भारत में खिलौनों का ज्यादातर निर्यात चीन से किया जाता है. लेकिन अब जल्द ही इन खिलौनों को भारत में ही बनाया जाएगा. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने नोएडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क (Toy Park) का निर्माण करवाया है. इस पार्क में खिलौने की फैक्ट्री लगाने के लिए 134 उद्योगपतियों को जमीन आवंटित की गई है. ये सभी उद्योगपति मिलकर टॉय पार्क (Toy Park) में अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए 410 करोड़ रुपये का इन्वेस्ट करेंगे. जानकारों की मानें तो इन टॉय फैक्ट्रियों में लगभग 6000 लोगों को स्थायी रोजगार मिलेगा. मौजूदा समय में देश में खिलौना बनाने वाली लगभग 4000 फैक्ट्रियां हैं.
बीते साल पीएम नरेंद्र मोदी ने मन की बात में खिलौना कारोबार की दुनिया में देश की हिस्सेदारी बढ़ाने की बात की थी. इसी क्रम में पहला टॉय पार्क यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक प्राधिकरण क्षेत्र में विकसित करने का निर्णय लिया गया. इसके बाद यीडा के सेक्टर 33 में टॉय पार्क के लिए सौ एकड़ से अधिक जमीन खिलौना बनाने वाली फैक्ट्रियों के लिए चिन्हित की. इस पार्क में उद्योगपतियों को अपनी फैक्ट्री स्थापित करने के लिए आमंत्रित किया गया.
यीडा के अधिकारियों के अनुसार जमीन लेने वाली कंपनियां जल्दी ही टॉय पार्क में फैक्ट्री लगाने का काम शुरू करेंगी. जमीन लेने वाली कंपनियों में फन जू टॉयज इंडिया, फन राइड टॉयस एलएलपी, सुपर शूज, आयुष टॉय मार्केटिंग, भारत प्लास्टिक और आरआरएस ट्रेडर्स आदि शामिल हैं.
नोएडा में बन रहे इस टॉय पार्क में प्लास्टिक और लकड़ी से बने खिलौने बनेंगे. इसी के साथ बैटरी से चलने वाले खिलौनों का निर्माण भी फैक्ट्रियों में किया जाएगा. अभी देश में ज्यादातर खिलौने चीन से आते हैं टॉय पार्क में खिलौना फैक्ट्री लगने से चीन से आने वाले खिलौने में कटौती होगी. इसी के साथ भारतीय मार्केट को बढ़ावा भी मिलेगा.
दुनियाभर में खिलौने की मांग में हर साल औसतन करीब पांच फीसद का इजाफा हो रहा है जबकि भारत में 10-15 प्रतिशत की मांग हर साल बढ़ रही है. एक अनुमान के मुताबिक साल 2024 तक भारत की टॉय इंडस्ट्री 147-221 अरब रुपये की हो जाएगी.