कोरोना के 14,264 नए मामले सामने आए, लगातार चौथे दिन मरीजों की संख्‍या बढ़ी

देश में कोविड-19 (covid-19) के 14,264 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,09,91,651 हो गई है.

  • Team Money9
  • Updated Date - February 21, 2021, 11:51 IST
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अब तक 2.27लाख प्रेग्नेंट महिलाओं ने ली वैक्सीन,

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देश में कोविड-19 (covid-19) के 14,264 नए मामले सामने आने के साथ ही संक्रमितों की कुल संख्या बढ़कर 1,09,91,651 हो गई है. लगातार चौथे दिन नए दैनिक मामलों (covid-19) में वृद्धि दर्ज की गई है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा रविवार को अद्यतन किए गए आंकड़ों से यह जानकारी सामने आई है.

सुबह आठ बजे तक के आंकड़ों के मुताबिक, संक्रमण से 90 नई मृत्यु होने से देश में इस महामारी में मरने वालों की संख्या बढ़कर 1,56,302 हो गई.

बीमारी से ठीक हो चुके लोगों की संख्या बढ़कर 1,06,89,715 हो गई है, जिससे देश में कोविड-19 मरीजों के ठीक होने की दर 97.25 प्रतिशत हो गई है. वहीं, मृत्यु दर 1.42 प्रतिशत है। देश में कोविड-19 के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1.5 लाख के नीचे बनी हुई है.

आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी कोरोना वायरस संक्रमण के उपचाराधीन मरीजों की संख्या 1,45,634 है, जो कुल मामलों का 1.32 प्रतिशत है.

देश में 29 जनवरी को 18,855 नए दैनिक मामले सामने आए थे
भारत में कोविड-19 (covid-19) के मामले सात अगस्त को 20 लाख के आंकड़े को पार कर गए थे, जबकि 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितंबर को 40 लाख और 16 सितंबर को 50 लाख का आंकड़ा पार किया था. 28 सितंबर को यह 60 लाख के पार चला गया, जबकि 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख, 20 नवंबर को 90 लाख और 19 दिसंबर को एक करोड़ का आंकड़ा पार किया था.

भारतीय चिकित्सा अनुसांधन परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार, 20 फरवरी तक देशभर में कुल 21,09,31,530 नमूनों की जांच हुई है.

तेजी से फैल रहा कोरोना का नया स्‍वरूप
कोरोना वायरस का कुछ स्वरूप (Variant) देश के दक्षिणी राज्यों में तेजी से फैल रहा है और स्थिति पर करीबी नजर रखने की जरूरत है. सीएसआईआर (CSIR)- कोशिकीय एवं आणविक जीव विज्ञान केंद्र (CCMB) के वैज्ञानिकों के एक अध्ययन में यह कहा है.
इस अध्ययन में कहा गया है कि वायरस में बदलाव वाले जिन स्वरूपों (Variant) की दुनिया के कई देशों में पहचान हुई है, उनकी मौजूदगी भारत में बहुत कम मिली है लेकिन इसका कारण यह हो सकता है कि जीनोम अनुक्रमण का पर्याप्त कार्य नहीं हुआ है.

Published - February 21, 2021, 11:49 IST