पैकेज्ड फूड से लेकर होम अप्लायंस और पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक्स तक, कंज्यूमर गुड्स ने पिछले साल की तुलना में 10-15% की बढ़ोतरी दर्ज की है
ई-कॉमर्स साइट्स (e-commerce sites) ने इस फेस्टिव सीजन (festive season) में बाजार में पसरी निराशा को दूर कर दिया है. कोरोना के चलते मार्केट में काफी नकारात्मक माहौल देखने को मिल रहा था. महामारी की वजह से आ रही रुकावटों और खराब आर्थिक गतिविधियों के बीच अक्टूबर से बाजार के हालात सुधरते नजर आ रहे हैं. इनमें ऑनलाइन चैनल अहम भूमिका निभा रहे हैं.
पैकेज्ड फूड की बात की जाए या होम अप्लायंसेज और पर्सनल इलेक्ट्रॉनिक्स की, कंज्यूमर गुड्स से जुड़ी सारी कैटेगरी ने पिछले साल की तुलना में 10 से 15 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है.
मिंट ने इस संबंध में रेडसीर मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के आंकड़े साझा किए हैं, जिसके मुताबिक एमेजॉन इंडिया और वॉलमार्ट के स्वामित्व वाली फ्लिपकार्ट सहित अन्य ई-कॉमर्स कंपनियों ने इस साल फेस्टिव सेल (festive sale) के जरिए पहले ही सप्ताह में लगभग 32,000 करोड़ रुपये की ग्रॉस मार्केट वैल्यू ( gross market values – GMV) हासिल की. इसमें अकेले फ्लिपकार्ट समूह का लगभग 64% हिस्सा रहा.
त्योहारी बिक्री के पहले सप्ताह के दौरान ई-कॉमर्स की कुल GMV में Amazon India का हिस्सा 28% था. इस साल कुल GMV पिछले साल की तुलना में 23% अधिक रही. ऑफलाइन मार्केट के खुले रहने के बावजूद ऑनलाइन बाजार में ये वृद्धि दर्ज की गई.
ई-कॉमर्स मार्केट की बिक्री में इजाफा इसलिए नजर आ रहा है क्योंकि खुद नए दुकानदार भी ऑनलाइन खरीदारी में दिलचस्पी ले रहे हैं. फेस्टिव सेल्स में इस बार टियर-2 कस्बों की दिलचस्पी भी दिखाई दी. टियर-2 कस्बों और शहरों में 61 फीसदी से अधिक लोगों की हिस्सेदारी के साथ, पिछले वर्ष की तुलना में ऑनलाइन खरीदारी में 20% की वृद्धि हुई है.
रेडसीर के मुताबिक, इस साल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से खरीदारी करने वाले कुल 6.2 करोड़ लोगों में से करीब चार करोड़ टियर-2 शहरों और उसके बाहर के थे.
कपड़ों और फैशन से जुड़ी कैटेगरी को छोड़ कर मिक्स कैटेगरी की बात करें तो स्मार्टफोन्स ने भी ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म पर खासी बिक्री दर्ज की है. स्मार्ट फोन्स का GMV में योगदान लगभग 46% रहा.
रेडसीर का अनुमान है कि GMV में फैशन कैटेगरी ने कुल 17 प्रतिशत का योगदान दिया है. इस साल ई-कॉमर्स बिक्री के पहले सप्ताह के दौरान, हर घंटे लगभग 68 करोड़ रुपये के मोबाइल बेचे गए. फैशन कैटेगरी और स्मार्टफोन्स के अलावा इस त्योहारी सीजन में होम फर्निशिंग, होम डेकोर जैसी कैटेगरी में कम मांग दर्ज की गई.