Life Insurance Plan: सही लाइफ इंश्योरेंस प्लान को चुनना बेहद जरूरी है, लेकिन कई बार सही लाइफ इंश्योरेंस प्लान को चुनने में समस्या आती है. ऐसे में हम आपको ऐसे आसान तरीकों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनकी मदद से आप आसानी से अपने लिए सही लाइफ इंश्योरेंस प्लान को चुन सकते हैं. देश में अच्छी संख्या में इंश्योरेंस प्रोडेक्ट मौजूद हैं. जब बात जीवन बीमा की आती है, तो व्यक्ति टर्म इंश्योरेंस, प्रीमियम रिटर्न के साथ टर्म इंश्योरेंस, यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान, एंडोमेंट प्लान, ग्रुप लाइफ इंश्योरेंस, चाइल्ड इंश्योरेंस प्लान, रिटायरमेंट प्लान आदि चुन सकते हैं.
कई ऑप्शन होना ग्राहकों के लिए अच्छी बात होती है, लेकिन सही प्लान को चुनना कई बार मुश्किल हो जाता है. ऐसे में अगर आप इन चार बातों का ध्यान रखें तो आप अपने लिए आसानी से सही लाइफ इंश्योरेंस प्लान को चुन सकते हैं –
सही इंश्योरेंस लेने के लिए जरूरी है कि आप पहले अपनी महत्वाकांक्षाओं और जरूरतों को ध्यान में रखें. इसी के आधार पर अपना लक्ष्य निर्धारित करें. एक आदर्श बीमा योजना को जो आपपर निर्भर हैं उनके भविष्य की सुरक्षा से मेल खानी चाहिए. किफायती प्रीमियम और उच्च कवर वाला टर्म प्लान युवाओं के लिए एक अच्छा विकल्प हो सकता है. किसी को रिटायरमेंट प्लान में निवेश करने पर भी विचार करना चाहिए. यह आपके बाद के वर्षों में नियमित आय के साथ एक फंड को जोडने और सेवानिवृत्ति के बाद एक आरामदायक जीवन सुनिश्चित करने में मदद करेगा.
एक बार जब आप आने वाले समय और लॉन्ग टर्म की जरूरतों और लक्ष्यों को सूचीबद्ध कर लेते हैं, तो सभी उत्पादों के बारे में अच्छी रिसर्च करना जरूरी है. बाजार में उपलब्ध ढेर सारी पॉलिसियों के बीच किसी विशिष्ट बीमा योजना पर निर्णय लेने से पहले अच्छी तरह से विश्लेषण जरूर कर लें.
भुगतान अवधि के अंत तक वार्षिक प्रीमियम का भुगतान करना हमेशा बेहतर लाभ होता है. यह आश्रितों के लिए वित्तीय सुरक्षा सुनिश्चित करता है. मैच्योरिटी बेनिफिट एक अतिरिक्त लाभ है जहां प्लान के मैच्योर होने के बाद पॉलिसीधारक को संचित राशि दी जाती है, बशर्ते कि किसी ने नियमित आधार पर समय पर प्रीमियम का भुगतान किया हो.
सही प्लान का चयन करते समय, सही सम एश्योर्ड चुनना जरूरी हो जाता है. बीमित राशि मानव जीवन मूल्य (HLV) या पॉलिसीधारक के वित्तीय मूल्य पर निर्भर करती है. वहीं जीवन के विभिन्न चरणों में आय-व्यय और भविष्य की जिम्मेदारियों और देनदारियों और वित्तीय लक्ष्यों को ध्यान में रखती है. बहुत कुछ व्यक्ति और परिवार के पूर्व-निर्धारित और निरंतर विकसित होने वाले जीवन लक्ष्यों पर भी निर्भर करता है.
बीमा योजना चुनते समय एक आकार-फिट-सभी दृष्टिकोण काम नहीं करता है. अपने स्वयं के लक्ष्यों को निर्धारित करना महत्वपूर्ण है, और बीमा, विशेष रूप से जीवन बीमा, आपके भविष्य और वित्तीय नियोजन का एक अभिन्न अंग बनाने की यात्रा में पहला कदम उठाना महत्वपूर्ण है.
(लेखक संजय तिवारी, एक्साइड लाइफ इंश्योरेंस के चीफ स्ट्रैटजी अधिकारी हैं)