जानिए कोरोना ने हेल्‍थ इंश्‍योरेंस प्‍लान को किस तरह से प्रभावित किया, पूरी डिटेल

कोविड -19 महामारी ने स्वास्थ्य बीमा योजनाओं को प्रभावित किया है. कई कंपनियों ने अपने प्‍लान बदले हैं. यहां हम आपको इसकी पूरी जानकारी देने जा रहे हैं.

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आपको नो-क्लेम बोनस दिया जाता है. सबसे जरुरी होता है कि सही इंश्योरेंस ब्रोकर को चुनें जो आपको सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने में मदद कर सके

आपको नो-क्लेम बोनस दिया जाता है. सबसे जरुरी होता है कि सही इंश्योरेंस ब्रोकर को चुनें जो आपको सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने में मदद कर सके

हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance plan) खरीदने को हमेशा बढ़ती चिकित्सा लागतों से निपटने के लिए एक बेहतर विकल्प के रूप में देखा जाता है. एक छोटे से प्रीमियम का भुगतान करके आप हेल्थ कवरेज खरीद सकते हैं. हेल्थ इंश्योरेंस (health insurance plan) को लेने के बाद आप की बीमा कंपनी हॉस्पिटल के खर्च उठाएगी. इसके बाद आपको मेडिकल बिल को भरने के लिए अपनी सेविंग्स को खराब करने की आवश्यकता नहीं है. कोरोना महामारी के समय 3 प्रकार के लोग देखने को मिले थे.

पहले प्रकार के लोगों के पास कोई हेल्थ कवरेज नहीं था. ये लोग नयी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों को खरीदने के लिए हाथापाई कर रहे थे. दूसरे नंबर पर कुछ ऐसे भी लोग थे जिनके पास हेल्थ कवरेज तो था. मगर पर्याप्त कवरेज नहीं था और तीसरा कुछ ऐसे व्यक्ति थे जिनके पास केवल अपने नाम पर स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियां थीं. परिवार के सदस्यों के लिए कोई पॉलिसी नहीं थी.

इंश्‍योरेंस लेना जरूरी

कोविड -19 ने स्पष्ट रूप से रेखांकित किया है कि आपको परिवार के सभी सदस्यों के लिए पर्याप्त कवरेज के साथ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों की जरूरत है – नवजात शिशु से लेकर परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य तक आपके पास उनकी सुरक्षा के लिए एक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान जरूर होना चाहिए.

कोविड के इलाज पर लाखों रुपये खर्च करने के बाद कई लोगों को हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसियों की जरूरत का पता चला है. संक्रमित होने के बाद कई परिवारों ने कोरोनोवायरस के कारण अस्पताल के खर्च पर 15-30 लाख रुपये खर्च किए हैं. जिसके बाद लोगों ने धीरे-धीरे पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस के महत्व को महसूस किया है. क्योंकि कोरोनावायरस या कोई भी संक्रमण किसी भी व्यक्ति को या उसके परिवार को कभी भी हो सकते है. भले ही आपको ऑफिस के माध्यम से कवर किया गया हो. लेकिन आप कभी नहीं जानते कि आप कितनी जल्दी अपनी नौकरी बदल लेंगे. इसलिए पर्सनल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना बेहतर विकल्प होता है.

बीमार होने का न करें इंतजार

अगर आपकी उम्र कम है और आप स्वस्थ हैं तो हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने में देरी नहीं करनी चाहिए. एक युवा को उम्र बढ़ने या किसी बीमारी के होने का इंतजार नहीं करना चाहिए. क्योंकि जब आपकी उम्र कम होती है. तभी आपके लिए हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना सबसे अच्छा होता है. कई युवा उम्र बढ़ने पर हेल्थ कवर खरीदने के बारे में सोचते हैं. लेकिन जब कोई मध्यम आयु का होता है. तब तक हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज आदि जैसी बीमारियां उसे घेर सकती हैं. इसके बाद उसे सिर्फ लिमटेड कवर ही मिल पाएगा. साथ ही आप की उम्र जितनी कम होगी आपको उतना ही कम प्रीमियम देना होगा. ऐसे में आप हाई कवरेज वाला प्लान भी खरीद सकते हैं.

इस समय में मेडिकल इन्फ्लेशन को देखते हुए लगभग 25 लाख रुपये का कवरेज खरीदना समझदारी होगी. छोटे परिवारों के लिए फैमिली फ्लोटर प्लान खरीदने का भी विकल्प है. जिसमें परिवार के सभी व्यक्ति बीमा करवा सकते हैं.

परिवार के सभी सदस्‍यों के लिए पर्याप्‍त करवरेज जरूरी

यदि आपने अभी तक कोई भी हेल्थ कवर नहीं लिया है तो आप अपनी सेविंग्स को जोखिम में डाल रहे हैं. स्वयं और परिवार के सभी सदस्यों के लिए पर्याप्त कवरेज होना बहुत जरुरी है. आप अपनी सामर्थ्य के अनुसार बीमा राशि का चयन कर सकते हैं. प्रत्येक नो-क्लेम वर्ष के साथ आपकी बीमा राशि बढ़ती रहती है क्योंकि आपको नो-क्लेम बोनस दिया जाता है. सबसे जरुरी होता है कि सही इंश्योरेंस ब्रोकर को चुनें जो आपको सही हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी चुनने में मदद कर सके.

हेल्थ इंश्योरेंस एक लंबी अवधि की खरीद है और ऐसे नियम हैं कि पहले से मौजूद बीमारियों का इलाज 3-4 साल बाद किया जाएगा और 8 साल बाद आपके दावों को खारिज किया जा सकता है. इसलिए अपने और परिवार के सभी सदस्यों के लिए भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी जल्दी और पर्याप्त रूप से खरीदना हमेशा अच्छा होता है.

(Sanjiv Bajaj, Jt. Chairman & MD, Bajaj Capital)

Published - September 13, 2021, 09:37 IST