देश की सबसे बड़ी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी Life Insurance Corporation of India ने अपने करोड़ों बीमाधारकों के लिए बड़ी राहत का ऐलान किया है. LIC के ग्राहक मैच्योरिटी पॉलिसी के क्लेम (Maturity Policy Claim) के लिए डॉक्यूमेंट देशभर में किसी भी शाखा में इस महीने के अंत तक जमा कर सकते हैं. कोरोनाकाल में बीमाधारकों (Policyholders) को परेशानी से बचाने के लिए कंपनी ने ये फैसला किया है.
कहीं भी जमा कर सकेंगे क्लेम पेपर्स
LIC के इस फैसले से पॉलिसी होल्डर्स को क्लेम पेपर्स जमा करने के लिए अपनी सर्विस ब्रांच में जाने की जरूरत नहीं होगी. कंपनी ने कहा है कि ये व्यवस्था शुरू हो चुकी है और 31 मार्च, 2021 तक लागू रहेगी. LIC के मुताबिक उसके 114 डिवीजनल ऑफिस, 2,048 शाखाएं, 1,526 सैटेलाइट ऑफिस और 74 कस्टमर जोन में इन मैच्योरिटी क्लेम पेपर्स को जमा किया जा सकता है, इसके लिए सर्विस ब्रांच की बाध्यता नहीं होगी. पूरे देश में एलआईसी की 29 करोड़ पॉलिसीज हैं.
डिजिटल तरीके से जुड़ी होंगी शाखाएं
हालांकि, मैच्योरिटी क्लेम की प्रोसेसिंग मूल शाखा के जरिए ही होगी लेकिन डिजिटल माध्यम के जरिए जिस शाखा पर डॉक्यूमेंट जमा कराए जाएंगे उस शाखा से मूल शाखा को डॉक्यूमेंट भेजे जाएंगे. सभी अधिकारियों को विशेषरूप से अधिकृत किया जाएगा कि वो क्लेम सेटलमेंट की प्रक्रिया को पूरा करें.
किसी भी शाखा में जाकर मदद ले सकेंगे
LIC ने बताया कि कोई भी पॉलिसीहोल्डर किसी भी शाखा में जाकर सहायता के लिए अधिकृत अधिकारी से जानकारी ले सकता है. अगर पॉलिसीहोल्डर किसी दूसरे शहर में है, और पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स किसी दूसरे शहर में हैं. ऐसे में डॉक्यूमेंट्स को दो अलग अलग जगहों पर जमा कराया जा सकता है.
LIC के IPO से पहले सरकार की सफाई
LIC के IPO का बेसब्री से इंतजार है, लेकिन ये मुद्दा भी उठ रहा है कि क्या सरकार LIC का निजीकरण करने जा रही है. इस पर सरकार ने भी लोकसभा में अपनी सफाई पेश की है कि वो LIC का निजीकरण नहीं करने जा रही है. सरकार का कहना है कि वो सिर्फ बाजार से पैसा जुटाने के लिए IPO ला रही है, ताकि पॉलिसीहोल्डर्स का ज्यादा फायदा हो सके. वित्त राज्य मंत्री अनुराग ठाकुर ने भरोसा दिया कि LIC का IPO आने के बाद किसी भी कर्मचारी की नौकरी नहीं जाएगी.