Health Insurance: इस महामारी ने पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर के दौरान कोविड रिलेटेड हेल्थ क्लेम में काफी इजाफा किया. अप्रैल और जून 2021 के बीच दूसरी लहर के दौरान पॉलिसीबाजार के लेटेस्ट डेटा के अनुसार 48% कोविड क्लेम रिकॉर्ड किए गए. वहीं, पहली लहर में अप्रैल 2020 और अगस्त 2020 के बीच कोविड रिलेटेड कुल 33% क्लेम रिपोर्ट किए गए थे. एवरेज क्लेम सेटलमेंट में भी 9% का इजाफा हुआ है. हालांकि, प्री-कोविड सेकेंड वेव के दौरान, जो जनवरी 2021 और मार्च 2021 के बीच का समय था, इसमें क्लेम रेशियो घटकर 14% रह गया.
जून 2021 से इंश्योरेंस इंडस्ट्री लगातार क्लेम की संख्या बढ़ते हुए देख रही है. इंडस्ट्री-वाइस डेटा से पता चलता है कि इंश्योरेंस कंपनियों ने इस साल जुलाई तक अब तक 16.4 लाख कोविड क्लेम का सेटलमेंट किया है, वहीं 3.24 लाख आउटस्टेंडिंग क्लेम हैं.
जून में 16.6 लाख मामलों की तुलना में जुलाई में रिपोर्ट किए गए क्लेम की संख्या 22% बढ़कर 20.38 लाख हो गई. एक्सपर्ट्स का कहना है कि जुलाई में रिपोर्ट किए गए क्लेम में ये उछाल लोगों द्वारा रिम्बर्समेंट क्लेम की वजह से भी हो सकता है.
क्लेम की बढ़ती हुई संख्या देखते हुए पर्याप्त इंश्योरेंस अमाउंट के साथ एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होना जरूरी है. पर्याप्त हेल्थ इंश्योरेंस के बिना आपकी लाइफ सेविंग को लेकर हमेशा रिस्क रहेगा.
हेल्थ इंश्योरेंस न होने पर एक बार के हॉस्पिटलाइजेशन में ही आपकी पूरी लाइफ सेविंग का एक बड़ा हिस्सा खत्म हो सकता है. पॉलिसी होने से आपको मानसिक शांति मिलेगी कि किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए आप तैयार है.
कोविड के बढ़ते क्लेम को देखते हुए, एक्सपर्ट्स का कहना है कि पर्याप्त इंश्योरेंस अमाउंट के साथ हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना बेहद जरूरी है. हेल्थ इंश्योरेंस होना इम्पोर्टेंट है क्योंकि कोरोना वायरस के ट्रीटमेंट में लाखों रुपए खर्च हो जाते हैं
जिसमें ट्रीटमेंट के लिए 10-14 दिनों तक हॉस्पिटल में रहना होता है. इसके अलावा, कई पेशेंट को इलाज के बाद म्यूकरमाइकोसिस (mucormycosis) का सामना करना पड़ा. ऐसे मामलों में हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी होने से मेडिकल बिल का पेमेंट करने में मदद मिल सकती है, क्योंकि दोनों ही बेसिक मेडिक्लेम पॉलिसी में कवर होते हैं.
अगर आपके पास पहले से इंश्योरेंस पॉलिसी है तो कवर को बढ़ाकर करीब 25 लाख रुपये कर दें. यदि आपके पास कोई इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं है तो तुरंत उसे खरीदें क्योंकि इंश्योरेंस कंपनियों ने क्लेम की बढ़ती संख्या को देखते हुए हेल्थ इंश्योरेंस प्रीमियम को बढ़ाने के बारे में बात करना शुरू कर दिया है.