कितने कवर वाला टर्म इंश्‍योरेंस होता है फायदेमंद?

टर्म इंश्योरेंस में पॉलिसीधारक की मौत के बाद उसके परिवार को पैसों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है

कितने कवर वाला टर्म इंश्‍योरेंस होता है फायदेमंद?

दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में परिवार वालों की वित्तीय मदद के लिए टर्म इंश्‍योरेंस एक बेहतर विकल्‍प है. इसमें पॉलिसीधारक की मौत के बाद उसके परिवार को पैसों के लिए किसी दूसरे पर निर्भर नहीं रहना पड़ता है. टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी जीवन बीमा के सबसे सरल और किफायती रूपों में से एक है. इसमें एक निश्चित प्रीमियम का भुगतान करना होता है. अगर पॉलिसी अवधि के दौरान बीमाधारक की मृत्यु हो जाती है, तो उसके नॉमिनी को एक निश्चित राशि प्राप्त होती है. मगर यहां सवाल ये आता है कि आखिर टर्म इंश्‍योरेंस लेते समय कितना निवेश करना चाहिए, प्‍लान लेते समय और किन बातों का ध्‍यान रखना चाहिए.

कब लेना चाहिए टर्म इंश्‍योरेंस?
जानकारों के मुताबिक व्‍यक्ति को टर्म इंश्‍योरेंस जितनी जल्‍दी हो, उतनी जल्‍दी लेना चाहिए. खासतौर पर जैसे ही आप कमाई शुरू करें, एक कवर खरीद लें. क्‍योंकि 30 वर्ष की आयु के बाद परिवार की जिम्‍मेदारियों के चलते आय स्थिर हो सकती है. ऐसे में पर्याप्त कवरेज का होना जरूरी है. एक्‍सपर्ट कहते हैं कि व्‍यक्ति को अपनी वार्षिक आय का 10-15 गुना तक का कवरेज लेना चाहिए. उदाहरण के तौर पर अगर आपकी वार्षिक आय 10 लाख रुपए है, तो आपके परिवार को सभी संभावित खर्चों को पूरा करने के लिए एक करोड़ रुपए का कवर आवश्यक है.

टैक्‍स भरने के बाद आय की करें गणना
बेहतर टर्म इंश्योरेंस कवर खोजने के लिए आपको टैक्‍स भुगतान के बाद बची आय की गणना करनी चाहिए. अपनी रिटायरमेंट की आयु तक अपने परिवार में कुल वित्तीय योगदान की गणना करने के लिए इस संख्या का उपयोग करें. इसमें महंगाई दर, आय में वृद्धि और विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों और जरूरतों को ध्यान रखें.

कब लेना चाहिए टर्म प्‍लान?
टर्म कवर ऐसा होना चाहिए जो जीवन के नुकसान की दुर्भाग्यपूर्ण स्थिति में आपके परिवार के लिए वित्तीय योगदान की भरपाई करे. टर्म प्लान की आदर्श अवधि उस उम्र तक है जब आप कमाई की शुरुआत करते हैं. जितना जल्‍दी आप प्‍लान लेंगे, उतना ही अच्‍छा कवरेज आप हासिल कर सकेंगे. टर्म इंश्योरेंस कवरेज की जरूरत आम तौर पर तब सबसे अधिक होती है जब आप अपने करियर के बीच में होते हैं और भुगतान के लिए देनदारियां होती हैं. इसलिए यह सलाह दी जाती है कि टर्म इंश्योरेंस प्लान को करियर के शुरुआती दिनों में ही खरीद लें ताकि आप कम कीमत में बेहतर कवरेज पा सकें.

टर्म इंश्‍योरेंस लेते समय किन बातों का ध्‍यान रखें?
टर्म इंश्योरेंस खरीदने की योजना बनाते समय, विभिन्न कारकों पर विचार करना चाहिए जैसे- बच्चे की शिक्षा और शादी, घर, कार या व्यक्तिगत ऋण जैसे कोई बकाया ऋण, अपने और जीवन साथी के लिए रिटायरमेंट प्‍लान, मेडिकल इमरजेंसी और दैनिक खर्च. सामान्‍य तौर पर एक आदर्श टर्म कवर आपकी वार्षिक आय का 10-15 गुना होना चाहिए.

सही प्लान कैसे चुनें?
वर्तमान में बाजार में कुछ लोकप्रिय योजनाएं जैसे- एचडीएफसी लाइफ, आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल, मैक्स लाइफ, टाटा एआईए लाइफ और आदित्य बिड़ला लाइफ इंश्योरेंस और पीएनबी मेटलाइफ टर्म इंश्‍योरेंस प्‍लान मौजूद हैं. इन सभी योजनाओं का दावा निपटान रेश्‍यो लगभग 100 प्रतिशत है. जानकारों का कहना है कि टर्म प्‍लान लेते समय इन योजनाओं की लागत की तुलना करें. साथ ही बीमा कंपनी के दावा निपटान रेश्‍यो को जरूर देखें. जिन कंपनियों का निपटान रेश्‍यो 100 फीसद है, उनका चुनाव करना बेहतर रहता है.

Published - September 22, 2023, 04:35 IST