मलेशिया में लॉकडाउन का असर भारत पर भी, मारुति सुजुकी के प्रोडक्शन में आ सकती है कमी

Maruti Suzuki: मलेशिया में सेमीकंडक्टर का उत्पादन सबसे अधिक होता है, ऐसे में वहां लॉकडाउन लगने से ग्‍लोबल लेवल पर सेमीकंडक्टर की कमी हो गई है.

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मलेशिया में लॉकडाउन लगने के कारण सितंबर में मारुति सुजुकी (Maruti Suzuki) के प्रोडक्शन में गिरावट की संभावना है. मलेशिया में सेमीकंडक्टर का उत्पादन सबसे अधिक होता है, ऐसे में वहां लॉकडाउन लगने से वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर की कमी हो गई है. फेस्टिवल सीजन में प्रोडक्‍शन में कटौती से ग्राहकों को विटारा, ब्रीजा, स्विफ्ट और अन्य मॉडलों की डिलीवरी के लिए लंबा इंतजार करना पड़ सकता है. ये मॉडल भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा बेचे जाते हैं.

फेस्टिवल सीजन में उत्पादन में कटौती

सेमीकंडक्टर की कमी इंडिया और ग्लोबल स्तर पर अन्य वाहन निर्माताओं को भी नुकसान पहुंचा रही है. रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर में मारुति सुजुकी के 60,000 से 90,000 वाहनों के बीच उत्पादन की संभावना है, जो कि इसके अधिकतम मासिक उत्पादन से लगभग 40 से 60 फीसद कम है. भारत में लगे लॉकडाउन के समय को हटा कर देखें तो साल 2014 के बाद से इस साल सितंबर महीने में कंपनी द्वारा सबसे कम प्रोडक्शन की उम्मीद है.

कंपनी को बड़े नुकसान की उम्मीद

प्रोडक्शन में 10,000 यूनिट की कमी से कंपनी को करीब 500 करोड़ के रेवेन्यू का नुकसान होता है. मारुति सुजुकी ने प्रोडक्शन के प्रभाव पर कहा कि हम उत्पादन की मात्रा पर फिलहाल कोई गाइडलाइन नहीं दे सकते हैं. यदि कंपनी ओपन मार्केट से चिप्स खरीदती है या किसी वैकल्पिक स्रोत से इसका उपयोग करती है, तो सितंबर में प्रोडक्शन 90,000 से 1,10,000 तक हो सकता है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक सबसे खराब स्थिति में बाजार 50 हजार से 70 हजार यूनिट तक गिर सकता है. फिलहाल मारुति सुजुकी का बैकलॉग तकरीबन 190 हजार यूनिट्स है.

सेमीकंडक्टर की कमी से होगी दिक्कत

आईएचएस मार्किट के एसोसिएट डायरेक्टर गौरव वंगल के मुताबिक चिप के कम उपयोग के कारण सेमीकंडक्टर की कमी का असर भारत पर अन्य जगहों की तुलना में कम होने की उम्मीद है. लेकिन, मलेशिया में कोविड के कारण लगने वाले लॉकडाउन ने इस मुद्दे को और बढ़ा दिया है. वंगल ने बताया कि भारतीय यात्री वाहन बाजार (Indian passenger vehicle market) के मुताबिक सेमीकंडक्टर की कमी के मामले में जुलाई से सितंबर सबसे खराब तिमाही होने की उम्मीद थी. हाल के दिनों में दक्षिण पूर्व एशिया से सप्लाई में जो परेशानी आई है उसकी वजह यह कमी अगली तिमाही तक जा सकती है. जिससे फेस्टिवल सीजन पूरी तरह से प्रभावित होगा.

आमतौर पर, बिक्री चैनल में इन्वेंट्री (inventory) फेस्टिवल सीजन से पहले सामान्य स्तर से 10 से 25 दिनों तक बढ़ जाती है. लेकिन प्रोडक्शन में रुकावट और मजबूत मांग के साथ, कंपनी के इन्वेंट्री स्तर में कमी आने की संभावना है जिससे उन लोगों के लिए इंतजार बढ़ जाएगा जिन्होंने अपनी कारों की बुकिंग की है.

Published - August 30, 2021, 06:05 IST