Indian Economy: अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अनुमान व्यक्त किया है कि भारत विश्व में सर्वाधिक तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्था (Indian Economy) बनी रहेगी. वर्ष 2021 में भारत की विकास दर साढ़े 9 प्रतिशत रहने का अनुमान है. अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के नवीनतम अनुमान के अनुसार अर्थव्यवस्था में वैश्विक सुधार जारी हैं लेकिन इसकी गति कमजोर पड़ने से अनिश्चितता बढ़ गई है.
कोष ने अपनी ताजा रिपोर्ट में अनुमान व्यक्त किया है कि वर्ष 2022 में साढ़े 8 प्रतिशत की सकल घरेलू उत्पाद विकास दर के साथ भारत सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था रहेगा.
अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने जुलाई में वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में भारत के लिए व्यक्त किए गए सकल घरेलू उत्पाद विकास के अनुमानों को यथावत रखा है.
अन्तर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष ने अप्रैल में कोविड की दूसरी लहर से पहले भारत के लिए साढ़े 12 प्रतिशत विकास दर का पूर्वानुमान व्यक्त किया था.
अप्रैल में इसमें तीन प्रतिशत की कमी करते हुए साढ़े नौ प्रतिशत की विकास दर रहने का अनुमान लगाया गया. वर्ष 2026 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद की दीर्घकालिक वृद्धि का पूर्वानुमान 6 दशमलव एक प्रतिशत लगाया गया है.