SBI Life: एसबीआई लाइफ(SBI Life) ने ‘ईशील्ड नेक्स्ट'(‘eShield Next’) नाम की एक टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी लॉन्च की है जो बदलती जरूरतों के मुताबिक प्लान में बदलाव का विकल्प देती है. टर्म प्लान बीमाधारक को जिंदगी में होने वाले बदलाव जैसे शादी, मां-बाप बनना या नया घर खरीदने जैसे बदलावों पर बीमे की रकम को बढ़ाने का विकल्प देता है. इसी तरह, पॉलिसी घटती बढ़ती मंहगाई के मुताबिक सम एश्योर्ड(sum assured) को भी बढ़ाने का विकल्प देती है. ये पॉलिसी न केवल बीमे की रकम के मामले में बल्कि मृत्यु के बाद मिलने वाले फायदे में भी मनचाहा बदलाव ऑफर करती है. ये एक रेगुलर टर्म प्लान की तरह होगा जहां पॉलिसी के पूरे समय के दौरान बीमे की रकम एक जैसी रहती है.
जैसे-जैसे मंहगाई समय के साथ बढ़ती जाती है, इस विकल्प के तहत बीमा कवर भी अपने आप बढ़ता जाता है. यहां हर 5वें साल के आखिर में बीमे की रकम में 10% हर साल के हिसाब से बढ़ोत्तरी होती है.
ये रकम बीमे की रकम के 100% तक की भी बढ़ सकती है. मान लें कि 35 साल की उम्र का आदमी 30 साल के लिए 1 करोड़ रुपये के बेसिक कवर के साथ पॉलिसी खरीदता है.
अब अगर पॉलिसी के 14वें साल में उसकी मृत्यु हो जाती है, तो मृत्यु पर देय बीमे की रकम 1.2 करोड़ रुपये होगी (1 करोड़ + 2, 10 लाख की बढ़ोत्तरी के चलते).
हालांकि, यह बढ़ोत्तरी 71 साल की उम्र होने के बाद लागू नहीं होगी. पॉलिसी की शुरुआत में ही प्रीमियम तय हो जाता है और ये पॉलिसी की पूरे समय में एक जैसे रहता है.
जिंदगी में आने वाले बदलावों के साथ, हर बार एक नया बीमा कवर खरीदना संभव नहीं. माने लें कि जब आपकी शादी होती है या आपके बच्चे होते हैं तो आपकी जिमेमदारियां बढ़ जाती हैं जिसके लिए आपको अपनी बीमे की रकम भी बढ़ानी पड़ती है. पॉलिसी के इस नये डिजाइन से ये सुनिश्चित किया जाता है कि आपकी जरूरतों के मुताबिक आपको सुरक्षा कवर मिलता रहे.
सबसे बड़े फायदों में से एक ये है कि बिना किसी मेडिकल अंडरराइटिंग(medical underwriting) के आपको बढ़ी हुई बीमे की रकम मिल जाती है.
मान लें कि एक 30 साल का आदमी 1 करोड़ रुपये के बेसिक बीमा कवर के साथ 20 साल के लिए इस ऑपशन को चुनता है. अब अगर किसी की शादी 2 साल बाद हो जाती है, तो वो बढ़ती जिम्मेदारियों के मुताबिक ज्यादा बीमे की रकम का विकल्प चुन सकता है.
सम एश्योर्ड बढ़ाने के आवेदन और उसकी स्वीकृति के बाद, सम एश्योर्ड को 50% बढ़ाकर 1.5 करोड़ रुपये कर दिया जाएगा. इसी तरह बच्चा होने पर सम एश्योर्ड को 1.75 करोड़ रुपये बढ़ाने का आवेदन किया जा सकता है.
अब न केवल सम एश्योर्ड के मामले में, बल्कि ये पॉलिसी डेथ बेनेफिट्स पर भी कस्टमाइजेशन ऑफर करती है. या तो आप एकमुश्त रकम लेना चुन सकते हैं या फिर 5 महीने की अवधि के लिए हर साल किश्तों में भुगतान ले सकते हैं.
यहां एकमुश्त और मासिक विकल्प दोनों लेने का विकल्प भी है, जहां डेथ बेनेफिट का 50% एकमुश्त के तौर पर मिलेगा और बाकी का 50%, 5 सालों तक मासिक किश्त के तौर पर मिलेगा.
इस विकल्प के तहत अगर पॉलिसी के दौरान बीमित व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है, तो पॉलिसी के बचे हुए समय के लिए पति/पत्नी का अपने आप ही बीमा माना जाता है.
बीमित व्यक्ति द्वारा चुने गए प्लान ऑप्शन को किनारे कर, सम एश्योर्ड एक लेवल कवर ही होगा. इसके अलावा जीवनसाथी का जीवन बीमा, बीमित व्यक्ति की मृत्यु की तारीख से ही शुरू हो जाता है.
ये विकल्प एक और फायदा भी देता है, जैसे पति या पत्नी की मृत्यु पर या लाइलाज बीमारी के पता चलने पर, मैच्योरिटी डेट से पहले, पॉलिसी 25 लाख रुपये की एकमुश्त रकम का भुगतान करती है, भले ही बीमित व्यक्ति द्वारा चुने गए डेथ बेनेफिट पेयमेंट की तरीका कुछ भी रहा हो. बीमित व्यक्ति की मृत्यु के बाद, पॉलिसी में भविष्य में कोई प्रीमियम देय नहीं होगा.
धूम्रपान न करने वाले 30 साल के आदमी के लिए 1 करोड़ रुपये का लेवल कवर 11,595 रुपये में मौजूद है. कवर बेनेफिट्स बढ़ाने के लिए प्रीमियम दर 13964 रुपये होगी और भविष्य के प्रूफिंग बेनेफिट्स(proofing benefit) के साथ लेवल कवर के लिए प्रीमियम दर 11595 रुपये होगी. आप अपनी जरूरतों के आधार पर अपने कवर को चुन और कस्टमाइज करा सकते हैं.
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