e-insurance account: आपने कई एक्सपर्ट्स को फाइनेंशियल लॉस के छोटे से छोटे नुकसान के लिए मैक्सिमम कवरेज के लिए मल्टीपल इंश्योरेंस पॉलिसियों का समर्थन करते सुना होगा. लेकिन आप इन पॉलिसियों, उनके प्रीमियम की ड्यू डेट, डॉक्यूमेंट आदि को मैनेज करने का प्लान कैसे बनाते हैं? आप हर पॉलिसी के स्टेटस और टेन्योर का ट्रैक रिकॉर्ड कैसे रख सकते हैं? जिस तरह कई क्रेडिट कार्ड्स को मैनेज करना मुश्किल होता है, उसी तरह कई इंश्योरेंस पॉलिसियां भी जरूरत पड़ने पर वित्तीय सहायता करने के वादे के साथ-साथ कुछ परेशानी भी लाती हैं.
ऐसी स्थिति से निपटने के लिए फाइनेंशियल एडवाइजर लोगों को ई-इंश्योरेंस अकाउंट (e-insurance account) का विकल्प चुनने की सलाह देते हैं. यह आपके लाइफ इंश्योरेंस, हेल्थ इंश्योरेंस और दूसरी पॉलिसियों को एक ही जगह पर रखकर मैनेज करने के लिए एक वर्चुअल स्टोर की तरह है. ई-इंश्योरेंस में पॉलिसी स्टोर को ई-इंश्योरेंस पॉलिसियों के रूप में रेफर किया जाता है, जो पॉलिसी डॉक्यूमेंट के गुम हो जाने पर बैकस्टॉप के रूप में काम करता है.
इन्वेस्टोग्राफी की CFP और फाउंडर श्वेता जैन ने कहा, “ई-इंश्योरेंस (e-insurance account) अकाउंट आपकी सभी इंश्योरेंस पॉलिसियों को ऑनलाइन एक ही जगह पर रखने में मदद करता है. फिजिकल कॉपी रखने की कोई जरूरत नहीं है. इसलिए इसे बनाए रखना आसान है और जरूरत पड़ने पर इसे अपनाने की सलाह दी जाती है. अब फिजिकल डॉक्यूमेंट आदि के गुम हो जाने या नष्ट हो जाने का डर नहीं है. यह इंश्योरेंस पॉलिसियों के लिए डीमैट अकाउंट (Demat account) को मेंटेन करने जैसा है.”
उन्होंने कहा अब, विभिन्न कंपनियों की आपकी सभी इंश्योरेंस पॉलिसियों को एक ही अकाउंट (e-insurance account) से एक्सेस किया जा सकता है, इसलिए किसी पॉलिसी के खो जाने का कोई डर नहीं है.
ई-इंश्योरेंस के फीचर और बेनिफिट
सेफ्टी बेनेफिट के अलावा, एक ई-इंश्योरेंस अकाउंट (e-insurance account) आपको KYC डॉक्यूमेंट जमा किए बिना एक नई पॉलिसी खरीदने की आजादी देता है. आपका ई-इंश्योरेंस अकाउंट नंबर इन डॉक्यूमेंट्स की जगह पर आता है. अपने प्रीमियम का भुगतान करना भी आसान हो जाता है क्योंकि आप इसे अपने ऑनलाइन अकाउंट के जरिए से ऑनलाइन कर सकते हैं. आपको इंश्योरेंस कंपनी के पास जाने और नकद/चेक से भुगतान करने की जरूरत नहीं है.
ई-इंश्योरेंस अकाउंट (e-insurance account) द्वारा दी जाने वाली ट्रैकिंग सुविधा यकीनन पॉलिसी होल्डर्स के लिए बहुत काम की है. यह आपके अकाउंट का सालाना स्टेटमेंट आपके द्वारा ली सभी वर्तमान इंश्योरेंस पॉलिसियों की डिटेल्स के साथ भेजता है. ऑनलाइन रिपोजिटरी बीमित व्यक्ति के लिए अपनी इंश्योरेंस पॉलिसियों को मॉनिटर करना और जरूरतों के हिसाब से कवरेज बढ़ाने का निर्णय लेना आसान बनाता है.
ई-इंश्योरेंस अकाउंट कैसे खोलें?
ई-इंश्योरेंस अकाउंट (e-insurance account) खोलना एक आसान प्रोसेस है. पसंदीदा इंश्योरेंस रिपोजिटरी जैसे NSDL डेटाबेस मैनेजमेंट लिमिटेड, CAMS रिपोजिटरी सर्विसेज लिमिटेड, सेंट्रल इंश्योरेंस रिपोजिटरी लिमिटेड आदि का ई-इंश्योरेंस अकाउंट खोलने का फॉर्म डाउनलोड करें. इसे भरें और आवश्यक KYC डॉक्यूमेंट की एक सेल्फ अटेस्टिड कॉपी अटैच करें. इनमें आइडेंटिटी प्रूफ (वोटर ID, PAN, या आधार कार्ड), एड्रेस प्रूफ (राशन कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आदि), बर्थ सर्टिफिकेट और डोमिसाइल सर्टिफिकेट शामिल हैं.
अकाउंट खोलने के लिए अपने पसंदीदा इंश्योरेंस रिपोजिटरी में सेल्फ अटेस्टेड डॉक्यूमेंट्स के साथ फॉर्म जमा करें. आपको अपने यूजर नेम और पासवर्ड के साथ एक ई-इंश्योरेंस अकाउंट नंबर प्राप्त होगा. इन क्रेडेंशियल्स का इस्तेमाल आप आगे किसी भी ट्रांजेक्शन के लिए कर पाएंगे.
इसलिए अगर आप अपनी इंश्योरेंस पॉलिसियों को अच्छे से मैनेज करने का रास्ता ढूंढ रहे हैं, तो ये डिजिटल रास्ता चुनें और आज ही अपना ई-इंश्योरेंस अकाउंट (e-insurance account) खोलें.