बीमारी होने पर बहुत अधिक चिंता स्थिति को और खराब कर सकती है. यही वजह है कि एक क्रिटिकल हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी (Critical Health Insurance Policy) खरीदने की सलाह दी जाती है. ताकी जरूरत के समय समय आपको और आपके परिवार को फाइनेंशियल हेल्प मिल सके. एक टिपिकल क्रिटिकल इलनेस कवर प्लान (Critical Health Insurance Policy) के तहत लिस्टेड जानलेवा बीमारियों के इलाज के खर्च के लिए एकमुश्त रकम देता है. कई इंश्योरर क्रिटिकल इलनेस प्लान में 36 स्पेसिफिक बीमारियों को कवर करते हैं. कुछ कॉमन बीमारियों में कैंसर, दिल का दौरा, किडनी की बीमारी आदि शामिल हैं.
बहुत से लोग इसे एक बेसिक हेल्थ कवर के साथ कन्फ्यूज करते हैं, लेकिन यह ध्यान देने वाली बात है कि क्रिटिकल इलनेस प्लान आपके हेल्थ कवर को एक एक्स्ट्रा लेयर प्रोवाइड करता है. पहली लेयर हमेशा एक बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए जो बीमारियों की वाइड रेंज के लिए आपके अस्पताल में भर्ती होने की कॉस्ट को कवर करती है. क्रिटिकल इलनेस प्लान खरीदने से पहले आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए:
क्रिटिकल इलनेस प्लान ऐसी बेनिफिट पॉलिसी होती हैं जो बीमारी के डायग्नोस पर एकमुश्त रकम ऑफर करती हैं. इंश्योरेंस कंपनी इंश्योर्ड व्यक्ति को केवल एक बार पेमेंट करती है और उसके बाद पॉलिसी समाप्त हो जाती है. इसका उद्देश्य गंभीर बीमारियों के महंगे इलाज के लिए एकमुश्त रकम देना है.
गंभीर बीमारियों के इलाज की कॉस्ट को देखते हुए यह खर्च बहुत महंगा हो सकता है, इसलिए यह जरूरी है कि आप इन पॉलिसियों के लिए पर्याप्त बीमा राशि चुनें. किसी को अपने लाइफ स्टाइल और अन्य जरूरतों के आधार पर कम से कम 25 लाख रुपये की बीमा राशि का विकल्प चुनना चाहिए.
गंभीर बीमारियां आमतौर पर उम्र बढ़ने पर होती है. इसलिए एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोई भी व्यक्ति 40 साल की उम्र के करीब क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी खरीद सकता है. लेकिन इससे पहले एक ऐसी बेसिक इंश्योरेंस पॉलिसी होनी चाहिए जो हर तरह के हॉस्पिटलाइजेशन को कवर करे, न कि केवल लिस्टेड जानलेवा बीमारियों को कवर करती हो.
आम तौर पर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के लिए कम से कम 2-4 साल का वेटिंग पीरियड होता है. हालांकि, क्रिटिकल इलनेस इंश्योरेंस प्लान के लिए, वेटिंग पीरियड बहुत कम होता है, जो आमतौर पर पॉलिसी खरीदने के 90 दिन बाद और डायग्नोस के बाद 30 दिनों तक सर्वाइव करने का होता है.
पॉलिसी खरीदने से पहले हमेशा जांच लें कि बीमारी किस लेवल पर कवर होती है. ऐसा इसलिए है क्योंकि कुछ स्टेज हैं, जिसके बाद क्रिटिकल इलनेस पॉलिसी बीमारी को कवर कर सकती है. दिल का दौरा, कैंसर, एंजियोप्लास्टी या अर्थराइटिस (गठिया) जैसी बीमारियों के लिए भुगतान करने से पहले एक निश्चित स्तर की गंभीरता की आवश्यकता हो सकती है.
यदि पॉलिसी गलत तरीके से बेची गई है या आप नियमों और शर्तों से सहमत नहीं हैं, तो क्रिटिकल इंश्योरेंस प्लान को कैंसिल करने का ऑप्शन होता है. आप 15 दिनों के भीतर पॉलिसी रद्द कर सकते हैं और रिफंड क्लेम कर सकते हैं. किसी भी धोखाधड़ी या गलत बयानी के मामले में, पॉलिसी शून्य हो सकती है और भुगतान किए गए सभी प्रीमियम को जब्त किया जा सकता है. सही हेल्थ इंश्योरेंस प्लान चुनने के लिए समय निकालें, क्योंकि जरूरत के समय इससे काफी फर्क पड़ता है.