रेल यात्रियों की तादाद में इजाफा लेकिन भाड़े का आंकड़ा गिरा, जानिए क्या कहती है आखिरी हफ्ते की रिपोर्ट

जो इंडिकेटर महामारी से पहले के स्तर तक पहुंचे या उससे आगे निकल गए हैं, उनमें किराना/ फार्मा से जुड़े चीजें शामिल हैं.

These trains will remain canceled from December to March, check the list before traveling

1 दिसंबर 2021 से लेकर 2 मार्च 2022 तक 6 ट्रेनों के परिचालन को रद्द किया जा रहा है.

1 दिसंबर 2021 से लेकर 2 मार्च 2022 तक 6 ट्रेनों के परिचालन को रद्द किया जा रहा है.

Indian Railway: अलग-अलग राज्यों में कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के बाद बाजार अब धीरे धीरे खुलने लगे हैं. आर्थिक मोर्चे पर अलग अलग क्षेत्रों में व्यापार की रफ्तार को लेकर मिली-जुली प्रतिक्रिया सामने आ रही है. रिसर्च एजेंसी के मुताबिक बिजली उत्पादन और रेल पैसेंजर ट्रैफिक में महामारी से पहले के समय से तुलना करने पर अच्छी बढ़त दिखाई दे रही है जबकि रेल भाड़े और ई-बिल जेनरेशन का प्रदर्शन में गिरावट आई है. रिसर्च एजेंसी क्वांटईको ने अपने वीकली इकोनॉमी ट्रैकर में कहा है कि रेल यात्रियों और बिजली उत्पादन के अलावा, जो इंडिकेटर महामारी से पहले के स्तर तक पहुंचे या उससे आगे निकल गए हैं, उनमें किराना/ फार्मा से जुड़े चीजें शामिल हैं.

जो क्षेत्र महामारी के दौर से पहले की तुलना पर काफी पिछड़े हुए हैं, उनमें ई-वे बिल और रेल भाड़े के अलावा ट्रैफिक भीड़, ऑनलाइन रेस्तरां की खोज और ऑफिस से जुड़ी गतिविधियां हैं.

भाड़े की गतिविधि में सुस्ती

ई-वे बिल और रेल भाड़ा (जो 50,000 रुपए से अधिक के माल की व्यावसायिक आवाजाही के लिए जरूरी है) ये दोनों ही खपत के हिसाब से पूरे क्षेत्र में माल के परिवहन के जरूरी इंडिकेटर्स है.

इंडिकेटर्स की एक श्रेणी है जो इन दो कैटेगरी ‘अचीवर्स’ और ‘अंडर अचीवर्स’ के बीच कहीं बीच में है. ये बेरोजगारी, रिटेल/एंटरटेनमेंट-संबंधी मोबिलिटी और एप्पल ड्राइविंग मोबिलिटी है.सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकोनॉमी के जरिए दर्ज हुई बेरोजगारी की दर डबल डिजिट के शिखर से नीचे आ गई है. 11 जुलाई को हफ्ते के आखिरी दिन, भारत के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में मासिक बेरोजगारी दर का औसत 7% -9% के आसपास चल रहा.

धीमा विस्तार

क्वांटईको की रोजाना एक्टिविटी और रिकवरी ट्रैकर्स ने लगातार आठवें सप्ताह में विस्तार दर्ज किया, इंडिकेटर्स अब प्री-सेकेंड कोविड पीक से लगभग 5% कम है. “कोविड वायरस वेरिएंट के मौजूदा तरे और ड्रॉ-आउट रिकवरी को देखते हुए खपत के बीच वित्तीय वर्ष 22 में सफल DART रीडिंग में विस्तार दिखाई दे रहा है”.

एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक “कोविड के नए मामलों में धीमी गिरावट के साथ-साथ कुछ राज्यों/जिलों में इंफेक्शन की रफ्तार में फिर इजाफा दिखाई दे रहा है. जुलाई के पहले हफ्ते में वैक्सीन की रफ्तार भी गिरकर 38 लाख हो गई है. जो जून 2021 के आखिरी हफ्ते में 62 लाख के आंकड़े पर थी. चूंकि वैक्सीनेशन में तेजी से फाइनेंशियल ईयर 2012 की तीसरी तिमाही के बाद से मजबूत क्रमिक विकास के लिए मंच तैयार करने की क्षमता है.”

Published - July 15, 2021, 10:11 IST