जैसे-जैसे सड़कों पर वाहनों की संख्या में इजाफा हो रहा है, वैसे-वैसे रोड एक्सीडेंट के मामले में भी बढ़ते जा रहे हैं. नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) के मुताबिक, 2020 में भारत में रोड एक्सीडेंट के करीब 1.2 लाख मामले सामने आए, जबकि इस दौरान कोविड-19 के कारण कई महीनों तक लॉक-डाउन भी रहा. बढ़ती दुर्घटनाओं के चलते दोपहिया वाहन बीमा (two wheeler insurance) बेहद आवश्यक हो चुका है. बीमा नियामक इरडा ने पांच सालों वाली थर्ड-पार्टी बीमा को अनिवार्य बना दिया है. लेकिन क्या यह ग्राहकों के लिए फायदेमंद है? इसमें कई तरह की सुविधाएं शामिल हैं. आइए इन्हें समझें:
लंबी अवधि वाली इस बाइक पॉलिसी किफायती होती है, क्योंकि इसमें हर साल प्रीमियम नहीं देना पड़ता. साथ में कई कंपनियां कुछ छूट भी प्रदान करती हैं.
छोटी अवधि वाली पॉलिसी की तुलना में इसमें अधिक नो क्लेम बोनस मिलता है. एक साल तक कोई क्लेम नहीं करने पर 20 फीसदी तक की छूट मिल जाती है.
इसमें तीन या पांच में ही प्रीमियम भरना पड़ता है. इससे हर साल रिन्यूअल कराने की जरूरत नहीं होती. इससे आपको पॉलिसी रिन्यू करने की चिंता से निजात मिल जाती है.
इसमें लंबी अवधि का कवर मिल जाता है. चोरी या एक्सीडेंट की स्थिति में आपके वाहन को पांच साल तक कवरेज मिल जाता है.
यदि आपका मौजूदा प्लान आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं है तो आप इसे एक्सपायरी डेट के पहले भी रद्द कर सकते हैं. इसके अलावा आप किसी दूसरी बीमा कंपनी से इसे पोर्ट भी करा सकते हैं.
आप थोड़ी सी अतिरिक्त राशि के एवज में इसमें राइडर भी ले सकते हैं. साथ ही हर साल इसमें आप बदलाव भी कर सकते हैं.