लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी लेने से पहले इन 3 बातों का रखें ध्‍यान

जीवन बीमा फाइनेंसियल प्लानिंग का एक अभिन्न अंग है, यहां कुछ ऐसे लोगों के उदाहरण दिए गए हैं जो टर्म इंश्योरेंस को छोड़ने पर विचार कर सकते हैं.

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सही इंश्‍योरेंस लेने के लिए जरूरी है कि आप पहले अपनी महत्‍वाकांक्षाओं और जरूरतों को ध्‍यान में रखें. इसी के आधार पर अपना लक्ष्‍य निर्धारित करें

सही इंश्‍योरेंस लेने के लिए जरूरी है कि आप पहले अपनी महत्‍वाकांक्षाओं और जरूरतों को ध्‍यान में रखें. इसी के आधार पर अपना लक्ष्‍य निर्धारित करें

28 साल की सुप्रिया मेनन को हाल ही में पहली नौकरी मिली है. अब उन्‍होंने निवेश करना शुरू कर दिया है और किसी भी मेडिकल इमरजेंसी से निपटने के लिए एक हेल्‍थ इंश्‍योरेंस (Insurance) पॉलिसी भी खरीदी है. हालांकि, वह यह तय नहीं कर पा रही है कि उन्‍हें टर्म इंश्योरेंस (Insurance) पॉलिसी खरीदनी चाहिए या नहीं. यंग होने के कारण उसकी कोई लायबिलिटी और डेपेंडेंट्स नहीं है. ऐसे में सुप्रिया के लिए एक टर्म इंश्योरेंस प्लान लेने का कोई मतलब नहीं है. जो बीमाकृत व्यक्ति की मृत्यु होने पर परिवार को एक साथ एक निश्चित राशि देता है. हालांकि लाइफ इंश्‍योरेंस फाइनेंशियल प्लानिंग का एक मजबूत अंग है. लेकिन फिर भी यहां कुछ ऐसे लोगों के उदाहरण दिए गए हैं जो टर्म इंश्योरेंस को छोड़ने पर विचार कर सकते हैं.

रिटायर व्यक्ति

जब एक परिवार के कमाने वाले सदस्य की जल्दी मृत्यु हो जाती है तो पूरे परिवार को एक झटका लगता है. इसलिए, लाइफ इंश्‍योरेंस पॉलिसी खरीदना महत्वपूर्ण है. क्योंकि जब आप आसपास नहीं होते हैं तो यह आपके परिवार की फाइनेंशियल कंडीशन का ख्याल रखता है, लेकिन क्या होगा अगर वह व्यक्ति रिटायरमेंट के करीब हो या पहले ही रिटायर हो चुका है तो ऐसे में परिवार की कोई फाइनेंसियल जरूरत नहीं है. इस प्रकार के मामले में जीवन बीमा को छोड़ना समझ में आता है क्योंकि आपके बच्चे इंडिपेंडेंट हो चुके हैं और आपने अपने कामकाजी जीवन के दौरान पहले ही देख चुका दिया है.

नो डेपेंडेंट्स

सुप्रिया जैसे यंग व्यक्ति को जीवन बीमा खरीदने की जरूरत नहीं हो सकती है, जब तक उन पर कोई डेपेंडेंट्स न हो. यह वह समय होता है जब लोगों पर होम और कार लोन जैसी जिम्मेदारियां नहीं होती हैं. इसलिए युवा लोग जिन्होंने अभी-अभी नौकरी करना शुरू किया है. वे जीवन बीमा को इग्नोर कर सकते हैं. लेकिन सुप्रिया की शादी और बच्चे होने के बाद इस फैसले पर उसे फिर से विचार करने की जरूरत होगी. लेकिन आपको बता दें कि जैसे-जैसे की उम्र बढ़ती है. प्रीमियम दरें भी महंगी हो जाती है. इसलिए बाद के चरण में खरीदारी करना पॉलिसी को महंगा बना सकता है.

कंफर्टेबले नेटवर्थ

लाइफ इंश्‍योरेंस की जरूरत तय करने से पहले आपको अपनी नेट वर्थ पर भी विचार करना होगा. अगर आपके पास पहले से ही पर्याप्त नेट वर्थ है जहां आप आसानी से अपनी देनदारियों जैसे कि लोन और बच्चों की शिक्षा को पूरा कर सकते हैं तो ऐसे में आपको लाइफ इंश्‍योरेंस की जरूरत नहीं है. लाइफ इंश्‍योरेंस उन लोगों के लिए है जिनके पास फाइनेंशियल लायबिलटीज़ के साथ अपने परिवार को पीछे छोड़ने का जोखिम होता है.

इसलिए, यदि आप ऊपर बताई गई किन्ही भी बातों से संबंधित हैं तो आप जीवन बीमा योजना खरीदने के अपने निर्णय की समीक्षा करने पर विचार कर सकते हैं.

Published - August 4, 2021, 09:15 IST