इंश्योरेंस हमारी जिंदगी की सुरक्षा और बेहतर भविष्य के लिए बेहद जरूरी हो गया है. जब आप लाइफ इंश्योरेंस खरीदते हैं तो इससे जुड़े महत्वपूर्ण राइडर आपको बेस प्लान पर जरूर खरीदने चाहिए. बेसिक इंश्योरेंस प्लान के साथ अतिरिक्त कीमत अदा करके आप टर्म इंश्योरेंस राइडर प्लान भी खरीद सकते हैं. पॉलिसी खरीदने वाला ग्राहक अपनी सहुलियत के साथ इसे कस्टमाइज़ भी करा सकता है. इसके जरिए आपको कई तरह की सुरक्षा का कवर मिलता है. आमतौर पर बेहद कम कीमत पर राइडर को खरीदा जा सकता है.
अपनी जीवन बीमा पॉलिसी से लाभ प्राप्त करने के लिए,आपको संभावित रिस्क कवरेज के राइडर्स के महत्व के बारे में नीचे दी गई बातें अवश्य पता होनी चाहिए.
जहां एक ओर जीवन बीमा घर के मुखिया के साथ हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना की दशा में उसके प्रियजनों की वित्तीय मदद करता है. वहीं, राइडर आपके जीवन के लिए एक ऐसा सर्वोत्तम विकल्प बनकर सामने आया है, जो अप्रत्याशित घटना से वित्तीय सुरक्षा हेतु अतिरिक्त कवर की सुविधा प्रदान करता है.
मौजूदा समय में राइडर्स के प्रीमियम भुगतान पर जो टैक्स बेनिफिट मिलता है वो मुख्य जीवन बीमा पॉलिसी के जैसा होता है.
एक्सीडेंटल डेथ बेनिफिट: आज के जमाने में एक्सीडेंट की बढ़ती घटनाओं के साथ, यह राइडर एक्सीडेंट के कारण हुई अप्रत्याशित घटना की स्थिति में व्यापक कवरेज प्रदान करता है. एक्सीडेंट के कारण मौत होने पर, प्रियजन को बेस पॉलिसी के तहत चुने गए लाइफ कवर के अलावा अतिरिक्त दावा राशि भी मिलेगी. मसलन, पॉलिसी अगर 25 लाख सम एश्योर्ड की है और राइडर 10 लाख का, तो धारक को कुल 35 लाख रुपये मिलेंगे.
एक्सीडेंटल डिसेबल बेनिफिट: यह राइडर बीमा धारक को दुर्घटना के बाद विकलांग होने पर भी सम-एश्योर्ड की राशि देता है. कुछ बीमा कंपनियां बिना प्रीमियम पॉलिसी जारी रखने का भी विकल्प देती हैं.
वेवर ऑफ प्रीमियम: इस राइडर के साथ यदि पॉलिसी अवधि के दौरान पॉलिसी होल्डर अगर कमाई के नुकसान या दिव्यांगता के कारण प्रीमियम का भुगतान करने में असमर्थ होता है, तो भविष्य के प्रीमियम माफ कर दिए जाते हैं. लेकिन पॉलिसी का बेसिक पार्ट एक्टिव रहता है.
डब्ल्यूओपी ऑन सीआई : यह राइडर चार तरह की गंभीर बीमारियों कैंसर, ओपन हार्ट सर्जरी, पहला हार्ट अटैक और पक्षाघात होने की स्थिति में राइडर और बीमा का सभी प्रीमियम माफ कर दिया जाता है, जबकि दोनों का कवरेज बरकरार रहता है.
इनकम बेनिफिट: अगर बीमा धारक किसी दुर्घटना में विकलांग हो जाता है तो उसकी मासिक आय पर भी असर पड़ेगा. यह राइडर बीमा धारक को 10 वर्षों तक उसकी पॉलिसी के सम-एश्योर्ड राशि के एक फीसदी के बराबर हर महीने भुगतान करता है.