फैमिली के लिए हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे हैं? इन पॉइंट्स पर करें गौर

यदि आप परिवार के लिए आरोग्य बीमा खरीदने जा रहे हैं तो आपको पर्याप्त सम एश्योर्ड, कवरेज, को-पेमेंट क्लोज, वेइटिंग पीरियड को ध्यान में लेना चाहिए.

  • Team Money9
  • Updated Date - August 10, 2021, 04:46 IST
फैमिली के लिए हेल्थ इंश्योरेंस ले रहे हैं? इन पॉइंट्स पर करें गौर

हेल्थ इंश्योरेंस के साथ जुड़ी शर्तें और नियमों को समझने के बाद चयन करने में आसानी होगी.

हेल्थ इंश्योरेंस के साथ जुड़ी शर्तें और नियमों को समझने के बाद चयन करने में आसानी होगी.

Health Insurance: तेजी से बढ़ रहे इलाज के खर्च को ध्यान में रखते हुए व्यक्ति के पास पर्याप्त अमाउंट का हेल्थ इंश्योरेंस होना जरूरी है. अगर आप भी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेने की सोच रहे हैं तो ये अच्छी बात है, लेकिन आपको इसके साथ जुड़े विभिन्न पहलुओं को अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए. मार्केट में कई तरह के हेल्थ प्लान हैं, लेकिन आपको आपके परिवार के लिए बेस्ट प्लान चुनना आवश्यक है. परिवार को शामिल करने वाले हेल्थ इंश्योरेंस प्लान को फैमिली फ्लोटर हेल्थ इंश्योरेंस प्लान (Family floater health insurance plan) कहते हैं. ऐसी सिंगल पॉलिसी के जरिए आपके परिवार के सदस्यों को भी प्लान में शामिल किया जा सकता है.

इंडीविजुअल प्लान और फैमिली फ्लोटर

आपको अपनी उम्र, आपके उपर निर्भर परिवार के सदस्यों, उनके आरोग्य के साथ जुड़े जोखिम आदि बातों को ध्यान में लेने के बाद योग्य प्रकार की हेल्थ पॉलिसी का चयन करना चाहिए. यदि आप इंडीविजुअल हेल्थ प्लान खरीदेंगे तो केवल आपका कवर मिलेगा. इसमें हॉस्पिटलाइजेशन के लिए होने वाले खर्च का ही कवर मिलता है क्योंकि ये इंडेम्निटी हेल्थ इंश्योरेंस प्लान है.

यदि आपका परिवार है तो आपको सिंगल सम इंश्योर्ड के तहत परिवार के सदस्यों को भी आरोग्य बीमा मिले ऐसा प्लान लेना चाहिए. इसके लिए आपको फैमिली फ्लोटर प्लान लेना चाहिए. यदि आप 25-35 साल के हैं तो ऐसा प्लान काफी किफायती रहेगा.

आपको अपने माता-पिता के लिए अलग से प्लान लेना चाहिए, क्योंकि इस उम्र में हेल्थ संबंधित खर्चे बढ़ जाते हैं और सीनियर सिटीजंस के लिए खास तरह के बीमा प्लान आते हैं जो उनकी जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं.

पॉलिसी कवरेज

आप जो प्लान पसंद करने जा रहे हैं उसके तहत किस तरह की सुविधाए मिलती हैं और कितने प्रकार के खर्च कवर होते हैं यह अच्छी तरह से समझ लें. एंबुलेंस चार्ज, क्रिटिकल इलनेस कवर, मेटरनिटी बेनेफिट, प्री और पोस्ट-हॉस्पिटलाइजेशन कवर, कैशलेस ट्रीटमेंट, डेली हॉस्पिटल कैश बेनेफिट, इन-पेशेंट हॉस्पिटलाइजेशन इत्यादि का कवरेज शामिल है या नहीं, यह सुनिश्विचत कर लें. यदि फैमिली फ्लोटर प्लान लेना चाहते हैं तो परिवार के सभी सदस्यों की जरूरतें पूरी हों ऐसा हेल्थ बीमा पसंद करें.

परिवार के नए सदस्यों को शामिल करने का नियम समझें

प्लान में शामिल नियमों और शर्तों को अच्छी तरह से समझ लें और पता कर लें कि परिवार के एक नए सदस्य को आसानी से जोड़ सकते हैं या नहीं. यदि परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य की मृत्यु हो जाती है या वह कवरेज के लिए पात्र नहीं है तो परिवार के अन्य सदस्य योजना के लाभों को खोए बिना उसी योजना को जारी रख सकते हैं.

वेइटिंग पीरियड

आमतौर पर, पहले से मौजूद बीमारियों, मातृत्व खर्चों और कुछ विशिष्ट उपचारों को फिक्स्ड प्रतीक्षा अवधि के बाद कवर किया जाता हैं. सभी पॉलिसी का यह नियम अलग-अलग होता है. मातृत्व खर्च आमतौर पर पॉलिसी खरीद की तारीख से 2 से 4 साल की अवधि के बाद कवर किया जाता है. आप जिस कंपनी का आरोग्य बीमा खरीद रहे हैं, उसके वेटिंग पीरियड का नियम जान लेना चाहिए.

को-पेमेंट क्लॉज

यदि आप 10% को-पे क्लॉज वाली आरोग्य बीमा पॉलिसी खरीदेंगे तो हॉस्पिटल में इलाज के लिए होने वाले खर्च का 10% आपको अपनी जेब से देना होगा. यानि, होस्पिटल का बिल 4 लाख रुपये आता है, तो बीमा कंपनी 3.60 लाख रुपये का भुगतान करेगी और बकाया 40,000 रुपये आपको चुकाने होंगे. आप चाहे तो को-पेमेंट क्लॉज बगैर की पॉलिसी ले सकते हैं.

राइडर

आप क्रिटिकल इलनेस राइडर, हॉस्पिटल डेली कैश बेनेफिट राइडर, OPD कवर, मेटरनिटी कवर इत्यादि को अपने बेसिक हेल्थ इंश्योरेंस में शामिल कर सकते हैं. राइडर के लिए आपको अतिरिक्त प्रीमियम चुकाना पड़ेगा. जब आप अपनी पॉलिसी खरीदते हैं या उसका नवीनीकरण करते हैं तब राइडर को जरूरत के आधार पर चुना जा सकता है.

रूम रेंट का नियम

कुछ हेल्थ इंश्योरेंस में रूम रेंट पर सब-लिमिट होती है. यदि ऐसी लिमिट है, तो यह समग्र कवरेज को प्रतिबंधित करती है. हालांकि, बिना सब-लिमिट वाली योजनाएं आमतौर पर अधिक महंगी होती हैं.

Published - August 10, 2021, 04:37 IST