Insurance Cover: मॉनसून आ गया है और हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया पर मुंबई, नई दिल्ली और कई अन्य जगहों पर सड़कों पर पानी भर जाने की खबरों की खूब कवरेज देख रहे हैं. अंडरपास (ब्लॉक्ड ड्रेन और सीवर लाइन) इसके लिए जिम्मेदार होते हैं. यह वो समय है जब हम प्रीमियम लग्जरी कार मालिकों की शिकायत सुनना शुरू करते हैं कि उनकी कार को सर्विस स्टेशन पर ले जाया जा रहा है और 4.5 लाख रुपये से 8.5 लाख रुपये तक का एस्टीमेट दिए जा रहे हैं. सवाल उठता है कि लो एंड या मीडियम सेगमेंट कारों के मालिकों से ऐसी शिकायतें क्यों नहीं मिलती. प्रीमियम कारों के मालिकों को इस तरह की समस्याओं का सामना करने का कारण कार का डिज़ाइन है. इन कारों को जर्मनी, फ्रांस और स्वीडन जैसे देशों में डिजाइन किया गया है जहां सड़कों पर पानी नहीं भरता है.
भारत में जब कोई कार सड़क पर दो फीट घुटने तक गहरे पानी में होती है तो समस्याएं खड़ी हो जाती हैं. सॉल्यूशन यह है कि वॉटर लेवल को नीचे जाने दें – लेकिन इस दुनिया में, हर कोई जल्दी में है. ड्राइवर कार को फिर से स्टार्ट करने की कोशिश करता है नतीजतन, पानी इंजन में चला जाता है जिसकी वजह से इंजन बंद पड़ जाता है . प्रीमियम कारों के लिए ऑथराइज्ड सर्विस स्टेशन पर मरम्मत महंगी है क्योंकि वो असली स्पेयर पार्ट्स इस्तेमाल करते हैं और ट्रेंड टेक्नीशियन होते हैं.
तकनीकी शब्दों में, एक एक्सपर्ट इसे इस तरह समझाता है “अत्यधिक पानी की वजह से, पानी कार के एयर वाल्व के अंदर रिसता है और इंजन को स्टार्ट नहीं होने देता है. इसे हाइड्रोस्टेटिक लॉक कहा जाता है. एक बार जब गाड़ी खराब हो जाती है, तो ड्राइवर इंजन को इगनाइट करने के लिए बार-बार कोशिश करता है, जिसकी वजह से सिलेंडर वॉल, पिस्टन और कनेक्टिंग रॉड जैसे इंजन के पार्ट्स बुरी तरह से डेमेज हो जाते हैं.
यह व्हीकल ओनर्स के लिए एक रिस्क फैक्टर है जिसे अक्सर अनदेखा कर दिया जाता है और जो आपकी जेब पर बहुत भारी पड़ सकता है, खासकर जब बीमाकर्ता ग्राहक को सूचित करता है कि इस क्लेम का पैसा नहीं मिलेगा क्योंकि पॉलिसी इंजन सुरक्षा ऐड-ऑन को कवर नहीं करती है.
आप शायद यह नहीं जानते होंगे कि स्टेंडर्ड मोटर इंश्योरेंस पॉलिसियों में हाइड्रोस्टेटिक लॉक के कारण होने वाले नुकसान को कवर नहीं किया जाता है. एक व्यापक कार बीमा पॉलिसी कार के इंजन या उसके भागों जैसे क्रैंकशाफ्ट, पिस्टन, पिन, सिलेंडर, गियरबॉक्स, आदि के डैमेज को कवर नहीं करती है.
हाल के सालों में, हमने ऐड-ऑन का कॉन्सेप्ट देखा है. ऐसा ही एक ऐड-ऑन हाइड्रोस्टेटिक लॉक कवरेज है. यह आम तौर पर इंजन और गियर बॉक्स प्रोटेक्शन ऐड-ऑन के तहत कवर किया जाता है. हाइड्रोस्टेटिक लॉक के अलावा, यह ऐड-ऑन फीचर लुब्रिकेटिंग ऑयल के लीकेज, पानी के प्रवेश आदि के कारण कार के इंजन को होने वाले डैमेज से भी बचाता है.
कवर की कॉस्ट की कैलकुलेशन व्हीकल के इंश्योर डिक्लेयर्ड वैल्यू (IDV) के आधार पर की जाती है और यह कंपनी टू कंपनी अलग हो सकती है इसलिए इंश्योरेंस ब्रोकरेज फर्म से डील करने की सलाह दी जाती है ताकि आपको विभिन्न कंपनियों के बारे में जानकारी दी जा सके और आप उसके आधार पर निर्णय ले सकें.
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि हमने इस ऐड ऑन की मर्सिडीज बेंज 2018 के लिए 35% NCB और 74 लाख रुपये के मूल्य वाले इस ऐड-ऑन की कैलकुलेशन की.
-HDFC Ergo: 11,851 रुपये
– ICICI लोम्बार्ड: 22,962 रुपये
डिजिट: 26,604 रुपये
यह ऐड-ऑन कई ऐड-ऑन का हिस्सा है, जो अवेलेबल हैं और एक्सट्रपलेटेड फिगर हैं. फाइनल कोट में OD, ऐड-ऑन, थर्ड पार्टी और GST शामिल हैं. इसलिए सभी फैक्टर्स को ध्यान में रखते हुए कोई निर्णय लें. आप सभी को सुरक्षित मोटरिंग की शुभकामनाएं. (लेखक RIA INSURANCE BROKERS के डायरेक्टर और फाउंडर हैं. व्यक्त किए गए विचार निजी हैं)
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