रोहित शर्मा, 45, के पास उसकी कंपनी की ओर से 20 लाख रुपए का अतिरिक्त हेल्थ कवर लेने का विकल्प है. उनकी कंपनी ने पहले से उन्हें 5 लाख रुपए का बेसिक कवर दिया हुआ है. रोहित का प्रश्न है, ‘मैं अतिरिक्त कवर लेना चाहता हूं. मेरी चिंता है कि क्या यह पहले से मौजूद बीमारी को कवर करेगा? या मुझे अपने परिवार के लिए अलग से कवर लेना चाहिए?’
रोहित अकेले ऐसे व्यक्ति नहीं हैं, जिनके मन में यह सवाल हो. हममें से बहुतों के मन में ये उलझन रहती है. दरअसल, रीटेल हेल्थ इंश्योरेंस वेटिंग पीरियड के तहत पहले से मौजूद बीमारियों के लिए कवर नहीं देते. इस स्थिति में ग्रुप इंश्योरेंस कैसे काम करता है?
IRDA की परिभाषा
बीमा नियामक IRDA के मुताबिक, ऐसी बीमारी जो पॉलिसी जारी होने की तिथि से 48 महीने के भीतर पहचानी गई हो, उसे पहले से मौजूद बीमारी माना जाएगा. IRDA के अनुसार, वेटिंग पीरियड 48 महीने का होता है. यह अवधि गुजरने के बाद ही आप संबंधित बीमारी के लिए क्लेम कर सकते हैं.
ग्रुप पॉलिसी में इसे कैसे कवर किया जाता है?
ग्रुप पॉलिसी में इसे कवर किया जा सकता है, लेकिन इसे आपकी कंपनी द्वारा खरीदा जाना चाहिए. इसमें पहले दिन से ही आपकी बीमारी को कवर किया जाता है. यह उन कर्मचारियों के लिए बेहतर होता है, जिनके माता-पिता बुजुर्ग हो चुके हों.
क्या इसमें पर्याप्त कवर मिलता है?
संभव है कि यह आपके पूरे परिवार को कवर न कर पाए. इस स्थिति में आपको अपने एकल परिवार के लिए अलग से हेल्थ पॉलिसी लेनी चाहिए और अपने माता-पिता के लिए अलग. दो अलग-अलग प्लान से आप पूरे परिवार को सुरक्षित कर पाएंगे. साथ ही इसके जरिए आप जॉब के दौरान और रिटायरमेंट के बाद भी खुद को सुरक्षित रख पाएंगे.