LIC Cocktail Plan: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के विभिन्न प्रकार के प्लान ऑफर करती हैं, जिसके जरिए आप इंवेस्टमेंट और इंश्योरेंस की जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. LIC एजेंट भी ग्राहकों की जरूरतों के आधार पर कई तरह के प्लान मिलाकर एक ‘कॉकटेल’ प्लान ऑफर करते हैं. ऐसे ही एक प्लान के जरिए सीमित अवधि तक प्रीमियम का भुगतान करने से जीवन की बीमा की जरूरत को पूरा करने के साथ साथ लंबी अवधि के बाद अच्छा खासा फंड इकट्ठा करने का मौका मिलता है. मृत्यु अथवा मैच्योरिटी (परिपक्वता) पर यह योजना आपके परिवार (नॉमिनी) या आपको (पाॅलिसी धारक) बीमित रकम के रूप में सुरक्षा के साथ लाभ भी प्रदान करती है.
ग्राहक की अलग-अलग जरूरतों को पूरा करने के लिए LIC एजेंट द्वारा विभिन्न प्लान को एक साथ बेचा जाता हैं, तो उसे एजेंट की भाषा में कॉकटेल प्लान कहा जाता हैं.
मान लीजिए, आप लंबी अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं और निवेश की गई राशि के साथ साथ रिटर्न भी चाहते हैं, तो एजंट आपको यूलिप या एंडोमेंट या प्योर इंश्योरेंस-कम-इंवेस्टमेंट प्लान की ऑफर कर सकता हैं.
अंकित बताते हैं कि, यदि 5 साल या 10 साल या 15 साल तक प्रीमियम चुकाने के बाद आपकी मृत्यु हो जाती हैं, तो नोमिनी को अवधि समाप्त होने पर 27 लाख रूपये तो मिलेंगे ही, लेकिन इसके अतिरिक्त भी लाभ होगा.
ऐसे मामले में LIC द्वारा नोमिनी को तुरंत 10 लाख रूपये चुकाए जाते हैं और पॉलिसी की 25 साल की अवधि तक हर साल 1 लाख रूपये भी मिलते हैं.
आपके द्वारा भरे जानेवाले प्रीमियम पर आयकर की धारा 80C के तहत कर में छूट उपलब्ध हैं, जो अधिकतम 1,50,000 रूपये हैं. इसके अलावा आयकर की धारा 10(10D) के तहत, मैच्युरिटी (परिपक्वता) राशि पर भी कर में छूट दी गई हैं.
हर व्यक्ति की जरूरत समान नहीं होती हैं. विशेषज्ञों के मुताबिक, किसी भी व्यक्ति के पास पर्याप्त अमाउंट का एक प्योर टर्म इंश्योरेंस का होना आवश्यक हैं.
यदि आपकी इंश्योरेंस की जरूरत टर्म प्लान से पूरी हो जाती हैं, तो फिर दूसरें इंश्योरेंस प्लान के लिए प्रीमियम चुकाने का कोई मतलब नहीं हैं.
आप इंवेस्टमेंट करना चाहते हैं, तो बाजार में उपलब्ध विभिन्न विकल्पों को समझने के बाद फैसला करना चाहिए. LIC के प्लान आपकी जरूरत को पूरा करते है तो बेशक इसे लेना चाहिए, लेकिन आपको लंबी अवधि के टार्गेट को ध्यान में रखते हुए ही इसे चुनना चाहिए.