यूनिट लिंक्ड पेंशन प्लान में निवेश करने से पहले जान लें इससे मिलने वाले फायदों के बारें में

ULPP इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस का मिश्रित रूप है. इसके जरिए रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. ULPP लंबी अवधि वाले निवेश हैं.

  • Team Money9
  • Updated Date - October 13, 2021, 01:57 IST
Before investing in Unit Linked Pension Plan, know about the benefits of it

ULPP के शुरुआती सालों में प्रीमियम आवंटन कम होता है, जो कि समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है.

ULPP के शुरुआती सालों में प्रीमियम आवंटन कम होता है, जो कि समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है.

Unit Linked Pension Plan: पर्सनल फाइनेंस में रिटायरमेंट की प्लानिंग करना सबसे अहम माना जाता है. इसी प्लानिंग से जुड़े एक उत्पाद को यूनिट लिंक्ड पेंशन प्लान (ULPP) कहा जाता है. यह इन्वेस्टमेंट और इंश्योरेंस का मिश्रित रूप है. इसके जरिए आप रिटायरमेंट के बाद की वित्तीय जरूरतों को पूरा कर सकते हैं. ULPP लंबी अवधि वाले निवेश विकल्प होते हैं. इसमें निवेश की न्यूनतम और अधिकतम आयु सीमा 35 और 70 वर्ष है.

क्या है इसकी विशेषताएं

पॉलिसी टर्म 5 साल से 30 साल के बीच हो सकती है. ULPP के शुरुआती सालों में प्रीमियम आवंटन कम होता है, जो कि समय के साथ धीरे-धीरे बढ़ता है. जानकारों के मुताबिक, ULPP में 101% से 195% तक का मैच्योरिटी बेनेफिट मिल जाता है. निवेश अवधि के पहले ही यदि निवेशक की किसी भी कारण से मृत्यु हो जाती है तो सभी डेथ बेनिफिट संबंधित नॉमिनी को प्राप्त होते हैं.

देना होता है अतिरिक्‍त शुल्‍क

ULPP में विभिन्न तरह के फीस होती हैं. निवेशक को संबंधित कंपनी को फंड मैनेजमेंट फीस भी देनी होती है. यह फीस 1% से 1.35% तक हो सकती है. यदि कोई निवेशक गारंटीड रिटर्न चाहता तो उसे इसके लिए अतिरिक्त शुल्क अदा करना होता है.

बाजार जोखिम भी है शामिल

ULPP शेयर बाजार से जुड़े प्रोडक्ट होते हैं. इसलिए इसमें बाजार का जोखिम भी शामिल होता है. निवेशक अपनी पसंद के मुताबिक अपने पैसे विभिन्न फंडों में लगा सकता है. चाहे वह इक्विटी फंड हो या फिर डेट फंड या फिर दोनों का मिश्रण. इसमें स्विच करने की भी सुविधा होती है.

क्‍या कहते हैं जानकार

कोलकाता के सीए दीपन दास का कहना है, ULPP दूसरे पेंशन प्लान से अलग होते हैं. ULPP और ULIP में ज्यादा अंतर नहीं होता. इसलिए इसे अक्सर ULIP ही कहा जाता है. दोनों में लॉक-इन अवधि होती है. इन दोनों में मूल अंतर रिटायरमेंट इनकम और बीमा का है.

Published - October 13, 2021, 01:57 IST