पॉलिसी लेते वक्त अक्सर हमें इस बात का कन्फ्यूजन रहता है कि हम कौन सी पॉलिसी लें और कौन सी नहीं. कौन सी पॉलिसी हमें ज्यादा फायदा देगी और कौन सी नहीं. आज हम बात करेंगे भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) की सिंगल प्रीमियम पॉलिसी की, जिसमें आपको हर महीने प्रीमियम नहीं भरना पड़ता है लेकिन निवेश के बाद आपको एक बड़ी रकम मिलती है. इस पॉलिसी का नाम सिंगल प्रीमियम एंडोमेंट प्लान है. इस पॉलिसी की तुलना एफडी (FD) से इसलिए की जा रही है क्योंकि इस पॉलिसी में भी एक ही बार प्रीमियम देना होता है.
कौन ले सकता है पॉलिसी
यह पॉलिसी 90 दिन के बच्चे से लेकर 65 साल की आयु के व्यक्ति को दे सकते हैं. इस पॉलिसी को 10 साल से लेकर 25 साल के पॉलिसी टर्म के लिए ले सकते हैं. इसमें पॉलिसी मैच्योरिटी की अधिकतम उम्र 75 साल है. यानी कि पॉलिसी उसी हिसाब से ली जाएगी कि मैच्योरिटी की उम्र 75 साल से ज्यादा न हो. इसमें न्यूनतम सम एस्योर्ड 50,000 रुपये और अधिकतम की कोई सीमा नहीं है. यदि किसी बच्चे के लिए पॉलिसी लेते हैं तो जब उसकी उम्र 8 साल या उससे अधिक होगी तो कवरेज शुरू हो जाएगी. अगर बच्चे की उम्र 8 साल से कम है तो पॉलिसी लेने के 2 साल बाद या बच्चे की उम्र 8 साल पूरी होने पर कवरेज शुरू होगी.
आसान भाषा में समझें
आइए इस पॉलिसी को एक उदाहरण से समझते हैं. रोहित जिनकी उम्र 30 वर्ष है, वे इस पॉलिसी को 25 साल के टर्म के लिए लेते हैं. अगर रोहित 2 लाख के सम एस्योर्ड की पॉलिसी लेते हैं तो उनका सिंगल प्रीमियम जीएसटी के साथ 93,193 रुपये होगा. जब पॉलिसी के 25 साल पूरे हो जाएंगे तो रोहित को मैच्योरिटी कुछ इस प्रकार मिलेगी. उन्हें सम एस्योर्ड के रूप में 2,00,000 रुपये, बोनस के रूप में 2,55,000 रुपये और फाइनल एडिशनल बोनस 90,000 रुपये. इस तरह कुल रकम 5,45,000 रुपये मिलेगी. यहां देख सकते हैं कि रोहित ने सिंगल प्रीमियम के रूप में 93,193 रुपये जमा किए और उन्हें मैच्योरिटी पर लगभग 5.5 लाख रुपये मिलेंगे. यह सालाना के हिसाब से 4 हजार से भी कम बचत पर फायदा मिलता है.
डेथ बेनिफिट में क्या मिलता है
अगर दुर्भाग्यवश रोहित पॉलिसी टर्म के दौरान दुनिया छोड़ देते हैं तो उनके नॉमिनी को डेथ बेनिफिट का लाभ मिलेगी. इसके अंतर्गत नॉमिनी को सम एस्योर्ड का 2,00,000 रुपये मिलेंगे. इसके बाद बोनस का पैसा मिलेगा. बोनस की राशि इस बात पर निर्भर करेगी कि पॉलिसी कितने साल तक चली है. पॉलिसी ज्यादा चली होगी तो सम एस्योर्ड के साथ ज्यादा बोनस जुड़ कर मिलेगा. उदाहरण के लिए अगर रोहित पॉलिसी के 16वें साल में चल बसते हैं तो उनके नॉमिनी को सम एस्योर्ड का 2,00,000 रुपये, बोनस का 1,38,000 रुपये और फाइनल एडिशनल बोनस के रूप में 5000 रुपये मिलेंगे. इस तरह कुल राशि के तौर पर रोहित के नॉमिनी को 3,43,000 रुपये मिलेंगे.
टैक्स बेनेफिट भी मिलता है
इस पॉलिसी में धारक को अलग से टैक्स बेनेफिट भी मिलता है. पॉलिसी के तहत जो प्रीमियम चुकाया जाता है, उसे सेक्शन 80C के तहत छूट मिली हुई है. इसके अलावा डेथ बेनेफिट के तहत जो राशि मिलती है, वो सेक्शन 10(10D) के तहत टैक्स फ्री है. मैच्योरिटी के तहत जो पैसा मिलता है, वो टैक्सेबल है, इसका मतलब यह हुआ कि जितना भी पैसा हाथ में आएगा, उस पर टैक्स देना होगा.