कोविड के दौर में इस सरकारी कंपनी ने अपने 3.3 लाख वर्कर्स को दिया बीमा कवर

3.3 लाख से ज्यादा आउटलेट्स के कस्टमर अटेंडेंट्स, LPG डिलीवरी बॉयेज और सिक्योरिटी गार्ड्स को इस मेडिकल इंश्योरेंस से कवर किया जाएगा.

credit card, Fuel price, petrol, diesel, indian oil, citi bank, fuel surcharge

 2020-21 में, उत्पाद शुल्क संग्रह 3.89 लाख करोड़ रुपये था और 2019-20 में यह 2.39 लाख करोड़ रुपये था

 2020-21 में, उत्पाद शुल्क संग्रह 3.89 लाख करोड़ रुपये था और 2019-20 में यह 2.39 लाख करोड़ रुपये था

कोविड महामारी के दौर में कई कंपनियां अपने कर्मचारियों को मुश्किल वक्त में मदद दे रही हैं. इसी सिलसिले में इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) ने पेट्रोल पंप अटेंडेंट्स और LPG डिलीवरी बॉयेज को बड़ी राहत दी है.

IOC ने इन सभी कर्मचारियों के इंश्योरेंस को रिन्यू किया है ताकि फ्रंटलाइन पर काम कर रहे इन वर्कर्स को स्वास्थ्य की आपात स्थिति में मदद दी जा सके.

एक बयान में IOC ने कहा है कि इन फ्रंटलाइन वर्कर्स के मेडिकल इंश्योरेंस को रिन्यू करने के साथ ही कंपनी कोविड से मरने वाले ऐसे फ्रंटलाइन वर्कर्स के परिवारों को मुआवजा भी देगी.

3.3 लाख से ज्यादा वर्कर्स को मिल रहा फायदा

IOC ने 1 मई 2021 से इंडियन ऑयल कर्म योगी स्वास्थ्य बीमा योजना को रिन्यू कर दिया है.

IOC ने अपने बयान में कहा है, “पूरे देश में फैले 3.3 लाख से ज्यादा रिटेल आउटलेट्स के कस्टमर अटेंडेंट्स, LPG डिलीवरी बॉयेज, टैंक ट्रक क्रू और पाइपलाइंस की सुरक्षा में लगे सिक्योरिटी गार्ड्स को इस मेडिकल इंश्योरेंस से कवर किया जाएगा. ये लोग IOC की महामारी के दौरान भी एनर्जी सप्लाई को बहाल रखने की प्रतिबद्धता को पूरा करने में सबसे आगे हैं.”

मेडिकल इंश्योरेंस से इन फ्रंटलाइन वर्कर्स, उनके जीवनसाथी और दो बच्चों को कवर किया जाएगा. इन्हें हॉस्पिटलाइजेशन और कोविड संबंधित इलाज में 1 लाख रुपये तक का क्लेम इसके तहत मिलेगा.

किसी बीमित शख्स की एक्सीडेंटल मौत पर परिवार को 2 लाख रुपये का मुआवजा मिलेगा.

मार्च 2020 में लॉन्च की थी स्कीम

IOC ने कहा है कि कर्म योगी स्वास्थ्य बीमा योजना को मार्च 2020 में लॉन्च किया गया था. इसके तहत फील्ड में मौजूद कर्मचारियों को सेफ्टी मुहैया कराना मकसद है. महामारी के दौरान भी ये लोग देश में ईंधन की जरूरत को पूरा करने के लिए मोर्चे पर तैनात हैं.

इसमें कहा गया है, “2020-21 में करीब 300 हॉस्पिटलाइजेशन के मामले आए थे और इन्हें मेडिकल असिस्टेंस दिया गया. इसके अलावा, इस दौरान 14 लोगों की मृत्यु हुई है और इन्हें वित्तीय मुआवजा मुहैया कराया गया है.”

इसके अलावा, IOC कोविड-19 के चलते होने वाली मौतों के मामले में 5 लाख रुपये का बीमा कवर मुहैया करा रही है. ये रकम मृतक के परिवारीजनों को दी जाती है.

Published - May 6, 2021, 04:59 IST