देश में किराए के मकान (Rented House) में रहने की प्रवृत्ति भी बढ़ रही है. अब ज्यादा से ज्यादा लोग नौकरी या किसी अन्य वजह से बड़े शहरों में जा रहे हैं. होम इंश्योरेन्स सिर्फ उन प्रॉपर्टी मालिकों (Property Owner) तक सीमित नहीं है जो अपने होम लोन को सुरक्षित करने के लिए संपत्ति बीमा खरीदते हैं या जो घर के मालिक हैं वही बीमा लेते हैं. यह बीमा तो किराए के मकानों में रहने वाले किरायेदार भी अपने साजो सामान की कवरेज़ के लिए खरीद सकते हैं.
किरायेदार की पात्रता
एक किरायेदार घर पर तो इंश्योरेंस नहीं ले सकता लेकिन वह घर के सामानों पर इंश्योरेंस ले सकता है. अगर आप घर से बहुत बाहर रहते हैं और आपको अपने घर के सामान की चिंता रहती है. तो आपको होम इंश्योरेंस लेना चाहिए.
कैसे होगा मूल्यांकन
सवाल है कि घर के सामानों कैसे होगा. जब से सामान खरीदा जाता है तब से इसकी कीमत आंकी जाती है. और हर साल 10% का इसमें गिरावट आता है. सोने की कीमतों का मूल्यांकन सरकारी एजेंसियों के आधार तय होता है.
किन चीजों का हो सकता है इंश्योरेंस
इंश्योरेंस क्लेम के दौरान हमने कभी-कभी देखा है कि घर के भीतर के साजो सामान, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, घरेलू उपकरण, पोर्टेबल उपकरण जैसे सेल फोन या लैपटॉप, टेलीविजन आदि का भी उतना ही मूल्य होता है, जितना कि मकान का होता है. इसी तरह होम इंश्योरेंस पॉलिसियों में आभूषण को भी, यहां तक कि बैंक लॉकर में रखे गए कीमती वस्तुओं को भी शामिल किया गया है. वास्तव में, आपके पास अपने आभूषण और क़ीमती सामान का बीमा होना ही चाहिए चाहे वे घर के सफीदों में हों या बैंक लॉकर में हों. कई घरों में अक्सर बहुमूल्य कलाकृतियाँ, चित्र, क्यूरियोस और अन्य कीमती वस्तुएं होती हैं, जिनका न्यूनतम प्रीमियम पर भी बीमा किया जा सकता है.
रेंटल इंश्योरेंस के मुख्य फायदे
आग या चोरी जैसी आकस्मिक विपत्ति की स्थिति में रेंटल इंश्योरेंस आपकी वित्तीय तौर पर मदद करेगा, क्योंकि मकानमालिक ने सिर्फ अपने घर का बीमा कराया होगा और किसी चीज का नहीं.
अगर आपका सामान चोरी या बरबाद हो गया है तो आपको रेंटल इंश्योरेंस आपके कपड़े, निजी कीमती वस्तुएं, गहने, फर्नीचर, इलेक्ट्रिकल या मेकनिकल उपकरण और रोजमर्रा के सामान जैसे रसोई घर के बरतन, क्राकरी और कटलरी खरीदने के लिए पैसे देगा.
रेंटल इंश्योरेंस यात्रा के दौरान आपकी निजी संपत्ति जैसे नकद और गहनों के चोरी होने की भी भरपाई करेगा.
रेंटल इंश्योरेंस पॉलिसी लेते वक्त ध्यान में रखने की बातें
अपने निजी सामान का मूल्य जानने के लिए आपको जाने माने तरीके को अपनाना होगा – यानि सभी सामान की सूची बनानी होगी. आपको विस्तृत में सूची बनानी है और इससे छोटे सामान जैसे बरतन, क्राकरी, कटलरी, चदरें, पड़दे, आदि के साथ महंगे इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रनिक सामान (टीवी, लैपटॉप, मोबाइल फोन) को शामिल करना है. सूची में शामिल सभी वस्तुओं का फोटो लेना योग्य रहेगा, ताकि अगर आप क्लेम करते हैं तो बीमा कंपनी उसकी पुष्टि कर सकेगी.