ULIP में निवेश करने से पहले जान लें इस पर लगने वाले इन सभी चार्ज के बारे में

अचानक हुई मृत्यु के मामले में ULIP पॉलिसी होल्डर के परिवार को वित्तीय मुआवजा सुनिश्चित करता है. इसके बदले में इंश्योरर मोर्टेलिटी चार्ज वसूल करता है.

  • Team Money9
  • Updated Date - October 12, 2021, 12:00 IST
PE investment in real estate sector rose 24% in July-September 2021

जुलाई-सितंबर के दौरान रियल्टी सेक्टर में PE इन्वेस्टमेंट पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 24% बढ़कर 47.7 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है.

जुलाई-सितंबर के दौरान रियल्टी सेक्टर में PE इन्वेस्टमेंट पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 24% बढ़कर 47.7 करोड़ डॉलर पर पहुंच गया है.

ULIP आज एक पॉपुलर इन्वेस्टमेंट ऑप्शन है. हालांकि इन्वेस्टमेंट करने से पहले, इस पर लगने वाले चार्ज के बारे में जानना जरूरी है, जिनका भुगतान अवधि के दौरान करना होता है. प्रीमियम एलोकेशन चार्ज पॉलिसी एलोकेट करने से पहले इंश्योरर (बीमाकर्ता) द्वारा चार्ज किए गए पहले साल के प्रीमियम का प्रतिशत है. इसमें अंडरराइटिंग कॉस्ट, मेडिकल एक्सपेंस, एजेंट का कमीशन आदि शामिल हैं. इस तरह के चार्ज को काटने के बाद, बचे हुए अमाउंट को चुने हुए फंड में इन्वेस्ट किया जाता है.
दूसरा चार्ज इंश्योरर द्वारा एडमिनिस्ट्रेशन पर्पस के लिए मंथली फीस के रूप में काटा जाता है. पॉलिसी होल्डर द्वारा चुने गए हर फंड से आनुपातिक रूप से यूनिट को कैंसिल करके इन चार्ज को वसूल किया जाता है. यह चार्ज या तो पूरी अवधि के लिए समान हो सकता है या पूर्व निर्धारित दर पर भिन्न हो सकता है.

ग्राहक के फंड मैनेजमेंट के लिए बीमाकर्ता द्वारा फंड मैनेजमेंट चार्ज लगाया जाता है. यह फंड वैल्यू का एक प्रतिशत है और फंड की नेट एसेट वैल्यू कैलकुलेट करने से पहले इसे काटा जाता है. IRDAI के मुताबिक यह चार्ज 1.5 फीसदी से ज्यादा नहीं होना चाहिए.

ULIP में 5 साल का मेंडेटरी लॉक-इन पीरियड होता है जो पॉलिसी होल्डर को इसके लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट बेनिफिट उठाने का मौका देता है. यदि आप लॉक-इन पीरियड के मैच्योर होने से पहले प्रीमियम का भुगतान बंद करने का निर्णय लेते हैं, तो पॉलिसी बंद करने का चार्ज या सरेंडर चार्ज लगाया जाएगा.

सरेंडर चार्ज उस साल पर निर्भर करता है जिसमें पॉलिसी होल्डर ने पॉलिसी सरेंडर की है. IRDAI के नियमों के अनुसार, रेगुलर प्रीमियम पॉलिसियों के लिए, पहले साल में पॉलिसी बंद करने का अधिकतम चार्ज 6,000 रुपये है. इसके बाद दूसरे, तीसरे और चौथे साल के दौरान क्रमशः 5,000 रुपये, 4,000 रुपये और 2,000 रुपये है.

तीसरे साल से, निवेशकों को ULIP से आंशिक रूप से विद्ड्रॉल की परमिशन है. हालांकि यह पूर्व-निर्धारित शर्तों के अधीन है. इस तरह की विद्ड्रॉल पर पॉलिसी के टर्म और कंडीशन के अनुसार काफी पेनल्टी चार्ज भी लगता है.

ULIP अचानक हुई मृत्यु के मामले में पॉलिसी होल्डर के परिवार को वित्तीय मुआवजा भी सुनिश्चित करता है. बदले में इंश्योरर मोर्टेलिटी रेट वसूल करता है. यह उम्र, स्वास्थ्य और लाइफ इंश्योरेंस प्लान के तहत मांगे गए कवरेज अमाउंट जैसे फैक्टर पर आधारित है.

एक निवेशक/पॉलिसी होल्डर को सालाना अलग-अलग फंड ऑप्शन के बीच एक निश्चित संख्या में फ्री स्विच की परमीशन होती है. हालांकि, प्रत्येक स्विचिंग पर चार्ज लगेगा. ये चार्ज प्रति स्विच 100-500 रुपये तक जा सकता है, जो इंश्योरर के चार्ज स्ट्रक्चर के अधीन है. इसलिए इन सभी चार्ज के बारे में इसमें निवेश करने से पहले जानना जरूरी है.

Published - October 12, 2021, 12:00 IST