टर्म इंश्योरेंस या एंडोवमेंट पॉलिसी? जानें आपके लिए कौन सा ऑप्शन है बेहतर

Term Insurance Or Endowment Policy: एक व्यक्ति को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए दोनों ही प्लान की आवश्यकता होती है.

LIC Jeevan Umang:

 पॉलिसी को किसी भी समय सरेंडर किया जा सकता है बशर्ते प्रीमियम का भुगतान पूरे तीन वर्षों के लिए किया गया हो. पॉलिसी सरेंडर करने पर, पॉलिसीधारक को सरेंडर वैल्यू गारंटीड सरेंडर वैल्यू और स्पेशल सरेंडर वैल्यू के बराबर मिलेगा. 

 पॉलिसी को किसी भी समय सरेंडर किया जा सकता है बशर्ते प्रीमियम का भुगतान पूरे तीन वर्षों के लिए किया गया हो. पॉलिसी सरेंडर करने पर, पॉलिसीधारक को सरेंडर वैल्यू गारंटीड सरेंडर वैल्यू और स्पेशल सरेंडर वैल्यू के बराबर मिलेगा. 

Term Insurance Or Endowment Policy: इंश्‍योरेंस लेते वक्‍त अक्‍सर लोग टर्म और एंडोवमेंट प्लान के बीच कंफ्यूज हो जाते हैं. जबकि दोनों में कुछ बेसिक डिफरेंस हैं. आज Money9 आपको बताने जा रहा है इन दोनों के बीच के अंतर के बारे में.

बेसिक डिफरेंस

टर्म इंश्योरेंस एक प्रकार का इंश्योरेंस है जहां बीमाकर्ता के लिए केवल टर्मिनल बेनिफिट यानी डेथ बेनिफिट उपलब्ध है. इसके कोई और बेनिफिट नहीं हैं.

दूसरी ओर एंडोवमेंट पॉलिसी के कई बेनिफिट हैं. यह प्लान की अवधि के दौरान लाइफ इंश्योरेंस के साथ-साथ सेविंग या इन्वेस्टमेंट ऑप्शन भी देता है.

उदाहरण के लिए, यदि कोई व्यक्ति टर्म इंश्योरेंस खरीदता है, तो लगभग 1.5 करोड़ रुपये के डेथ कवरेज के लिए उसे 25 साल तक प्रति वर्ष लगभग 16,000 रुपये का प्रीमियम देना होगा.

यदि इंश्योरेंस पीरियड में उस व्यक्ति की मौत हो जाती है, तो नॉमिनी को 1.5 करोड़ रुपये मिलेंगे. सब कुछ ठीक रहता है, तो बीमित व्यक्ति या उसके नॉमिनी को 25 साल बाद कुछ भी नहीं मिलेगा.

निर्धारित समय अवधि के बाद, बीमाकर्ता को या तो एक नया प्लान खरीदना होता है या इसे पूरी तरह से भूल जाना होता है.

एंडोवमेंट पॉलिसी

दूसरी ओर, यदि कोई व्यक्ति एंडोमेंट पॉलिसी का विकल्प चुनता है, तो उसे निर्धारित अवधि के बाद वापस भुगतान किया जाएगा या पॉलिसी मैच्योर हो जाने के बाद एकमुश्त राशि दी जाएगी.

इसके अतिरिक्त, यदि ग्राहक की अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी को डेथ बेनिफिट भी मिलेगा.

जेब पर भार

क्योंकि टर्म इंश्योरेंस प्लान कोई रिटर्न नहीं देता है और केवल जोखिम कवर प्रदान करता है, यह कम खर्चीला है. दूसरी ओर, एंडोमेंट प्लान में लॉयल्टी एडिशन के साथ मैच्योरिटी बेनिफिट भी मिलता है. ये एडिशनल फीचर एंडोमेंट प्लान को महंगा बनाते हैं.

पेआउट ऑप्शन

टर्म इंश्योरेंस में, पॉलिसी अवधि के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु पर नॉमिनी को एकमुश्त या समान किस्तों या दोनों के संयोजन में बीमा राशि प्राप्त होती है.

पॉलिसीधारक के पास अपनी पारिवारिक जरूरतों के आधार पर भुगतान विकल्प को चुनने का ऑप्शन होता है.

एक एंडोमेंट प्लान में, भुगतान या तो पॉलिसीधारक की मृत्यु पर, पॉलिसी टर्म के दौरान या मेच्योरिटी बेनिफिट के रूप में, पॉलिसी टर्म के पूरा होने पर या उपरोक्त सभी विकल्पों के रूप होता है.

एक्सपर्ट्स की राय

एक्सपर्ट्स का मानना है कि एक व्यक्ति को अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए दोनों ही प्लान की आवश्यकता होती है.

“टर्म इंश्योरेंस एक प्योर रिस्क कवर प्रोडक्ट है, जो हर उस व्यक्ति के लिए जरूरी है जिसकी इनकम पर दूसरे लोग निर्भर हैं. दूसरी ओर, एंडोमेंट प्लान इंश्योरेंस और इन्वेस्टमेंट का कॉम्बिनेशन हैं.

इसके जरिए आपको एक लाइफ कवर और इन्वेस्टमेंट कंपोनेंट मिलेगा, ”अरविंद अग्रवाल, इनकम टैक्स प्रोफेशनल & CFA
यह किसी व्यक्ति के इन्वेस्टमेंट पैटर्न और रिस्क फैक्टर पर निर्भर करता है, लेकिन भविष्य को सुरक्षित करने के लिए दोनों प्रकार के इंश्योरेंस प्लान जरूरी हैं.

Published - July 7, 2021, 06:53 IST