आपदा में काम आने वाली 5 बीमा पॉलिसी

आपदा बीमा पॉलिसी के फीचर्स जानिए जो आपके घर और उसमें रखे सामान के नुकसान की भरपाई कर सकते हैं

आपदा में काम आने वाली 5 बीमा पॉलिसी

मौसम गजब कहर बरपा रहा है. बिपरजॉय चक्रवात, बाढ़ और भूस्खलन, कभी गुजरात, हिमाचल और उत्तराखंड में तबाही की तस्वीर दिखी तो कभी यमुना और हिंडन नदी के उफान से पश्चिमी यूपी के कई जिले बाढ़ के खतरनाक स्तर से जूझने लगे. एसबीआई इकोरैप की रिपोर्ट के मुताबिक इस साल बाढ़ से देश में 15000 करोड़ रुपए का आर्थिक नुकसान होने का अनुमान है. विश्व मौसम विज्ञान संगठन (WMO) की रिपोर्ट के अनुसार बाढ़ की तबाही झेलने के मामले में भारत सबसे खतरनाक जोन वाले देशों में शामिल है. भारत की कुल भूमि का आठवां हिस्सा ऐसा है जहां बाढ़ की आशंका हमेशा बनी रहती है. देश में 39 करोड़ आबादी बाढ़ के खतरे वाले इलाकों में रहती है.

अगर आप भी प्राकृतिक आपदा वाले खतरनाक जोन में रहते हैं तो जोखिम से सुरक्षा के लिए आपको अपने घर और उसमें रखे सामान का बीमा जरूर लेना चाहिेए. सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां प्राकृतिक आपदा के नुकसान को कवर करने के लिए बीमा बेच रही हैं. इस बीमा को दो तरह से लिया जा सकता है. पहला, स्टैंडर्ड बीमा पॉलिसी और दूसरा कॉप्रिहेंसिव बीमा प्लान. स्टैंडर्ड पॉलिसी में मकान के ढांचे और बिजली व पानी की फिटिंग के नुकसान का कवर शामिल होता है. जैसे कि यूनाइटेड इंडिया की स्टैंडर्ड भारत गृह रक्षा पॉलिसी में बीमित राशि के 20 फीसद तक घर का सामान का कवर मिलता है. यह कवर अधितक 10 लाख रुपए तक का हो सकता है. कॉम्प्रिहेंसिव पॉलिसी में कुछ राइडर जोड़ कर अपने बीमा कवर को और बढ़ा सकते हैं.

ऐसी ही पांच आपदा बीमा पॉलिसी के फीचर्स जानिए जो आपके घर और उसमें रखे सामान के नुकसान की भरपाई कर सकते हैं-

अगर आपके मकान की कीमत 40 लाख रुपए है. यह प्रॉपर्टी पांच साल से कम पुरानी है. इसमें 10 लाख रुपए मूल्य के ज्वेलरी, इलेक्ट्रानिक प्रोडक्ट और अन्य कीमती सामान है. इस तरह कुल 50 लाख रुपए के बीमा कवर के लिए कितना प्रीमियम देना होगा. इस बीमा के कवर को और कैसे बढ़ा सकते हैं. आइए समझते हैं-

यूनाइटेड इंडिया भारत गृह रक्षा
सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां प्राकृतिक आपदाओं के कवर के लिए भारत गृह रक्षा के नाम से स्टैंडर्ड बीमा पॉलिसी बेच रही हैं. सिंगल प्रीमियम पर 10 साल के लिए पॉलिसी ली जाती है. यूनाइटेड इंडिया की जनरल इंश्योरेंस पॉलिसी के लिए 50 लाख रुपए के बीमा कवर का प्रीमियम 10,915 रुपए है. महीने के हिसाब से देखें तो यह रकम 90 रुपए बनती है.

इस स्टैंडर्ड बीमा में घर और उसमें रखे सामान को बाढ़, सैलाब, तूफान, चक्रवात और भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदा से नुकसान होने पर मुआवजा मिलेगा. घर डैमेज होने पर अगर किराए का मकान लेते हैं तो बीमा कंपनी किराए का भुगतान करेगी. घर मकान किराए पर दे रखा था तो इस आय के नुकसान की भी भरपाई की जाएगी. यह कवर मूल पॉलिसी में ही शामिल है. इस बारे में बीमा कंपनियों के अलग-अलग नियम है. आमतौर पर बीमा कंपनियों पॉलिसीधारक को एक साल तक के किराए का भुगतान करती है.

इस पॉलिसी में बीमा धारक खुद के लिए और अपने जीवन साथी के लिए 5-5 लाख रुपए का पर्सनल एक्सीडेंट बीमा का विकल्प का राइडर जोड़ सकते हैं. प्राकृतिक आपदा के दौरान मौत होने पर पॉलिसीधारक के नॉमिनी को बीमा राशि का भुगतान किया जाएगा. इस कवर के लिए अलग से प्रीमियम देना होगा. प्रति व्यक्ति यह राशि 500 से 1000 रुपए के बीच हो सकती है.

