महंगा हुआ इंश्योरेंस, कोविड-19 की वजह से प्रीमियम दरों में 4.87% की बढ़त : सर्वे

Insurance Premium: कुछ हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने कोविड-19 के कारण क्लेम की संख्या में तेजी से इजाफा देखने के बाद अपने रेट्स बढ़ा दिए हैं

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Picture: Pixabay

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बढ़ते कोविड क्लेम और हेल्थ इंश्योरेंस प्लान के व्यापक कवरेज की वजह से हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम (Health Insurance Premium) की दरों में औसतन 4.87 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. पॉलिसीएक्स डॉट कॉम (PolicyX.com) के एक सर्वे में इसकी जानकारी दी गई है. सर्वे के अनुसार, 2021 की पहली तिमाही के हेल्थ इंश्योरेंस प्राइस इंडेक्स (Insurance Price Index) के मुकाबले 2021 की दूसरी तिमाही में 4.87 फीसदी की वृद्धि देखी गई. ये दर्शाता है कि इंश्योरेंस प्रीमियम की कीमतों के इंडेक्स वैल्यू में 25,197 रुपये की वृद्धि हुई.

तुलना करने पर पता चलता है कि हेल्थ इंश्योरेंस इंडेक्स पिछले दो तिमाहियों में स्थिर रहा है. साल 2020 की चौथी तिमाही और 2021 की पहली तिमाही में ये 24,026 रुपये पर स्थिर रहा था.

इंश्योरेंस कंपनियों ने बढ़ाए रेट

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले कुछ सालों से इंश्योरेंस कंपनियों ने अपने रेट नहीं बढ़ाए थे. लेकिन अब कुछ हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों ने कोविड -19 के कारण क्लेम की संख्या में तेजी से इजाफा देखने के बाद अपने रेट्स बढ़ा दिए हैं. इसके अलावा कई सारी बीमारियों जैसे मेंटल डिसऑर्डर, जेनेटिक डिसीज, न्यूरो रिलेटेड डिसऑर्डर, साइकाइट्रिक डिसऑर्डर जैसी कई बीमारियां भी हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम के बढ़ने की वजह हैं.

PolicyX.com के फाउंडर और CEO नवल गोयल ने कहा, “पूरे इंश्योरेंस सेक्टर हाल के दिनों में क्लेम में बढ़त का सामना कर रहा है. मौजूदा स्थिती ने इंश्योरेंस सेक्टर पर दोहरा दबाव डाला है. जिसे मैनेज करने के लिए पूरी इंश्योरेंस इंडस्ट्री पिछले कुछ महीनों से कड़ी मेहनत कर रही है. हालांकि, कुछ दबाव ग्राहकों को भी उठाना पड़ता है.”

किस सेगमेंट पर कितना असर?

सेगमेंट-वाइस इम्पेक्ट का विश्लेषण करने पर, दो वयस्कों की कैटेगरी में प्रीमियम कीमतों में 5 फीसदी की उच्चतम वृद्धि देखी गई, इसके बाद दो वयस्कों और एक बच्चे की कैटेगरी में 4.3 फीसदी की वृद्धि हुई. साथ ही, 46 आयु वर्ग और 10 लाख सम इंश्योर्ड कैटेगरी के लिए औसत प्रीमियम कीमतों में 9.3 फीसदी की गिरावट आई है.

गोयल के मुताबिक, “कीमतों में वृद्धि के बावजूद, ग्राहक सही उम्र में सही पॉलेसी का चुनाव करके ज्यादा से ज्यादा लाभ उठा सकते हैं. बड़ी उम्र में पॉलिसी लेने पर अधिक प्रीमियम भरना पड़ता है दूसरे शब्दों में कहें तो पॉलिसी की खरीद में देरी निश्चित रूप से प्रीमियम कीमतों पर अपना प्रभाव डालती है. ये मत भूलिए, इंश्योरेंस प्लान की अतिरिक्त प्रीमियम कीमतें अब ज्यादा लाभ और अधिक सुरक्षा प्रदान करती हैं, जो ग्राहकों को इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदने के लिए लुभाती हैं.”

टर्म इंश्योरेंस

हेल्थ इंश्योरेंस के अलावा, टर्म इंश्योरेंस प्राइस इंडेक्स में 2.79 फीसदी की वृद्धि हुई है, जिससे टर्म इंश्योरेंस प्रीमियम का औसत मूल्य Q2 2021 में 22,524 रुपये हो गया. अब, 1 करोड़ रुपये की बीमा राशि का टर्म इंश्योरेंस का औसत मूल्य पिछली तिमाही में 29,007 रुपये तक पहुंच गया. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत में कोविड -19 के बढ़ते प्रभाव ने मृत्यु दर में असाधारण वृद्धि के साथ टर्म इंश्योरेंस कैटेगरी पर भारी प्रभाव डाला है.

प्रभाव को अलग-अलग कैटेगरी में रखते हुए, 55 वर्ष की आयु वर्ग के पुरुषों की कैटेगरी में, प्रीमियम में जबसे ज्यादा इजाफा देखा गया जो कि 3.3 फीसदी है, जो सभी आयु वर्गों के प्रीमियम को देखते हुए सबसे अधिक उछाल है. इसके विपरीत, 25 वर्ष की महिला आयु वर्ग के प्रीमियम में सबसे कम 1.4 फीसदी वृद्धि देखने को मिली जिसके चलते औसत प्रीमियम Q2 2021 में बढ़कर 9,307 रुपये हो गया.

Published - July 2, 2021, 05:46 IST