ऐसे खारिज नहीं होगा आपके हेल्थ बीमा का क्लेम

स्‍वास्‍थ्‍य बीमा के लिए दावा करते समय अपनी पॉलिसी की जानकारी का होना जरूरी

  • Updated Date - July 17, 2023, 03:57 IST
ऐसे खारिज नहीं होगा आपके हेल्थ बीमा का क्लेम

कोरोना काल के बाद से हेल्‍थ इंश्‍योरेंस की अहमियत बढ़ गई है. यही वजह है कि महंगे प्रीमियम के बावजूद लोग अपनी जरूरत के हिसाब से बीमा खरीद रहे हैं. अगर आपने भी अपने और परिवार के लिए इंश्‍योरेंस ले रखा है तो क्‍लेम से जुड़ी बातों की जानकारी होना जरूरी है. इससे जरूरत के वक्‍त आपको आसानी से क्‍लेम मिल जाएगा. दावाा खारिज न हो इसके लिए आपको अपनी पॉलिसी की सही जानकारी होना जरूरी है, साथ ही क्‍लेम के वक्‍त सही रिकॉर्ड पेश करने की भी जिम्‍मेदारी आपकी होगी.

क्‍लेम से पहले जांच ले बीमा पॉलिसी की शर्तें
अगर आप हेल्‍थ इंश्‍योरेंस क्‍लेम के लिए अप्‍लाई करने जा रहे हैं तो पहले अपनी बीमा पॉलिसी की समीक्षा करना जरूरी है. ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आपके इलाज एवं अन्‍य खर्च पॉलिसी में कवर किए गए हैं या नहीं. बीमा पॉलिसी की क्‍लेम संबंधित क्‍या शर्तें हैं. कुछ बीमा पॉलिसियों में कवरेज सीमित होता है इसलिए अच्‍छे अपने पॉलिसी विवरण को पढ़ लें.

जुटाएं जरूरी दस्‍तावेज
पॉलिसी का दावा करने के लिए, आपको अपने बीमा कार्ड, मेडिकल बिल और अन्य जरूरी दस्‍तावेजों व बिल की कॉपी संभाल कर रखनी होंगी. इसके अलावा डॉक्टर की ओर से जारी किया गया स्‍वास्‍थ्‍य प्रमाण पत्र भी जमा करना पड़ सकता है. क्‍लेम के समय इन सभी दस्‍तावेजों की कॉपी अटैच करें ऐसा करने से क्‍लेम लेने में आसानी होगी.

समय पर भरें क्‍लेम फॉर्म
सभी आवश्यक दस्तावेज इकट्ठा करने के बाद क्‍लेम के लिए तुरंत अपने बीमा कंपनी व एजेंट से संपर्क करें. इसके बाद क्‍लेम फॉर्म भरें. इसमें मांगी गई जानकारी का सही डिटेल भरें. आमतौर पर क्‍लेम फॉर्म में आपकी व्यक्तिगत जानकारी, उपचार का विवरण और आपके द्वारा दावा की जा रही राशि का विवरण देना होता है.

वेटिंग पीरियड की लें जानकारी
स्‍वास्‍थ्‍य बीमा क्‍लेम फॉर्म जमा करने के बाद बीमा कंपनी उस पर कार्रवाई करेगी. दावा सही है या नहीं इसकी जांच की जाती है. साथ ही इलाज की गंभीरता को देखते हुए कितना कवर मिलेगा ये तय किया जाता है. कई बार वेटिंग पीरियड की वजह क्‍लेम लेने में देरी होती है. इसलिए बीमा कंपनी से इस बारे में अच्‍छे से जानकारी हासिल कर लें.

कब भुगतान की होगी जरूरत?
अगर आपने सिर्फ मेडिक्‍लेम लिया है तो बीमा में महज हॉस्पिटलाइजेशन का खर्च ही कवर होगा. वहीं हेल्‍थ इंश्‍योरेंस में बीमा कवरेज अलग-अलग प्‍लान पर निर्भर करता है. अगर आपकी बीमा कंपनी बिल का केवल एक हिस्सा ही कवर करती है, तो बाकी बची हुई रकम का भुगतान आपको करना पड़ेगा. इसलिए आपको कितना भुगतान करना होगा और ये कितनी अवधि के अंदर करना होगा, इन सबकी जानकारी क्‍लेम लेने से पहले ही कर लें.

Published - July 17, 2023, 03:57 IST