चोला एमएस भारत गृह रक्षा पॉलिसी
दूसरी पॉलिसी है चोलामंडलम एमएस इंश्योरेंस की स्टैंडर्ड भारत गृह रक्षा पॉलिसी. इसमें लगभग वो सभी कवर शामिल हैं जो सरकारी कंपनी यूनाइटेड इंडिया की पॉलिसी में हैं. चोलामंडलम एमएस के 50 लाख रुपए के बीमा कवर के लिए यूनाइटेड की गृह रक्षा से थोड़ा ज्यादा 11,529 रुपए का प्रीमियम चुकाना होगा. पति-पत्नी के 5 लाख रुपए दुर्घटना बीमा कवर के लिए कंपनी 811-811 रुपए का अतिरिक्त प्रीमियम ले रही है. किसी प्राकृतिक आपदा के 7 दिन के भीतर घर में चोरी हो जाती है तो नुकसान की भरपाई बीमा कंपनी करेगी. कंपनी 10 लाख रुपए मूल्य की ज्वेलरी के लिए 194 रुपए में बीमा मुहैया करा रही है. इस तरह प्रीमियम की कुल राशि 13,671 रुपए हो जाएगी.

डिजिट भारत गृह रक्षा
डिजिट की भारत गृह रक्षा पॉलिसी में सभी तरह की प्राकृतिक आपदाओं से जुड़े जोखिमों को कवर किया जाता है. इसके 50 लाख रुपए के कवर के लिए 12,168 रुपए का प्रीमियम चुकाना होगा. इस पॉलिसी में कुल पांच एड ऑन लिए जा सकते हैं. कंपनी पति-पत्नी के लिए 500-500 रुपए में 5-5 लाख रुपए का दुर्घटना बीमा दे रही है. ध्यान रखें, प्राकृतिक आपदा बीमा घर के सामान में पोर्टबल सामान जैसे- घड़ी, लैपटॉप आदि शामिल नहीं होता. केवल टीवी, एसी, फ्रिज आदि नॉन पोर्टेबल प्रोडक्ट ही कवर होते हैं.

एसबीआई भारत गृह रक्षा
एसबीआई की गृह रक्षा पॉलिसी में 10 साल का प्रीमियम 13,207 रुपए. इस पॉलिसी में कुल 17 फीचर्स शामिल हैं. कॉप्रिहेंसिव पॉलिसी में तीन एड ऑन हैं. ऑप्शनल कवर के रूप में इलेक्ट्रानिक्स, फर्नीचर और अन्य संपत्ति की कीमत दर्ज कर सकते हैं. हालांकि इन तीनों का कवर 10 लाख रुपए के दायरे में होना चाहिए. खास बात यह है कि सभी जनरल इंश्योरेंस कंपनियां 10 साल तक का बीमा कवर देती हैं लेकिन एसबीआई 20 साल तक पॉलिसी मुहैया करा रही है.

बजाज आलियांज गृह रक्षा
यह भी एक कांप्रिहेंसिव होम इंश्योरेंस पॉलिसी है. इसमें तमाम तरह की प्राकृतिक आपदाओं से नुकसान का कवर शामिल है. इस पॉलिसी में 15 दिन का वेटिंग पीरियड है. यानी पॉलिसी खऱीदने के 15 बाद ही क्लेम कर सकते हैं. इसमें 50 लाख रुपए के कवर के लिए 13,576 रुपए का प्रीमियम चुकाना होगा. एक साल तक रेंट का नुकसान या घर क्षतिग्रस्त होने पर किराए की भरपाई का कवर इस बीमा पॉलिसी में शामिल कर सकते हैं. यह एक इनबिल्ट फीचर है.

मनी9 की सलाह
घर के लिए बीमा जल्द से जल्द लेना चाहिए. प्रॉपर्टी पुरानी होने पर प्रीमियम बढ़ जाता है. हालांकि प्राकृतिक आपदा बीमा कवर सालाना आधार पर भी मिलता है. लेकिन अगर आप 10 साल की पॉलिसी लेते हैं तो यह सस्ती पड़ती है. इस पॉलिसी में बड़ा फायदा यह है कि अगर मकान के ढांचे की कीमत पॉलिसी खरीदने के साल में 40 लाख रुपए है. तो अगले साल से यह कीमत 10 फीसद के हिसाब से बढ़ती रहेगी. इससे अगर आपके मकान के साथ कोई अनहोनी होती है तो आपको करीब-करीब बाजार भाव के हिसाब से नुकसान की भरपाई हो जाएगी.

मकान की तरह दुकान, गोदाम और कारोबार के लिए प्राकृतिक आपदा का बीमा कवर मिलता है. प्राकृतिक आपदा से बड़े जोखिमों से बचाव के लिए यह बीमा जरूर लेना चाहिए.

Published - August 2, 2023, 08:01 IST