लैप्स हुई इंश्योरेंस पॉलिसी को फिर शुरू करें या नई पॉलिसी लें? जानें किस में होगा फायदा

इंश्योरेंस पॉलिसी लैप्स तभी मानी जाती है जब पॉलिसी होल्डर तय अवधि में प्रीमियम न भरें. कंपनी द्वारा तय शर्तों को पूरा कर पॉलिसी फिर शुरू कर सकते हैं

  • Team Money9
  • Updated Date - September 2, 2021, 04:15 IST
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जीवन तरुण योजना एक नॉन-लिंक्ड, प्रॉफिट शेयर करने वाली सीमित प्रीमियम भुगतान पॉलिसी है

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सिद्धार्थ गुप्ता (बदला हुआ नाम), उम्र 40 साल, अपनी लैप्स टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को फिर से शुरू करना चाहते हैं. उन्होंने दो साल अपनी पॉलिसी को जारी रखा और बाद में प्रीमियम भरना बंद कर दिया. मैंने दो साल पहले पॉलिसी का प्रीमियम भरना बंद कर दिया, जिसके कारण मेरी पॉलिसी लैप्स हो गई है. हालांकि, मुझे दूसरी लहर के बाद टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी का महत्व समझ आया है. मुझे ये जानना है कि क्या मैं पुरानी पॉलिसी जो लैप्स हुई है वो फिर से शुरू कर सकता हैं. क्या उसके लिए मुझे ज्यादा प्रीमियम भरना होगा?

सिद्धार्थ जैसे कई और लोग हैं जिनकी पॉलिसी किसी न किसी वजह से लैप्स हो गई है. एक पॉलिसी को लैप्स तभी माना जाता है जब पॉलिसी होल्डर अपने निर्धारित समय यानी तय महीने या दी गई अवधि के दौरान अपना प्रीमियम ना भरे.अच्छी बात यह है कि आपकी पॉलिसी एक निर्धारित समय तक रद्द नहीं होती है. आप अपनी पॉलिसी इंश्योरेंस कंपनी द्वारा निर्धारित की गई कुछ शर्तों को पूरा करके फिर से शुरू कर सकते हैं.

पुरानी टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी को कैसे करें शुरू

पुरानी इंश्योरेंस पॉलिसी जो लैप्स हुई हो उसको फिर से शुरू किया जा सकता है. आपको सिर्फ बचे हुए प्रीमियम के साथ ब्याज और चिकित्सा लागत का भुगतान करना होगा. PolicyX.com के संस्थापक और CEO नवल गोयल ने कहा कि ” इंश्योरेंस कंपनी के नियमानुसार बचे हुए प्रीमियम के साथ पेनल्टी का भुगतान करके आप अपनी पॉलिसी फिर शुरू कर सकते हैं. इंश्योरेंस कंपनी प्रीमियम पर कुछ ब्याज लगाती हैं, साथ ही कई इंश्योरेंस कंपनियां पॉलिसी होल्डर को नए सिरे से मेडिकल टेस्ट से गुजरने के लिए कहती है. हालांकि इसके लिए भी शुल्क लेती हैं लेकिन यह इंश्योरेंस कंपनी पर निर्भर करता है.

अधिकांश इंश्योरेंस कंपनियां पॉलिसी होल्डर की उम्र और स्वास्थ्य की स्थिति के अनुसार जरूरत पड़ने पर नए मेडिकल टेस्ट की मांग करती हैं. पॉलिसी होल्डर को कंपनी के नियमों के अनुसार इसे भरना जरूरी होता हैं. गोयल ने ये भी कहा, फाइन और ब्याज 12% -18% के बीच हो सकता है, लेकिन यह काफी हद तक कंपनी के नियम और पेडिंग प्रीमियम अमाउंट पर निर्भर है.

नया प्लान खरीदें लें या पुराने को शुरू करें

पुराने प्लान को ही शुरू करना बेहतर ऑप्शन हैं, इससे आपको मिलने वाले लाभ में कोई बदलाव नहीं होगा. साथ ही, आप खुद को नए पेपरवर्क और नए मेडिकल टेस्ट की परेशानी से भी बचा पाएंगे. वहीं यदि पॉलिसी होल्डर की उम्र ज्यादा हो और उस पर अन्य परिवारों की जिम्मेदारी हो तो नई पॉलिसी शुरू करना बेहतर विकल्प नहीं हैं.

गोयल ने आगे कहा, पुराने प्लान को शुरू करना हमेशा ही फायदेमंद होता है क्योंकि आप पहले से ही कई साल प्रीमियम का भुगतान कर रहे थे. यदि पॉलिसी लैप्स हो जाती है तो पॉलिसी होल्डर इसके कई लाभों से वंचित हो जाएगा. इसके अलावा, नई पॉलिसी के लिए फिर से नया पेपरवर्क, रजिस्ट्रेशन, मेडिकल टेस्ट और अन्य शर्तों की भी जरूरत होगी. नई पॉलिसी का प्रीमियम भी बढ़ती उम्र और बिगड़ते स्वास्थ्य से प्रभावित करेगा, इसलिए मौजूदा पॉलिसी को शुरू करने की सलाह दी जाती है.

Published - September 2, 2021, 03:54 IST