LIC Policy: अमित चंद्रा कोलकाता में एक निजी क्षेत्र की कंपनी में एक मध्यम वर्ग के वेतनभोगी कर्मचारी हैं. वह तीन लोगों के परिवार में एकमात्र कमाने वाले हैं. परिवार में उसकी पत्नी और पांच साल का बेटा है. लॉकडाउन के दौरान अमित का वेतन 30% कम कर दिया गया था, जिससे वह परेशान हो गया. इससे पहले कि उनके वेतन को पहले की तरह बहाल हो सके एक और लॉकडाउन लगने की संभावना बन गई. ऐसे में परेशान अमित ने एक बीमा पॉलिसी (LIC Policy) खरीदी जो प्रीमियम पर कम थी, लेकिन पॉलिसी (LIC Policy) ने लाइफ कवर के साथ-साथ एक अच्छा रिटर्न भी दिया. इस पॉलिसी (LIC Policy) में अमित हर महीने प्रीमियम के रूप में 901 रुपये का भुगतान करता है.
ऐसे बचाएं रुपये
वह हर स्मोकिंग करता था. दोपहर और रात को खाना खाने के बाद, लेकिन अब उसने स्मोकिंग छोड़ दी है. जिससे वह रोजाना अपने 30 रुपये तक बचा रहा है. यही बचाए हुए रुपये पॉलिसी का प्रीमियम भरने के काम आ रहे हैं.
सालाना देने पड़ते हैं 10821 रुपये
अमित ने 20 साल के टर्म के लिए पॉलिसी खरीदी है. जिसमें उसने मूल सुनिश्चित राशि के रूप में 3 लाख रुपये का चयन किया. पॉलिसी के तहत उसे सालाना 10,821 रुपये का प्रीमियम देना पड़ता है, जो लगभग 901 रुपये प्रति माह होता है. जब पॉलिसी पूरी हो जाएगी तब उसे करीब 4 लाख रुपये मिलेंगे.
इस आयुवर्ग के लोग ले सकते हैं पॉलिसी
इस पॉलिसी को 8 वर्ष से 55 वर्ष के बीच का कोई भी व्यक्ति खरीद सकता है. पॉलिसी को 10 साल के कार्यकाल के लिए भी खरीदा जा सकता है, पॉलिसी की अधिकतम अवधि 20 वर्ष है. इस पॉलिसी के लिए न्यूनतम राशि 75,000 रुपये है और अधिकतम सीमा 3,000,000 है.
आधार कार्ड जरूरी
इस पॉलिसी के लिए आपके पास आधार कार्ड होना जरूरी है. प्रीमियम का भुगतान मासिक, त्रैमासिक, छमाही या वार्षिक आधार पर किया जा सकता है.
यदि आप प्रीमियम का भुगतान करना भूल जाते हैं, तो 30 दिनों की एक रियायती अवधि को पहले प्रीमियम की तारीख से वार्षिक, अर्ध-वार्षिक या त्रैमासिक प्रीमियम के भुगतान की अनुमति होगी.
बीमित व्यक्ति की मौत होने पर मिलेगा भुगतान
पॉलिसी शुरू होने के पांच साल के भीतर बीमित व्यक्ति की मौत होने की स्थिति में, बीमित राशि का भुगतान किया जाएगा. अगर मौत पांच साल बाद होती है, तो बीमित राशि और बोनस दोनों का भुगतान उत्तरजीवी को किया जाएगा.