Crypto Exchange: CoinDCX के CEO और को-फाउंडर सुमित गुप्ता ने कहा, हम RBI के स्पीडी रिस्पॉन्स (त्वरित प्रतिक्रिया) की सराहना करते हैं और अपने बैंकिंग पार्टनर्स के साथ काम जारी रखेंगे.
पिछले महीने बिटकॉइन, एथेरियम और मेजर क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में गिरावट के कारण क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंजों (Crypto Exchange) का ट्रेड वॉल्यूम गिर गया है.
Money9 के साथ एक इंटरव्यू में, CoinDCX के CEO और को-फाउंडर, सुमित गुप्ता ने देश और दुनिया में क्रिप्टोकरेंसी के फ्यूचर के बारे में बात की.
Q. क्या क्रिप्टोकरेंसी की कीमतों में तेज करेक्शन देखने के बाद लोग सतर्क हो गए हैं?
गुप्ता: महामारी की शुरुआत के बाद से कीमतों में आश्चर्यजनक तेजी के बाद, हम मानते हैं कि मेजर क्रिप्टो एसेट वर्तमान में कंसोलिडेशन फेज से गुजर रहे है जो लॉन्ग टर्म के नजरिए से सही है.
जाहिर है, बढ़ी हुई वोलैटिलिटी और चीन से आने वाली कुछ खबरों की वजह से शॉर्ट टर्म इन्वेस्टर थोड़ा सतर्क हो गए हैं. हालांकि, BTH और ETH में लॉन्ग टर्म पोजीशन बनी हुई हैं, ये संकेत है कि मंदी का दौर जल्दी ही खत्म हो जाएगा.
Q. सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर RBI के हालिया स्पष्टीकरण के बाद क्या बैंकों ने एक्सचेंजों के साथ कारोबार करना शुरू कर दिया है?
गुप्ता: मीडिया रिपोर्टों के बाद कुछ भारतीय बैंक अपने ग्राहकों को क्रिप्टो एसेट में लेनदेन नहीं करने के लिए कह रहे थे, आरबीआई ने बैंकों को इस तरह न करने के लिए चेताया है.
सूट के बाद, बैंकों ने इन विवादास्पद मेमो को रद्द कर दिया और क्रिप्टो एसेट में या उसके साथ ट्रांजेक्शन करने वाले ग्राहकों के लिए बैंकिंग सेवाओं को बहाल कर दिया.
हम RBI की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना करते हैं और अपने सभी कस्टमर्स को अच्छा अनुभव प्रदान करने के लिए अपने बैंकिंग पार्टनर्स के साथ के काम करना जारी रखेंगे.
Q. CoinDCX पर ट्रेडिंग के लिए कौन से पेमेंट ऑप्शन हैं?
गुप्ता: CoinDCX में, हम अपने ग्राहकों के लिए क्रिप्टो ट्रेडिंग और निवेश को आसान बनाने के लिए कई तरह के पेमेंट ऑप्शन देते हैं.
ग्राहक डिपॉजिट के लिए बैंक ट्रांसफर, यूपीआई, या मोबिक्विक जैसे पेमेंट ऐप का इस्तेमाल करके के लिए स्वतंत्र हैं. इसके अलावा, मनी ट्रांसफर के ये सभी तरीके 24×7 उपलब्ध हैं.
Q. CoinDCX पर सबसे अधिक कारोबार वाली क्रिप्टो करेंसी कौन सी हैं? इसका वॉल्यूम और परसेंटेज टर्म कितना है?
गुप्ता: मार्च 20 के बाद से, हमने मंथली ट्रेडिंग वॉल्यूम में लगभग 3X की बढ़त देखी है और वर्तमान में ट्रांजैक्शन वैल्यू औसतन 500 करोड़ है.
हमारे ट्रेडिंग प्लेटफॉर्म पर मैक्सिमम ट्रांजेक्शन वॉल्यूम पॉप्युलर क्रिप्टो-एसेट जैसे BTC और ETH द्वारा किया जाता है. यह काफी हद तक निवेशकों के बीच जागरूकता और इन क्रिप्टो एसेट्स की लोकप्रियता की वजह से है.
BTC और ETH संयुक्त रूप से सभी क्रिप्टो एसेट्स के टोटल मार्केट कैपिटलाइजेशन (कुल बाजार-पूंजीकरण) में लगभग 60% का योगदान करती हैं और यही ट्रैंड, ट्रेडिंग वॉल्यूम में भी दिखाई देता है.
हम अन्य क्रिप्टो-एसेट जैसे मेम (Meme) कॉइन से एडिशनल ट्रेडिंग वॉल्यूम देखते हैं और उनका योगदान क्रिप्टो इन्वेस्टर कम्युनिटी को प्रभावित करने वाले फैक्टर के आधार पर अलग होता है.
Q. बिटकॉइन फिर से ऑल-टाइम हाई कब बनाएगा?
गुप्ता: बिटकॉइन (BTC) और ईथर (ETH ) जैसे क्रिप्टो-एसेट आमतौर पर नया टॉप बनाने से पहले हर बार~ 50% तक करेक्ट हुई हैं.
करंट फेज में समान पैटर्न देखते हुए, ज्यादातर क्रिप्टो एसेट की कीमतों में सुधार अब स्थिर हो गया है, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वो अब मीडियम टर्म में कैसे रिएक्ट करती हैं.
BTC के लिए लॉन्ग टर्म का नजरिया अभी भी काफी सकारात्मक बना हुआ है और लंबी अवधि के निवेशकों को इससे अच्छा फायदा होना लगभग तय है.
Q. क्या CoinDCX पीयर-टू-पीयर ट्रेडिंग की पेशकश करता है? क्या कोई चुनौतियां हैं?
गुप्ता: CoinDCX क्रिप्टो-टू-क्रिप्टो (c2c) और फिएट-टू-क्रिप्टो (f2c) ट्रेडिंग के लिए भारत का अब तक का सबसे सुरक्षित क्रिप्टोक्यूरेंसी एक्सचेंज है.
हम मजबूत AML और CFL प्रोसेस के सौजन्य से हमारे ग्राहकों के लिए सुरक्षित ट्रांजेक्शन सुनिश्चित करते हैं. हमारे एक्सचेंज पर पर्याप्त लिक्विडिटी के चलते के, हम लगातार शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म निवेश जरुरतों को आसानी से पूरा कर पा रहे हैं.
हम एक सेफ्टी नेट के तौर पर केंद्रीकृत (सेंट्रलाइज्ड) एक्सचेंज के रूप में काम करना जारी रखेंगे. वर्तमान में हम अपने प्लेटफॉर्म पर P2पP ट्रेडिंग ऑफर नहीं कर रहे हैं.
Q. क्या क्रिप्टो किसी के पोर्टफोलियो में गोल्ड की जगह ले सकता है?
गुप्ता: बिटकॉइन (BTC) का सभी क्रिप्टोकरेंसी में सबसे बड़ा मार्केट कैपिटलाइजेशन है और अनुमान है कि लंबे समय तक इस स्थिति को बनाए रखना जारी रखेगा.
इसके अलावा, क्योंकि BTC की सप्लाई लिमिटेड है, यह सुनिश्चित करता है कि BTC महंगाई के खिलाफ बचाव के रूप में काम करेगा और आने वाले सालों में अपनी कीमत में इजाफा करता रहेगा. BTC को कई इंडस्ट्री के लीडर्स ‘डिजिटल सोना’ मानते हैं.
हमारा मानना है कि कम से कम मध्यम अवधि के लिए, निवेशक महंगाई को मात देने के लिए BTC में निवेश करके अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई कर सकते हैं.