बैंक कर्मचारियों की दो दिन की हड़ताल के बाद अब पब्लिक सेक्टर की जनरल इंश्योरेंस (General Insurance Companies) और भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के कर्मचारी बुधवार (17 March) और गुरुवार (18 March) को हड़ताल करेंगे. इन इंश्योरेंस कंपनियों के यूनियन लीडर्स ने बताया कि नॉन-लाइफ इंश्योरेंस और लाइफ इंश्योरेंस सेक्टर के यूनियन एक जनरल इंश्योरेंस कंपनी के निजीकरण, बीमा क्षेत्र में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश (FDI) की सीमा को बढ़ाकर 74 फीसदी करने और इनिशियल पब्लिक ऑफर के जरिए एलआईसी के शेयरों के विनिवेश के विरोध में हड़ताल करेंगे.
जनरल इंश्योरेंस ऑल इंडिया इम्पलॉयज एसोसिएशन (GIEAIA) के महासचिव के गोविंदन ने कहा, जनरल इंश्योरेंस सेक्टर के सभी यूनियनों ने इंश्योरेंस सेक्टर में एफडीआई की सीमा को 74 फीसदी तक बढ़ाने, एक कंपनी का निजीकरण करने के खिलाफ और चार कंपनियों के विलय एवं वेतन में संशोधन पर जल्द फैसले की मांग को लेकर बुधवार को हड़ताल करने का निर्णय किया है.
हड़ताल की ये है वजह
ऑल इंडिया इंश्योरेंस इम्पलॉइज एसोसिएशन (AIIEA) के महासचिव श्रीकांत मिश्रा ने कहा, दूसरी ओर, एलआईसी के यूनियन एफडीआई की सीमा को 49 फीसदी से बढ़ाकर 74 फीसदी करने, आईपीओ के जरिए एलआईसी में हिस्सेदारी घटाने के खिलाफ और वेतन में संशोधन की मांग को लेकर गुरुवार को हड़ताल करेंगे. मिश्रा ने कहा कि एलआईसी प्रबंधन ने चार दौर की बातचीत के बाद वेतन में 16 फीसदी की बढ़ोतरी की पेशकश की है.
ऑल इंडिया इम्पलॉइज एसोसिएशन (AIIEA) के स्टैंडिंग कमेटी (जनरल इंश्योरेंस) के सचिव संजय झा ने कहा, हम नई पेंशन प्रणाली को खत्म करने और पुरानी पेंशन व्यवस्था को फिर से अपनाने की मांग करते हैं. हम वेतनमान में संशोधन को लेकर जल्द फैसले की भी मांग करते हैं.
17 मार्च को बंद रहेंगे इंश्योंरेस कंपनियों के ऑफिस
नेशनल इंश्योरेंस (National insurance), ओरिएंटल इंश्योरेंस (Oriental insurance), यूनाइटेड इंश्योरेंस (United insurance) और न्यू इंडिया इंश्योरेंस (New India Insurance) सहित इंश्योरेंस इंडस्ट्री के सभी ऑफिस 17 मार्च को बंद रहेंगे. चारों कंपनियों की 7,500 से अधिक शाखाएं हैं और कुल कर्मचारी संख्या 60,000 से अधिक है.
इस बीच, नेशनल इंश्योरेंस कंपनी (National Insurance Company) के बीमा कर्मचारियों और अधिकारियों ने बुधवार को संयुक्त रूप से हड़ताल से बाहर निकलने का फैसला किया.