चुनता है, तो उसे इंडिविजुअल टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी की तुलना में अधिक प्रीमियम का भुगतान करना होगा. साथ ही, लॉन्ग टर्म इंश्योरेंस प्लान की तुलना में शॉर्ट टर्म इंश्योरेंस प्लान ज्यादा महंगा होता है.

ऑक्यूपेशन (व्यवसाय)

कुछ ऑक्यूपेशन को इंश्योरेंस कंपनी द्वारा रिस्की माना जाता है. इसलिए, ऐसे किसी भी ऑक्यूपेशन में काम करने वाले व्यक्ति को सुरक्षित वातावरण में काम करने वाले लोगों की तुलना में अधिक प्रीमियम भरना पड़ता है. अंत में टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी फाइनेंशियल प्लानिंग का एक अनिवार्य हिस्सा है. आपके न होने पर ये आपके परिवार को सुरक्षा देता है इसलिए इसे अपने पोर्टफोलियो का हिस्सा बनाएं.

Published - September 28, 2021, 09:26 IST