कोविड की दूसरी लहर की मार से उभरने के बाद बाजार की रौनक फिर लौटती नजर आ रही है. त्योहारी सीजन में न सिर्फ फैशन, होम फर्निशिंग, ऑटोमोबाइल बल्कि स्मार्टफोन्स की मांग भी तेजी से बढ़ी है. जिसके बाद बाजार विशेषज्ञों का अनुमान है कि इस त्योहरी मौसम में स्मार्टफोन की बिक्री जबरदस्त कारोबार करेगी. एक रिसर्च के मुताबिक इस त्योहारी सीजन में देश में स्मार्टफोन की बिक्री रिकॉर्ड 7.6 अरब डॉलर (करीब 56,858 करोड़ रुपये) तक पहुंचने की उम्मीद है.
त्योहारों के सीजन में स्मार्टफोन की रिटेल एवरेज सेलिंग प्राइज (ASP)भी 14 प्रतिशत तक बढ़कर 230 अमेरिकी डॉलर (करीब 17,200 रुपये) पर पहुंचने की उम्मीद है. मीडियम रेंज से लेकर प्रीमियम रेंज में आने वाले स्मार्टफोन की मांग बढ़ने से बिक्री भी बढ़ने की उम्मीद है.
एक रिपोर्ट के अनुसार काउंटरप्वाइंट के वरिष्ठ विश्लेषक प्रचिर सिंह ने कहा दशहरा से लेकर दिवाली तक स्मार्टफोन्स की डिमांड में तेजी आई है. अधिक मांग के कारण बिक्री बढ़ने की पूरी संभावना है. सिंह ने आगे कहा कि मीडियम और प्रीमियम सेगमेंट में आने वाले मोबाइल्स का कंपनियों ने जोरदार प्रचार किया है. जिसके चलते इस त्योहारी सीजन में स्मार्टफोन की बिक्री लगभग 7.6 अरब डॉलर तक पहुंचने की पूरी उम्मीद है. इस तेजी की उम्मीद तब की जा रही है जब पूरा स्मार्टफोन का कारोबार जरूरी कंपोनेंट्स की कमी से जूझ रहा है. इसका असर बाजार और अलग-अलग बजट सेगमेंट पर पड़ना लाजमी है. क्योंकि OEM (Original equipment manufacturer) भी कीमतों में वृद्धि करने के लिए मजबूर हैं.
काउंटरपॉइंट रिसर्च के निदेशक तरुण पाठक ने कहा कि त्योहारी सीजन में बाजार की तरफ लोगों का रुख काफी पॉजिटिव है. जिसका असर बाजार पर दिख रहा है. अपनी साल भर की बचत को लोग बाजार में अपनी मनपसंद चीजें खरीदने पर खर्च कर रहे हैं. यही सोच स्मार्टफोन की बिक्री को भी बढ़ावा दे रही है. इस उत्सवी सीजन में भी बाजार मूल्य में सालाना आधार पर 1 प्रतिशत का इजाफा होने की उम्मीद है.
इसके अलावा, 2021 के त्योहारी सीजन में उच्च ट्रेड-इन और ऐसी EMI देखी जा रही है जो डिवाइस को ज्यादा एफोर्डेबल बना रही है और उपभोक्ताओं के लिए स्मार्टफोन खरीदने के तरीके को आसान बना रही है.
उन्होंने कहा, “इससे मिड-टू-हाई टियर (200 अमरीकी डालर से अधिक) स्मार्टफोन मॉडल की बिक्री बढ़ाने में मदद मिली है. कई कंपनियों ने बाजार और कंज्यूमर के इस बिहेवियर को ऑब्जर्व किया. जिसके बाद प्रीमियम रेंज के मॉडल्स पर प्रभावी ऑफर्स लागू किए. इसका असर सीधा प्रीमियम रेंज के स्मार्टफोन की बिक्री पर पड़ा. जिसमें तेजी से इजाफा हुआ. इसी कारण बाजार को हुए नुकसान की भी भरपाई हो सकी.