Motor Insurance: कई फैक्टर्स मोटर इंश्योरेंस (Motor Insurance) पॉलिसी की कॉस्ट को तय करते हैं. इनमें आपकी गाड़ी, उसका मॉडल, उसकी इंजन कैपेसिटी और उसके लिए बीमा कवर के टाइप जैसी चीजें शामिल होती हैं. जहां कुछ लोगों को ये दरें ठीक लग सकती हैं, वहीं कई लोगों को ये महंगी लग सकती हैं. ऐसे में कई लोगों के मन में ये सवाल होता है कि वे किस तरह से अपनी गाड़ी का इंश्योरेंस (Motor Insurance) प्रीमियम कम कर सकते हैं.
प्रीमियम कम करने का सबसे आम तरीका है इंश्योर्ड डिक्लेयर्ड वैल्यू या IDV को कम करना. लेकिन, एक्सपर्ट्स का कहना है कि यह सही तरीका नहीं है क्योंकि यह आपके क्लेम अमाउंट को प्रभावित करता है. खासतौर पर अगर गाड़ी पूरी तरह से डैमेज हो गई तो इसमें आपको नुकसान होता है.
अपनी गाड़ी के इंश्योरेंस (Motor Insurance) के प्रीमियम को कम करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैंः
NCB का पूरा उपयोग करें
यदि क्लेम अमाउंट बहुत कम है तो कुछ मामलों में क्लेम नहीं लेना सही होगा, वरना आप अपने नो-क्लेम बोनस या (NCB) से वंचित रह जाएंगे. इसलिए पॉलिसी रिन्यूअल के वक्त क्लेम अमाउंट और NCB की तुलना करने के बाद ही क्लेम करें ताकि आपको फायदा मिल सके.
हर साल क्लेम न करने पर आपको NCB के रूप में ओन-डैमेज प्रीमियम पर छूट मिलती है. इस डिस्काउंट रेट की अधिकतम सीमा 50% है. मिसाल के लिए, पहले वर्ष में आपको 20% की छूट मिलती है, दूसरे वर्ष में 25%, तीसरे वर्ष में 35%, चौथे वर्ष में 45% और पांचवें वर्ष में यह 50% तक पहुंच जाती है.
‘पे ऐज यू ड्राइव’ पॉलिसीज
ये पॉलिसीज उन लोगों के लिए हैं जो ज्यादा यात्रा नहीं करते हैं, खासकर उनके लिए जो घर से काम करते हैं या उनका घर और ऑफिस पास में है. इस फीचर का इस्तेमाल 30% तक की छूट प्राप्त करने के लिए किया जा सकता है इसमें ड्राइवर के ड्राइविंग स्किल को भी ट्रैक किया जाता है. चली हुई कार के इंश्योरेंस (Motor Insurance) के लिए प्रीमियम रेट इंश्योर्ड कार द्वारा अब तक चली गई दूरी पर निर्भर करता है.
एंटी-थेफ्ट डिवाइस पर छूट
अगर आपकी कार में एंटी-थेफ्ट डिवाइस के साथ ही GPS सिस्टम, गियर के लिए सेफ्टी लॉक लगा हो तो बीमा कंपनियां आपको प्रीमियम में डिस्काउंट देती हैं.
प्रपोजल फॉर्म भरते समय, आपको अपनी इंश्योरेंस कंपनी को इन इंस्टॉलेशन के बारे में जानकारी देनी होती है. इसके अलावा, इन एंटी-थेफ्ट इंस्ट्रूमेंट्स को ऑटोमोटिव रिसर्च एसोसिएशन ऑफ इंडिया द्वारा मंजूरी मिली होनी चाहिए.
IDV और डिडक्टिबल्स को बदलना
आप अपनी पॉलिसी की लागत को कम करने के डिडक्टिबल अमांउट को बढ़ा सकते हैं, जिसे वॉलेंटरी एक्सेस के तौर पर भी जाना जाता है. लेकिन याद रखिए कि क्लेम करते समय डिडक्टिबल अमाउंट आपको अपनी जेब से भरना होगा.
अपनी पॉलिसी को लैप्स न होने दें
यदि आपकी पॉलिसी लैप्स हो जाती है, तो आप अब तक कलेक्ट किए गए NCB डिस्काउंट से हाथ धो बैठेंगे. इसलिए हमेशा अपनी पॉलिसी (Motor Insurance) को समय पर रिन्यू करने की सलाह दी जाती है क्योंकि यदि आप प्रीमियम भुगतान की तारीख चूक जाते हैं तो आप NCB से मिलने वाला लाभ खो देंगे.
ऐड-ऑन समझदारी से चुनें
हर ऐड-ऑन के साथ आपसे कुछ एक्स्ट्रा प्रीमियम लिया जाता है. इसलिए, ऐड-ऑन सिलेक्ट करते समय समझदारी से कवर का चुनाव करें वरना आप उस कवरेज के लिए अधिक (Motor Insurance) प्रीमियम का भुगतान कर सकते हैं जिसकी जरूरत भी नहीं है.