नॉन-मेट्रो शहरों में इंश्योरेंस की सेल में हुआ 50 से 60% का इजाफा

यह ट्रेंड इंश्योरेंस सेक्टर के लिए उत्साहजनक है क्योंकि 2019 तक भारत में इंश्योरेंस की पेठ केवल 3.76% थी

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यह ट्रेंड इंश्योरेंस सेक्टर के लिए उत्साहजनक है क्योंकि 2019 तक भारत में इंश्योरेंस की पेठ केवल 3.76% थी. PC: Pixabay

यह ट्रेंड इंश्योरेंस सेक्टर के लिए उत्साहजनक है क्योंकि 2019 तक भारत में इंश्योरेंस की पेठ केवल 3.76% थी. PC: Pixabay

इंश्योरेंस के प्रति जागरूकता केवल बड़े शहरों तक सीमित नहीं है. नॉन-मेट्रो शहरों में लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस की सेल कोविड -19 के बाद काफी बढ़ी है, क्योंकि लोगों ने टर्म इंश्योरेंस कवरेज की जरूरत को समझा और इस फैक्ट को स्वीकार किया कि कोविड -19 के कारण अस्पताल में भर्ती होने की काफी संभावना है.

पॉलिसीएक्स डॉट कॉम की रिपोर्ट से पता चलता है “2020-21 में नॉन-मेट्रो शहरों में हेल्थ इंश्योरेंस बिजनेस में 50% की ग्रोथ हुई है. इसी पीरियड में टर्म इंश्योरेंस कैटेगरी में नॉन-मेट्रो शहरों में 60% की ग्रोथ देखी गई. इस ग्रोथ का मुख्य कारण है कि प्री-इश्यू मेडिकल चेकअप अब छोटे शहरों में व्यापक रूप से उपलब्ध हैं.

भारतीय इंश्योरेंस रेगुलेटरी अथॉरिटी (IRDAI) की FY20 एनुअल रिपोर्ट से पता चलता है कि 2019 तक भारत में इंश्योरेंस की पैठ 3.76% थी, जिसे देखते हुए ये ग्रोथ काफी उत्साहजनक है. 2009 में यह 5.20% थी. खास तौर से दूसरी लहर के दौरान कोविड-दावों की बढ़त ने नॉन-मेट्रो शहरों में इस ट्रेंड को बढ़ावा दिया है.

ICICI लोम्बार्ड जनरल इंश्योरेंस के चीफ अंडरराइटिंग एंड क्लेम संजय दत्ता के अनुसार, कंपनी ने पहली लहर की तुलना में कोविड -19 की दूसरी लहर में नॉन-मेट्रो शहरों से हेल्थ इंश्योरेंस के क्लेम में उछाल देखा.

पॉलिसीएक्स डॉट कॉम की रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि लखनऊ, जयपुर, इंदौर, नागपुर, रांची, रायपुर, मैसूर और कुछ अन्य शहरों में टर्म इंश्योरेंस और हेल्थ इंश्योरेंस कैटेगरी में इंश्योरेंस की सेल में 2 गुना वृद्धि हुई है. पॉलिसीएक्स डॉट कॉम के फाउंडर और CEO नवल गोयल कहते हैं, “इन मार्केट में, सभी ऐज ग्रुप के लोगों ने ऑनलाइन इंश्योरेंस परचेज में भरोसा दिखाया है, 36-45 उम्र के पुरुष ऑनलाइन इंश्योरेंस परचेज में ज्यादा एक्टिव रहे हैं”

डिजिटल को अपनाने से पूरे भारत में बेहतर इंश्योरेंस पैठ बनाने में मदद मिल रही है. एलायंस इंश्योरेंस ब्रोकर्स में एंप्लॉई बेनेफिट-सीनियर वाइस प्रेसिडेंट यशेंद्र शर्मा ने कहा, “इंश्योरेंस सेल मार्केट ने प्रोडक्ट के डिजिटल अडोप्शन की दिशा में एक बड़ा बदलाव देखा है. मेट्रो और नॉन-मेट्रो दोनों शहरों में इंश्योरेंस की मांग बढ़ रही है. हालांकि, मेट्रो शहरों में डिजिटल अडोप्शन ज्यादा रहा है, लेकिन छोटे शहरों में भी जागरूकता के चलते इन लेवल में ग्रोथ देखी जा रही है.”

शर्मा कहते हैं कि इंश्योरेंस कंपनियों ने मेट्रो और नॉन-मेट्रो शहरों में बेहतर पहुंच के लिए डिस्ट्रीब्यूशन चैनल को बढ़ाया है. अंडरराइटिंग और सर्विस फ्रंट पर डिजिटल अडोप्शन से पूरे भारत में बेहतर पहुंच सुनिश्चित होगी.

गोयल ने कहा “बदलाव होना ही चाहिए, क्योंकि वो दिन गए जब एजेंट इंश्योरेंस प्लान बेचते थे और कस्टमर्स को केवल कुछ प्लान की जानकारी देते थे. लेकिन 24×7 इंटरनेट एक्सपोजर के साथ अब स्मॉल मार्केट कस्टमर्स भी इंश्योरेंस प्रोडक्ट और उनके बेनिफिट से अच्छी तरह वाकिफ हैं.”

उन्होंने कहा “ऑनलाइन AI एनालिसिस और ऑफलाइन इंश्योरेंस सपोर्ट के माध्यम से ग्राहकों को अवेलेबल प्लान की वाइड रेंज और सुविधा ने स्मॉल मार्केट ऑडियंस को ऑनलाइन इंश्योरेंस परचेज प्लेटफॉर्म पर भरोसा दिलाया है.”

Published - July 30, 2021, 11:46 IST