बीमा भविष्य में किसी नुकसान की आशंका से निपटने का प्रभावी हथियार है. हमें नहीं पता कि कल क्या होगा, इसलिए हम बीमा पॉलिसी के जरिये भविष्य में संभावित नुकसान की भरपाई की कोशिश करते हैं. इंश्योरेंस का मतलब जोखिम से सुरक्षा है. अगर कोई बीमा कंपनी किसी व्यक्ति का बीमा करती है तो उस व्यक्ति को होने वाले आर्थिक नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी. अगर आप अपने जीवन और भविष्य को सुखमय बनाना चाहते हैं तो आपको 5 तरह का बीमा जरूर कराना चाहिए. इससे आपको बड़ा फायदा होगा.
टर्म इंश्योरेंस :
यह प्लान एक निश्चित समय के लिए खरीदा जा सकता है, जैसे 10, 20 या 30 साल. इस प्लान में चुने गए एक टेनर यानी अवधि के लिए कवरेज मिलता है. ऐसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी में मैच्योरिटी बेनिफिट नहीं होता. ये सेविंग्स/प्रॉफिट कंपोनेंट के बिना लाइफ कवर उपलब्ध कराती हैं. लिहाजा ये अन्य पॉलिसी की तुलना में सस्ती होती हैं. टर्म इंश्योरेंस में पॉलिसी टर्म के दौरान पॉलिसी धारक की मृत्यु होने पर पॉलिसी के तहत एश्योर्ड सम यानी एक तय रकम बेनिफीशियरी को दी जाती है.
स्वास्थ्य बीमा :
अगर आपका स्वास्थ्य बीमा नहीं है तो आपको तुरंत इसे करा लेना चाहिए. अकसर बीमारी व्यक्ति को शारीरिक रूप से तो तोड़ती ही है साथ ही आर्थिक रूप से भी पस्त कर देती है. अगर आपने स्वास्थ्य बीमा करा रखा है तो इलाज पर होने वाला खर्च बीमा कंपनी ही वहन करती है. हालांकि बीमा कितने रुपए का कराना है यह आप पर ही निर्भर करता है. सामान्यत: आपके परिवार का स्वास्थ्य बीमा कम से कम 2 लाख का तो होना ही चाहिए. इसके तहत आप व्यक्तिगत के अलावा फ्लोटर पॉलिसी भी ले सकते हैं.
पर्सनल एक्सीडेंट बीमा :
पर्सनल एक्सीडेंट यानी व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा पॉलिसी का एक प्रकार है, जो आपको आकस्मिक विकलांगता या मृत्यु के कारण होने वाल वित्तीय नुकसान से उबरने में मदद करता है. अगर दुर्घटना के कारण आपके शरीर का कोई अंग ना रहे, तो ऐसे में पॉलिसी आपके परिवार को एकमुश्त राशि प्रदान करती है, जिससे विकलांगता के कारण आए वित्तीय संकट से निपटा जा सकता है.
चाइल्ड बीमा :
चाइल्ड प्लान लाइफ इंश्योरेंस और सेविंग प्लान का मिलाजुला रूप होते हैं. इसका सेविंग पक्ष ये सुनिश्चित करता है कि लंबी अवधि में आपके बच्चों के लिए एक अच्छा खासा पैसा जमा हो जाए. चाइल्ड प्लान के रिटर्न्स को आप अलग-अलग चरणों में बांट सकते हैं. मसलन जब आपका बच्चा हाई स्कूल की पढ़ाई पूरे करे, फिर कॉलेज की पढ़ाई या उसकी शादी. इसका लाइफ इंश्योरेंस पक्ष इस बात की गारंटी करता है कि अगर दुर्भाग्य से आप नहीं रहे तो इसके जरिए आपके बच्चों की सारी जरूरतें पूरी कर दी जाएंगी, उन्हें किसी के सामने हाथ नहीं फैलाना पड़ेगा.
वाहन बीमा :
भारत में सभी वाहन चालकों के लिए वाहन बीमा कराना आवश्यक है. इस तरह का बीमा वाहन के साथ ही वाहन चालकों को भी सुरक्षा प्रदान करता है. थर्ड पार्टी बीमा कराने पर दुर्घटना की स्थिति में आपके वाहन से घायल अथवा मृत व्यक्ति को भी बीमा मिलता है. इसके अलावा वाहन चोरी या दुर्घटना की स्थिति में भी बीमा कंपनी आपको क्लेम देती है.