LIC की कई पॉलिसी आजकल उपलब्ध हैं, लेकिन आज हम आपको इस सरकारी बीमा कंपनी की एक ऐसी पॉलिसी के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके तहत पॉलिसीधारकों को 1 करोड़ रुपये तो मिलेंगे ही, साथ ही इसके तीन और फायदे भी होंगे. यह पॉलिसी है जीवन शिरोमणि जो एक नॉन-लिंक्ड प्लान है.
1 करोड़ रुपये सम-एश्योर्ड
LIC की इस पॉलिसी को विशेष तौर पर अमीर वर्ग के लिए डिजाइन किया गया है. इस पॉलिसी की खासियत है कि इसमें पॉलिसीधारक को 1 करोड़ रुपये सम-एश्योर्ड की गारंटी मिलती है. जबकि, इसमें अधिकतम सम-एश्योर्ड की कोई सीमा नहीं है. मान लीजिए कोई 20 वर्षीय व्यक्ति इस पॉलिसी में 14 साल के टर्म प्लान (term plan) विकल्प को चुनता है. ऐसे में उसे 10 साल तक रोजाना 3,032 रुपये का प्रीमियम भरना होगा. इसके बदले में उसे कुल 1,14,00000 रुपये का रिटर्न गारंटी के साथ मिलेगा. इसके अलावा 10वें साल 3,000000 और 12वें साल 3,000000 रुपये मनी बैक के रूप में मिलेंगे.
पॉलिसी की खास बातें
पॉलिसी टर्मः 14, 16, 18 और 20 साल
कब तक जमा करना होगा प्रीमियमः 10, 12, 14, 16 साल
एंट्री के लिए न्यूनतम उम्रः 18 साल
एंट्री के लिए अधिकतम उम्रः 14 साल की पॉलिसी के लिए 55 साल; 16 साल की पॉलिसी के लिए 51 साल; 18 साल की पॉलिसी के लिए 48 साल; 20 साल की पॉलिसी के लिए 45 साल.
मैच्योरिटी पर अधिकतम उम्र 14 साल की पॉलिसी के लिए 69 साल; 16 साल की पॉलिसी के लिए 67 साल; 18 साल की पॉलिसी के लिए 66 साल; 20 साल की पॉलिसी के लिए 65 साल.
प्रीमियम का भुगतान सालाना, छमाही, तिमाही या मासिक
पॉलिसी में मिलेगा लोन भी
पॉलिसी टर्म के दौरान कस्टमर पॉलिसी की सरेंडर वैल्यू के आधार पर लोन ले सकता है, जो LIC के नियमों और शर्तों के आधार पर मिलेगा. पॉलिसी लोन समय-समय पर तय किए जाने वाले ब्याज दर पर मिलेगा.
गंभीर बीमारी का इलाज कवर
किसी गंभीर बीमारी की स्थिति में उपचार के लिए बेसिक सम एश्योर्ड का 10 फीसदी धनराशि का एकमुश्त भुगतान भी किया जाता है. हालांकि, बीमारी पॉलिसी में लिस्टेड 15 बीमारियों में से होनी चाहिए.
पॉलिसी होल्डर के जिंदा रहने पर ये मिलेंगे लाभ
14 साल की पॉलिसी में 10वें और 12वें साल सम एश्योर्ड का 30-30 फीसदी.
16 साल की पॉलिसी में 12वें और 14वें साल सम एश्योर्ड का 35-35 फीसदी.
18 साल की पॉलिसी में 14वें और 16वें साल सम एश्योर्ड का 40-40 फीसदी.
20 साल की पॉलिसी में 16वें और 18वें साल सम एश्योर्ड का 45-45 फीसदी.