हर किसी के लिए बेहद जरूरी है पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस, जानिए खास बातें

पर्सनल एक्सीडेंट कवर पॉलिसी का एक प्रकार है, जो आपको आकस्मिक विकलांगता या मृत्यु के कारण होने वाल वित्तीय नुकसान से उबरने में मदद करता है.

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पिछले महीने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मोटर दुर्घटना पीड़ितों के कैशलेस उपचार की योजना को लागू करने के लिए एक खाका तैयार किया है.

पिछले महीने सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने मोटर दुर्घटना पीड़ितों के कैशलेस उपचार की योजना को लागू करने के लिए एक खाका तैयार किया है.

पर्सनल एक्सीडेंट कवर (Personal accident insurance) पॉलिसी का एक प्रकार है, जो आपको आकस्मिक विकलांगता या मृत्यु के कारण होने वाल वित्तीय नुकसान से उबरने में मदद करता है. अगर दुर्घटना के कारण आपके शरीर का कोई अंग ना रहे, तो ऐसे में पॉलिसी आपके परिवार को एकमुश्त राशि प्रदान करती है, जिससे विकलांगता के कारण आए वित्तीय संकट से निपटा जा सकता है. पर्सनल एक्सीडेंट कवर लेते समय यह ध्यान रखना चाहिए कि एक्सीडेंट कवर में सभी चीजें शामिल नहीं होती है. ऐसे में पॉलिसी लेते वक्त अच्छे से जान लें कि आपकी पॉलिसी में क्या-क्या शामिल हैं और ऐसा क्या है जो इस पॉलिसी में कवर नहीं होता. आइए व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी के बारे में विस्तार से जानते हैं.

पर्सनल एक्सीडेंट कवर क्या है?

एक्सीडेंट में व्यक्ति की मौत होने पर उस व्यक्ति के परिवार को इंश्योरेंस (insurance) कंपनी द्वारा कंपनसेशन का पूरा पैसा दिया जाता है. आमतौर पर दो तरह की एक्सीडेंट पॉलिसी होती है – इंडिविजुअल और ग्रुप एक्सीडेंट पॉलिसी. इंडिविजुअल एक्सीडेंट कवर (accident cover) में एक्सीडेंट से मृत्यु होना, आंशिक विकलांगता या स्थायी विकलांगता, एक्सीडेंटल डिसमेंबरमेंट, मेडिकल एक्सपेंस, कम से कम 24 घंटे भर्ती रहने पर हॉस्पिटल का खर्चा, बच्चे की पढ़ाई के लिए सहायता, लाइफ सपोर्ट बेनिफिट, जलना, हड्डी टूटना और डेली अलाउंस शामिल होता है. जबकि, ग्रुप एक्सीडेंट कवर ऑफिस की कंपनी द्वारा उसके कर्मचारियों के लिए कराया जाता है. हालांकि, ये सिर्फ बेसिक प्लान होते हैं और इंडिविजुअल प्लान के मुकाबले काफी कम सुविधाएं मिलती हैं.

स्थायी विकलांगता

विकलांगता की इस श्रेणी में वह स्थिति आती है, जिसमें व्यक्ति को गंभीर चोट आती है और शरीर के किसी एक महत्वपूर्ण अंग की लंबे समय के लिए व पूर्ण हानि हो जाती है. इसमें पूर्ण अंधापन, दोनों हाथों को खो देना, दोनों टांगों को खो देना, आवाज का चला जाना, मानसिक स्थिति को खो देना, आमतौर पर, पॉलिसी स्थायी पूर्ण विकलांगता की स्थिति में बीमा राशि का 100 फीसद भुगतान करती है.

पर्सनल एक्सीडेंट में क्या शामिल नहीं है

आत्महत्या, खुद से चोट लगना, नेचुरल डेथ, पहले से शरीर में मौजूद किसी तरह की अपंगता, प्रेग्नेंसी, बच्चे का पैदा होना, नॉन-एलोपैथिक ट्रीटमेंट, मानसिक बीमारी – इन सभी चीजों को पर्सनल एक्सीडेंट कवर में शामिल नहीं किया जाता है. इसके अलावा क्रिमिनल मामले या वॉर में शामिल होना, नेवी, मिलिट्री फोर्स या एयर फोर्स के संबंधित चीजों को भी पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाता है. एडवेंचर स्पोर्ट जैसे स्काईडाइविंग, पहाड़ चढ़ना, हैंग ग्लाइडिंग, बंजी जंपिंग, स्कूबा डाइंविंग जैसी चीजों को पर्सनल एक्सीडेंट इंश्योरेंस पॉलिसी में शामिल नहीं किया जाता है. हालांकि, कई कंपनियां एडवेंचर स्पोर्ट्स का इंश्योरेंस कवर देती है.

क्या हैं इसके फायदे

ये पॉलिसी सस्ती होती हैं. इसमें आंशिक स्थाई विकलांगता, अस्थाई पूर्ण विकलांगता और एक्सीडेंटल मेडिकल खर्चे शामिल होते हैं. 10 लाख रुपये के कवर का प्रीमियम 1500 रुपये से 3000 रुपये के बीच में होता है. साथ ही ध्यान रखें कि यह आवेदक के व्यवसाय पर मुख्य रुप से निर्भर करता है.

आपको कितना कवर लेना चाहिए

एक्सपर्ट्स का मानना है कि आपको ऐसा एक कवर लेना चाहिए, जो आपके वार्षिक वेतन का 15-20 गुना हो. आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपका परिवार हर स्थिति में आराम से रह सके.

Published - July 22, 2021, 04:42 IST