Insurance Policy: महामारी आई, जिंदगी जीने का तरीका बदला. न सिर्फ सेहत बिगड़ी बल्कि फाइनेंशियल हेल्थ (Financial health) को झटका लगा. एक बात तो समझ आ गई सेहत ही हमारी असली वेल्थ है. एक सर्वे के मुताबिक, दुनिया के 81 फीसदी लोगों को यह समझ आया कि अगर आप फिट रहेंगे तो ही हिट रहेंगे. अब कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन (Corona virus new strain) के आने से यह तो साफ हो गया कि Covid-19 लंबे समय तक हमारे आसपास रहेगा. ऐसे में खुद को सुरक्षित रखने के लिए सिर्फ सावधानी ही काफी नहीं. बल्कि, अब चाहिए एक हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी, जो इमरजेंसी में हमें दे संजीवनी.
अब सवाल यह उठता है कि कोरोना वायरस से बचाव में सबसे बेस्ट पॉलिसी कौन सी हो सकती है. मार्केट में कई तरह की पॉलिसी मौजूद हैं. लेकिन, सही पॉलिसी चुनना ही असली चुनौती है. यहां हम आपको अलग-अलग तरह के कुछ हेल्थ प्लान बता रहे हैं जो आपको देंगे सुरक्षा का कवच.
भविष्य में क्या होगा कोई नहीं जानता. इसलिए जरूरत है ऐसी बेसिक पॉलिसी खरीदने की जो सिर्फ एक नहीं बल्कि सभी तरह की बीमारियों में व्यापक कवरेज दे सके. यही वजह है कि सबसे पहले क्षतिपूर्ति पॉलिसी (indemnity policy) खरीदनी चाहिए. किसी भी बीमारी या एक्सीडेंट के मामले में हॉस्पिटलाइज होने पर यह आपके मेडिकल बिल भरने से लेकर सभी तरह की जरूरतों को पूरा करती है.
बेसिक प्लान से बिल्कुल अलग किसी खास बीमारी के लिए इंश्योरेंस पॉलिसी खरीदना भी समझदारी है. खासकर कोरोना वायरस के मामले में तो यह और भी जरूरी हो जाता है. क्योंकि, बेसिक प्लान सभी तरह की बीमारियों को कवर करते हैं. लेकिन, कोरोना वायरस के केस में होने वाले खर्च को बेसिक पॉलिसी कवर नहीं करती है. वहीं, दूसरी तरफ कोरोना कवच पॉलिसी (Corona Kavach Policy) बाजार में कॉफी तेजी से पॉपुलर हुई है. पॉलिसी का मकसद है कि लोग इस महामारी के इलाज के लिए reasonable rate पर एक हेल्थ इंश्योरेंस प्रोटेक्शन ले सकें. कोविड-19 महामारी (COVID-19 Pandemic) को देखते हुए सभी जनरल और हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों (Insurance Companies) ने यह प्रोडक्ट पेश किया है. इस पॉलिसी में लगभग साढ़े तीन महीने से साढ़े नौ महीने के लिए पॉलिसी बेची जा रही है. इसमें इंश्योर्ड के मेडिकल खर्च की मैक्सिमम राशि 5 लाख रुपए रखी गई है.
कोरोना रक्षक पॉलिसी बेनिफिट आधारित पॉलिसी है. अगर पॉलिसीहोल्डर को कोरोना वायरस पॉजिटिव पाया जाता है तो बीमा कंपनी एकमुश्त भुगतान करती है. भुगतान पाने के लिए शर्त ये है कि कम से कम 72 घंटे यानी तीन दिनों तक अस्पताल में भर्ती होना जरूरी है. वहीं, इस पॉलिसी को 18 साल से 65 साल तक का कोई भी व्यक्ति ले सकता है. यह पॉलिसी सभी हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियों के पास अवेलेबल है.
Money 9 की सलाह: हमारी सलाह यही है कि सबसे पहले आपको बेसिक/व्यापक हेल्थ इंश्योरेंस प्लान लेना चाहिए, क्योंकि इससे आपको न केवल कोरोनावायरस बल्कि दूसरी बीमारियों और महामारी के खिलाफ भी व्यापक कवरेज मिलेगा. एक बार जब आपके पास व्यापक कवरेज वाली हेल्थ पॉलिसी होती है, तो आप कोरोना कवच और कोरोना रक्षक जैसे दूसरे इंस्ट्रूमेंट भी ले सकते हैं जो इन बीमारियों में पूरा कवरेज देते हैं.