Covid के बाद पहली बार बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स पहुंचा 100 अंक के ऊपर

India Business Resumption Index: Nomura को उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में भारत का जीडीपी क्रमिक रूप से 4.3 फीसद अनुबंधि होगा.

India Business Resumption Index:

ब्लूमबर्ग-बार्कलेज जैसे ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स प्रोवाइडर्स के लिए इस मार्केट को लंबे समय तक नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल होगा

ब्लूमबर्ग-बार्कलेज जैसे ग्लोबल बॉन्ड इंडेक्स प्रोवाइडर्स के लिए इस मार्केट को लंबे समय तक नजरअंदाज करना बहुत मुश्किल होगा

India Business Resumption Index: जापानी ब्रोकिंग फर्म नोमुरा (Japanese broking firm Nomura) की रिपोर्ट के मुताबिक कोविड-19 के बाद भारत में बाजार गतिविधियों में काफी बेहतर सुधार हुआ है. कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत के बाजार की स्थिति में तेजी से सुधार हो रहा है. हालात अब कोरोना पूर्व स्तर से बेहतर हो रहे हैं. नोमुरा इंडिया बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स (NIBRI) 15 अगस्त को 101.2 अं तक पहुंच गया. महामारी शुरू होने के बाद पहली बार 100 का आंकड़ा पार किया है. आठ अगस्त को समाप्त सप्ताह में यह सूचकांक 99.6 अंक पर था.

दूसरी लहर के बाद तेजी हुई रिकवरी

नोमुरा ( Nomura) की अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और अरोदीप नंदी ने रिपोर्ट में बताया कि कोविड -19 की पहली लहर के बाद नोमुरा इंडिया बिजनेस रिजम्पशन इंडेक्स को 100 अंक का आंकड़ा पार करने में 10 महीने का वक़्त लगा है.

लेकिन दूसरी लहर के बाद 100 अंक का आंकड़ा पार करने में महज तीन महीने से भी कम समय लगा है. यह सुधार हमारे सकारात्मक दृष्टिकोण को दर्शाता है.

नोमुरा (Nomura) को उम्मीद है कि अप्रैल-जून तिमाही में भारत का सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) क्रमिक रूप से 4.3 फीसद अनुबंधित (contract) होगा, लेकिन एक साल पहले की तुलना में इसमें बढ़ोतरी की उम्मीद है.

2021 की दूसरी तिमाही के जीडीपी आंकड़े 31 अगस्त को आने वाले हैं. अर्थशास्त्री सोनल वर्मा और अरोदीप नंदी ने कहा कि जुलाई-अगस्त के दौरान सूचकांक में लगातार बढ़ोतरी से पता चलता है कि तीसरी तिमाही में एक मजबूत क्रमिक (strong sequential) बदलाव होने की संभावना है.

गूगल गतिशीलता संकेतक (indicators) में बढ़ोतरी

गूगल गतिशीलता संकेतक (Google mobility indicators) लगातार बढ़ रहे हैं, कार्यस्थल और खुदरा (retail) सूचकांक क्रमशः 1.7 फीसद अंक और 3.4 फीसद अंक ऊपर हैं, जबकि ऐप्पल ड्राइविंग इंडेक्स 0.8 प्रतिशत अंक गिर गया है.

बिजली की मांग सप्ताह-दर-सप्ताह 5.7 फीसद तक बढ़ी है, जबकि श्रम भागीदारी दर 41.5 फीसद से घटकर 40.4 फीसद हो गई है. इस बीच, खुदरा मुद्रास्फीति (retail inflation)

जुलाई में घटकर 5.59 फीसद हो गई, जो जून में 6.26 फीसद थी, जबकि औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) में 13.6 फीसद की बढ़ोतरी हुई है.

ऑटोमोबाइल उत्पादन, कोर सेक्टर आउटपुट और बिजली उत्पादन में स्पष्ट सुधार के संकेत देखने को मिल रहे हैं. इसके साथ ही माल ढुलाई और व्यापारिक निर्यात जैसे क्षेत्रों में बेहतर सुधार हुआ है.

Published - August 17, 2021, 06:47 IST