सीनियर सिटीजन के लिए हेल्थ इंश्योरेंस खरीदना कठिन प्रक्रिया होती है. खास तौर पर तब, जब उन्हें पहले से कोई बीमारी हो. संभव है कि कुछ बीमा कंपनियां ज्यादा प्रीमियम लेकर हेल्थ प्लान दे भी दें, मगर अतिरिक्त कवर लेना मुश्किल होता है. हमें Money9 Helpline पर इससे जुड़े कुछ सवाल मिले:
मैंने अपनी मां के लिए 5 लाख रुपए का कवर ले रखा है. उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग भी है. मैं उनके लिए और कवर लेना चाहता हूं. मैंने सुपर टॉप-अप प्लान के बारे में पढ़ रखा है. मेरे सवाल हैं:
1) डिडक्टिबल (वह राशि जिसे पॉलिसीधारक द्वारा क्लेम के पूर्व स्वयं भुगतान करना होता है) कैसे काम करता है?
2) क्या मेरे बेस प्लान और टॉप-अप प्लान को सिंक किया जा सकता है? मैंने इस साल मई में बेस प्लान खरीदा था.
3) मेरी नियोक्ता कंपनी ने मुझे और मेरी मां को ग्रुप इंश्योरेंस की सुविधा दी है. यदि मैं और कवरेज चाहूं तो मुझे क्या करना चाहिए?
4) क्या मैं उनके लिए 1 करोड़ रुपए का अतिरिक्त कवर ले सकता हूं?
– हरीश अग्निहोत्री
इन सवालों के जवाब के लिए हमने Policyx.com के सीईओ नवल गोयल से संपर्क किया:
हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों की स्थिति में सुपर टॉप-प्लान नहीं मिल पाता. मेरी सलाह है कि जिस कंपनी से आपने बेस प्लान खरीदा है, उसी से संपर्क किया जाए. बेस प्लान और सुपर टॉप-अप प्लान की तिथियों का सिंक होना जरूरी नहीं है. यदि आप बेस प्लान को रिन्यू करते हैं, तो मौजूदा सुपर टॉप-अप भी रिन्यू हो जाएगा. अगर आपका बेस प्लान खत्म हो गया है तो आपको क्लेम करने की जरूरत है. इसके बाद आपको डिडक्टिबल का भुगतान देना होगा और बाकी की रकम सुपर टॉप-अप के जरिए आपको दे दी जाएगी.
जहां तक बात ग्रुप इंश्योरेंस की है, तो तय कवरेज के मुताबिक ही आप और आपकी मां मेडिकल खर्च के लिए इसका उपयोग कर सकते हैं. अगर आपके पास ग्रुप इंश्योरेंस है, तभी आप सुपर टॉप-अप ले सकते हैं. यदि उन्हें सुपर टॉप-अप नहीं मिल पाता तो आपको दिए गए कवरेज पर ही प्रबंध करना होगा.
उनकी उम्र और शारीरिक हालात को देखते हुए, 1 करोड़ रुपए का कवरेज हासिल करना कठिन है. हालांकि, उनके लिए Care Health Insurance का Care Heart, HDFC Life Cardiac Care और Star Health Cardiac Care प्लान लिया जा सकता है. इनमें उन्हें दस लाख रुपए तक का कवरेज मिल सकता है.