बुढ़ापे का सहारा बन सकता है Health Insurance, खरीदने से पहले इन बातों का जरूर रखें ध्यान

हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले ही जान लें कि कंपनी मौजूद बीमारी को कवर करेगी या नहीं.

INSURANCE, FIVE MISTAKES, HEALTH INSURANCE, COMPARISON BETWEEN POLICIES, CLAIM, MEDICAL COVERAGE, बेहतर ऑफर हासिल करने के लिए अलग-अलग हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों की तरफ से दिए जाने वाले ऑफरों की तुलना जरूर करनी चाहिए.

Health Insurance: उम्र बढ़ने के साथ आपको अधिक मेडिकल केयर की जरूरत पड़ती है. अपनी जरूरत के हिसाब से हेल्थ प्लान लेना आपके लिए जरुरी है. दरअसल किसी युवा के मुकाबले बुजुर्ग का स्वास्थ्य बीमा कराना थोड़ा मुश्किल है. लेकिन इन दिनों कई बीमा कंपनियां विशेष रूप से वरिष्ठ नागरिकों के लिए डिज़ाइन की गई स्वास्थ्य बीमा योजनाएं देती हैं. लेकिन इसको लेने से पहले आपको कुछ चीजे ध्यान में लेनी चाहिए.

मेडिकल हिस्ट्री

वरिष्ठों के लिए बेहतर स्वास्थ्य बीमा चुनने के समय आपको उनके मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी जानकारी रखनी चाहिए. यह एप्लीकेशन प्रोसेस में आपकी मदद करेगा.

अन्य प्लान की तुलना

बाजार में कई सारे हेल्थ इंश्योरेंस प्लान हैं. किसी भी प्लान को लेने से पहले अन्य बीमा कंपनियों की ओर से दी जा रही अलग-अलग सुविधा की तुलना कर लें. और फिर तय करें कि आपकी जरूरत के हिसाब से कौन सा प्लान आपके लिए ठीक है.

एप्लीकेशन

कोई भी स्कीम लेने के समय आपको प्रपोजल फॉर्म भरना होगा. आप कोशिश करें कि फॉर्म भरते वक़्त कोई भी जानकारी गलत न जाए.

मेडिकल जांच

एक बार जब आप फॉर्म भर चुके होते हैं, तो इंटरव्यू और फिर मेडिकल चेक-अप किया जाएगा कि फॉर्म में दी गई सभी जानकारी पूरी तरह सही है. सुनिश्चित करें कि आप इस प्रक्रिया के दौरान कोई भी गलती न करें.

सेकंड ओपिनियन

यदि आप चेक-अप से संतुष्ट नहीं हैं या आपको कुछ संदेह है, तो आप हमेशा कहीं और चेक-अप करवा कर दूसरी राय ले सकते हैं.

गंभीर बीमारी की कवर सूची को ध्यान से पढ़ें

क्लेम के खारिज होने से बचने के लिए दस्तावेजों और गंभीर बीमारी की कवर सूची को ध्यान से पढ़ें. कुछ बीमारियों के मामले में क्लेम की राशि पॉलिसी में तय सम अश्योर्ड राशि से परे अपेक्षाकृत कम होती है.

मौजूदा बीमारी के वेटिंग पीरियड का रखें ध्यान

हेल्थ इंश्योरेंस लेने से पहले ही जान लें कि कंपनी मौजूद बीमारी को कवर करेगी या नहीं. कुछ बीमा कंपनियां पहले से मौजूद बीमारी को कवर करती हैं और कुछ नहीं. वेटिंग पीरियड 24 महीने से 48 महीने तक का हो सकता है. इसलिए वही योजना चुनें जो कम वेटिंग पीरियड में आपकी मौजूदा बीमारी कवर करती हैं.

को-पेमेंट क्लॉज

सामान्य शब्दों में, को-पेमेंट एक पूर्वनिर्धारित राशि है, जिसे बीमाधारक दावे के समय भुगतान करने का वादा करता है. चूंकि उनमें से अधिकांश के पास नियमित आय नहीं है, इसलिए बड़ी दावा राशि का भुगतान करना आसान नहीं है. इसलिए आप वहीं योजना चुनें जो आपको पहले से मौजूद और अन्य क्लेम पर कम फीसदी भुगतान करने का ऑफर देती हो.

मार्केट में उपलब्ध पॉलिसी

बजाज एलियांज – सिल्वर हेल्थ प्लान, स्टार हेल्थ – सीनियर सिटीजन रेड कार्पेट हेल्थ इंश्योरेंस प्लान, न्यू इंडिया सीनियर सिटीजन मेडिक्लेम पॉलिसी, नेशनल इंश्योरेंस – वरिष्ठ मेडिक्लेम पॉलिसी फॉर सीनियर सिटीजंस, यूनाइटेड इंडिया – सीनियर सिटीजन मेडिक्लेम पॉलिसी, अपोलो म्यूनिख हेल्थ इंश्योरेंस – ऑप्टिमा सीनियर, केयर सीनियर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान, टाटा एआईजी मेडिसीनियर, आदित्य बिड़ला एक्टिव केयर आदि कुछ सबसे लोकप्रिय सीनियर सिटीजन हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों में शामिल हैं.

Published - July 24, 2021, 04:18 IST