स्वास्थ्य बीमा पॉलिसी लेने जा रहे ग्राहक को ये बातें जरूर जान लेनी चाहिए

Health Insurance Policy: बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए.

Health Insurance Policy

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं.PC: Pixabay

ग्राहक को स्वास्थ्य बीमा लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं.PC: Pixabay

Health Insurance Policy: कोविड के इस दौर में हर कोई अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित है. कोविड की पहली और दूसरी लहर में देश के कई परिवारों में लोगों ने अपने परिजनों को खोया है. कई सारे परिवारों में एकमात्र कमाने वाले व्यक्ति की दुखद मृत्यु हो गई. ऐसे परिवार अब वित्तीय संकट से जूझ रहे हैं, जिन लोगों के पास हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी नहीं थी, उन्हें इलाज के लिए कर्ज लेना पड़ा और अब वे यह कर्ज चुकाने के लिए जूझ रहे हैं.

हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी के माध्यम से हम कुछ हद तक इन परिस्थितियों से बच सकते हैं. इस दौर में हर व्यक्ति के लिए हेल्थ इंश्योरेंस एक महत्वपूर्ण आवश्यकता बन गया है. हालांकि, नए ग्राहकों के लिए एक सही इंश्योरेंस पॉलिसी को चुनना सहज नहीं होता. आज हम आपको कुछ ऐसी बातें बताने जा रहे हैं, जिनका ध्यान आपको स्वास्थ्य Health Insurance खरीदते समय रखना चाहिए.

मौजूदा बीमारी कवर हो

ग्राहक को Health Insurance लेने से पहले यह जान लेना चाहिए कि पॉलिसी में मौजूदा बीमारी कवर हो रही है या नहीं. कुछ कंपनियां तो अपनी पॉलिसीज में बीमाधारक की मौजूदा बीमारी को कवर करती है और कुछ नहीं करती. हमेशा उस बीमा योजना का चुनाव करना अच्छा होता है, जो ग्राहक की मौजूदा बीमारी को कवर करती हो और जिसमें कम वेटिंग पीरियड हो.

प्रीमियम छूट

बाजार में उपलब्ध कई बीमा पॉलिसीज में अधिकतम पॉलिसी टर्म पर एकमुश्त प्रीमियम जमा कराने पर छूट दी जाती है. पॉलिसी टर्म अधिकतम तीन साल का हो सकता है. ग्राहक एक साथ प्रीमियम जमा कर इस छूट का लाभ ले सकते हैं.

क्लेम राशि

बीमा पॉलिसी में गंभीर बीमारी के लिए क्लेम की राशि अधिक होनी चाहिए. बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में कुछ गंभीर बीमारियों पर क्लेम की राशि अपेक्षाकृत कम होती है. ग्राहक को बीमा पॉलिसी लेने से पहले इस बारे में पता कर लेना चाहिए. इसके लिए ग्राहक को गंभीर बीमारी की कवर लिस्ट सहित सभी दस्तावेजों को ध्यानपूर्वक पढ़ना चाहिए.

भुगतान की सीमा

ग्राहक के लिए हमेशा ऐसी इंश्योरेंस पॉलिसीज चुनना बेहतर साबित होता है, जो अस्पताल में भर्ती होने के बाद का पूरा खर्च कवर करे. बाजार में उपलब्ध कई बीमा कंपनियों की पॉलिसीज में एक सीमा के बाद कमरे या आईसीयू का भुगतान पॉलिसीधारक को स्वयं ही करना पड़ता है. इसलिए पॉलिसी लेने से पहले ग्राहक को इस बारे में जान लेना चाहिए.

को-पेमेंट क्लॉज

को-पेमेंट वह राशि होती है, जिसका भुगतान स्वयं पॉलिसीधारक को बीमित सेवाओं के लिए करना होता है. यह राशि पहले से तय होती है. सीनियर सिटीजंस के लिए बाजार में उपबल्ध अधिकांश बीमा पॉलिसीज को-पेमेंट की शर्त के साथ ही आती हैं. ऐसे में ग्राहक को वह बीमा पॉलिसी चुननी चाहिए, जिसमें उसे कम से कम को-पमेंट देना पड़े. इसके अलावा ग्राहक अतिरिक्त प्रीमियम के साथ को-पमेंट की शर्त को हटाने का विकल्प भी चुन सकते हैं.

Published - July 31, 2021, 04:42 IST