BimaPe, एक फिनटेक स्टार्टअप है जो अपने ग्राहकों को इंश्योरेंस से जुड़े छिपे हुए फायदों के बारे में बताता है. इसके फाउंडर ने इस फिनटेक को बंद करने का ऐलान किया है. 23 साल के फाउंडर राहुल माथुर ने टि्वटर पर बुधवार को इसके बारे में जानकारी दी है. साल 2020 नवंबर में इस कंपनी की शुरुआत हुई थी. उन्होंने इस बात की भी जानकारी दी थी कि वो Verak नाम से अपना एक ब्रांड भी लॉन्च करेंगे. जो मार्च 2022 तक आम लोगों के शुरू हो जाएगा.
“हम मार्च 2021 में निर्धारित अपने मार्केट-प्रोडक्ट फिट (PMF) मैट्रिक्स तक नहीं पहुंच पाए. Y कॉम्बिनेटर से बाहर आकर, हमने पीएमएफ को मापने के लिए तीन इनपुट मेट्रिक्स – एक्टिवेशन, एक्विजिशन और रेवेन्यू मेट्रिक्स का इस्तेमाल किया. 3 महीने के समय अंतराल में – हम इन तीन इनपुट मैट्रिक्स में से प्रत्येक के लिए ~ 15 बदलाव (प्रति सप्ताह एक) एग्जिक्यूटिंग करने के बावजूद लक्ष्य को छू नहीं पाए.”
उन्होंने कहा, “हमने 500+ उत्साही ग्राहकों के साथ बात की, जिन्होंने उस समस्या के साथ प्रतिध्वनित किया जिसने हमें स्टार्ट अप करने का विश्वास दिलाया. हालांकि, हमने महसूस किया है कि कई वेलविशर और यूजर्स हमारे बारे में (एक टीम के रूप में) हमारे बारे में अधिक परवाह करते हैं (प्रोडक्ट देने वाली कंपनी के रूप में) – जो अच्छा है लेकिन जमीन पर बिजनेस बनाए रखने में नाकाफी है.”
BimaPe ने हाल ही में वेंचर कैपिटल फर्म Lightspeed की लीडरशिप में प्री-सीड कैपिटल जुटाई है. Y कॉम्बिनेटर, टाइटन कैपिटल, आईसीड और गेम्बा कैपिटल ने भी राउंड में भाग लिया. अब उन्होंने जुटाई गई धनराशि को अपनी आगामी पेशकश में लगाया जाएगा. BimaPe की शुरुआत से पहले राहुल माथुर लंदन में काम कर रहे थे. उन्होंने अपनी शानदार जॉब को छोड़कर इंश्योरेंस में अपना भविष्य अजमाया. माथुर ने नए इंश्योरटेक Verak की शुरुआत करने का ऐलान किया है. प्रोडक्ट की डिटेल्स अभी तक साझा नहीं की हैं, लेकिन नई कंपनी उसी कानूनी इकाई के अधीन होगी.
माथुर ने कहा कि “Verak मार्च 2022 के आसपास जनता के लिए खुलेगा – तब तक, हम सीमित बीटा एक्सेस की अनुमति देंगे. पिछले कुछ महीनों में आपके समर्थन, फीडबैक और शुभकामनाओं के लिए धन्यवाद, हर छोटी चीज हाथ जोड़कर मायने रखती है.”
अपने ब्लॉग में माथुर ने उन गलतियों का जिक्र किया, जो उन्होंने की थी. “सिंगल लाइन कोड लिखने से पहले, हमने Figma में एक प्रोडक्ट विजन बनाया जो कि ~6 महीने और ~12 महीनों में BimaPe वॉलेट प्रोडक्ट कैसा दिखेगा इसका एक प्रोटोटाइप था. अफसोस की बात है कि हममें से किसी को भी यह एहसास नहीं हुआ कि हमारा लक्ष्य सिर्फ विजन था. हमने कार्यों की योजना बनाने में समय नहीं लगाया और सीधे विजन से एग्जीक्यूशन में कूद गए, जिसके कारण सब-ऑप्शनल इंजीनियरिंग से भरे फैसले हुए”.
उन्होंने यह भी कहा कि एक इंजीनियरिंग समस्या के लिए एक डिजाइन समस्या का गलत अंदाजा लगाया गया. “हमारा ग्रेजुअल रियलाइजेशन यह था कि हमारे प्रोडक्ट में ‘तकनीकी’ रिस्क इंजीनियरिंग से संबंधित नहीं था, बल्कि डिजाइन से संबंधित था.चूंकि अंडरलाइन इंश्योरेंस प्रोडक्ट बहुत जटिल हैं, इसलिए डिजाइन, इंजीनियरिंग से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं.और, वास्तव में, यह डिजाइन समस्या ऐसी चीज नहीं है जिसे हम इंश्योरेंस ब्रोकर के रूप में हल कर सकते हैं – यह उद्योग में एक स्ट्रक्चरल मुद्दा है.”