कोरोना की दूसरी लहर के बाद भारत सहित दुनिया भर में सीएक्सओ (customer experience officer) की हायरिंग (Hiring) डिमांड में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. ईएमए (EMA) पार्टनर्स इंडिया के प्रबंध निदेशक के सुदर्शन ने बढ़ते हायरिंग डिमांड को देखते हुए कहा कि अब हम चाहते है कि हमारे सभी कंसल्टेंट के पास चार हाथ हो जाए यानी वे सभी तेजी से काम करें. ताकि समय पर डिमांड को पूरा किया जा सके.
एक दूसरी कंसल्टेंसी फर्म कोर्न फेरी (Korn Ferry) के अध्यक्ष नवनीत सिंह ने कहा कि इस समय CXO की मांग बाजार में पीक पर है, जो कुछ समय तक जारी रहेगा. सी-सूट लेवल हायरिंग में पूरे भारत में रिकॉर्ड उछाल देखा जा रहा है क्योंकि दूसरी कोविड लहर समाप्त हो गई है. कंपनियों ने अब हमेशा की तरह व्यापार करने के लिए कमर कस ली है, भले ही कोविड की खतरनाक तीसरी दस्तक ही क्यों न दे दे.
एग्जीक्यूटिव सर्च फर्म जो पिछले साल की तुलना में न केवल 50-100 फीसद की वृद्धि की उम्मीद करते हैं, बल्कि पूर्व-कोविड 2019 के स्तर को 20-40 फीसद तक पार करने की उम्मीद करते हैं. नवनीत सिंह ने बताया कि वरिष्ठ प्रबंधन की भर्ती कई कारकों द्वारा संचालित की जा रही है: घरेलू मांग में पिक-अप, तेजी से डिजिटलीकरण, कंपनियों की विस्तार और क्षमता वृद्धि योजनाएं, एक बेहतर निवेश वातावरण और रुकी हुई मांग को पूरा करने के लिए.
टेक्नोलॉजी और ईकॉमर्स फार्मास्यूटिकल्स और जीवन विज्ञान और वित्तीय सेवाओं के बाद विनिर्माण और उद्योग जैसे क्षेत्रों में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिली है.
कोर्न फेरी, ईएमए, ट्रांससर्च, पेज एग्जीक्यूटिव और इन्सिस्ट कंसल्टिंग सहित कई सर्च फर्मों का कहना है कि लगभग सभी बड़ी कंपनियां अपने यहां शीर्ष पदों के लिए तेजी से हायरिंग कर रही है. बुटीक एग्जीक्यूटिव सर्च फर्म इंसिस्ट के संस्थापक आर सुरेश कहते हैं कि मैंडेट पिछले साल की तुलना में दोगुना और पूर्व-कोविड की तुलना में 50 फीसद से भी अधिक है. ई कॉमर्स, पारंपरिक आईटी सॉफ्टवेयर कंपनियां, फार्मा इंडस्ट्रियल, फूड प्लेयर्स आक्रामक रूप से हायरिंग करने वालों में से हैं.
पेज एग्जीक्यूटिव इंडिया के प्रबंध निदेशक निकोलस डुमौलिन के अनुसार, यह भारत के कई वर्षों में देखे गए सबसे अधिक उत्साही बाजारों में से एक है. जिस तरह से कंपनियां टेक्नोलॉजी केंद्रित होना चाहती हैं और ऐसे लीडर्स चाहती हैं जो आर्गेनाईजेशन में तकनीक को अपना सकें.आज ज्यादातर आर्गेनाईजेशन नए व्यवसायों में निवेश करना चाहते हैं. अब बहुत सी रुकी हुई भर्तियां भी वापस आ गई हैं. EMA को एक साल पहले की तुलना में 70-80 फीसद की वृद्धि देखने की उम्मीद है. ट्रांससर्च इंडिया में, CXO मैनडेट में बढ़ोतरी पूर्व-कोविड स्तरों की तुलना में लगभग 40 फीसद अधिक है.
CXO प्रतिभा की अभूतपूर्व मांग से इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कंपनियां कितनी तेजी से इन्वेस्ट कर रही हैं. कंपनियों को लगता है कि अगले 18-24 महीने बेहद आशाजनक रहने वाले हैं. कंपनियां सीनियर लीडरशिप हायरिंग को लेकर ज्यादा तेजी से दिलचस्पी दिखा रही हैं.