मैक्स लाइफ और टाटा एसेट को मिली पेंशन फंड बनाने के लिए PFRDA की मंजूरी

पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने जुलाई में कहा था कि पेंशन फंड मैनेजर 'ऑन टैप' रजिस्टर कर सकते हैं.

max life and tata asset got approval from PFRDA to create pension fund

गवर्नमेंट सेक्टर के लिए अब सात पेंशन फंड मैनेजर हैं, जिनमें LIC पेंशन फंड लिमिटेड, SBI पेंशन फंड्स प्राइवेट लिमिटेड और UTI रिटायरमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड शामिल हैं.

गवर्नमेंट सेक्टर के लिए अब सात पेंशन फंड मैनेजर हैं, जिनमें LIC पेंशन फंड लिमिटेड, SBI पेंशन फंड्स प्राइवेट लिमिटेड और UTI रिटायरमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड शामिल हैं.

PFRDA के चेयरपर्सन सुप्रतिम बंद्योपाध्याय ने शुक्रवार को कहा कि टाटा एसेट मैनेजमेंट और मैक्स लाइफ इंश्योरेंस कंपनी को हाल ही में पेंशन फंड मैनेजर्स बनाने के लिए पेंशन सेक्टर रेगुलेटर से मंजूरी मिली है.

राष्ट्रीय पेंशन योजना दिवस NPS पर मीडिया से बात करते हुए, उन्होंने कहा, “हमारे बोर्ड ने हमें मिले दोनों (प्रस्तावों) को मंजूरी दे दी. उन्हें अपनी पेंशन योजना तैयार करने में छह महीने का समय लगेगा.

टाटा AMC, एक म्यूचुअल फंड बिजनेस द्वारा आगे बढ़ाया जाएगा, और दूसरे को एक प्रमुख लाइफ इंश्योरेंस कंपनी मैक्स लाइफ इंश्योरेंस, द्वारा प्रमोट किया जाएगा.”

पेंशन फंड रेगुलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी (PFRDA) ने जुलाई में कहा था कि पेंशन फंड मैनेजर ‘ऑन टैप’ रजिस्टर कर सकते हैं.

वित्तीय वर्ष के पहले महीनों में, बंद्योपाध्याय ने कहा, रेगुलेटर ‘ऑन टैप’ रजिस्ट्रेशन की परमिशन देगा.

गवर्नमेंट सेक्टर के लिए अब सात पेंशन फंड मैनेजर हैं, जिनमें LIC पेंशन फंड लिमिटेड, SBI पेंशन फंड्स प्राइवेट लिमिटेड और UTI रिटायरमेंट सॉल्यूशंस लिमिटेड शामिल हैं.

गवर्नमेंट सेक्टर के अलावा, अन्य चार HDFC पेंशन मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, ICICI प्रूडेंशियल पेंशन फंड मैनेजमेंट कंपनी लिमिटेड, कोटक महिंद्रा पेंशन फंड लिमिटेड और आदित्य बिड़ला सन लाइफ पेंशन मैनेजमेंट लिमिटेड हैं.

बंद्योपाध्याय को उम्मीद है कि संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान संसद PFRDA अधिनियम में लंबित संशोधनों को उठाएगी.

उन्होंने यह भी कहा कि कई राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली योजनाओं ने आने वाले वित्तीय वर्ष में मजबूत ग्रोथ देखी है, जो अप्रैल में शुरू हुई थी.

उन्होंने कहा, “25 सितंबर, 2021 तक, हमारा ओवरऑल कॉर्पस 6.67 लाख करोड़ है. जो 31 मार्च को 5.78 लाख करोड़ रुपये था. हमारे अनुमान के मुताबिक, साल के अंत तक कॉर्पस बढ़कर 7.5 लाख करोड़ रुपये हो जाएगा. 25 सितंबर, 2021 तक, ग्राहकों की कुल संख्या 4.6 करोड़ है.”

Published - October 3, 2021, 12:33 IST