कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से देश का टूरिज्म (tourism) सेक्टर अब तक की सबसे बड़ी मंदी में आ चुका है. इतिहास में दर्ज हुई यह मंदी इतनी जबरदस्त है कि महज साल भर में ही कोरोना दो करोड़ से भी ज्यादा रोजगार खा गया. दूसरे सेक्टर की तुलना में यह काफी बड़ा नुकसान हुआ है. हालात ऐसे हैं कि जनवरी से सिंतबर 2020 तक टूरिज्म (tourism) सेक्टर ने भारी नुकसान झेला और फिर अक्टूबर-नवंबर 2020 से थोड़ी राहत मिलना शुरू हुई लेकिन इस साल होली के बाद यानी मार्च से दूसरी लहर बढ़ने के कारण टूरिस्ट (tourism) फिर से बंद हो गया.
फिलहाल स्थिति ऐसी हो चुकी है कि कोविड-19 के चलते पिछले डेढ़ साल से टूरिज्म (tourism) सेक्टर बुरी तरह से प्रभावित है. टूरिस्ट्स का आवागमन शुरू हुआ है लेकिन कोविड सतर्कता नियमों का पालन न होने से सख्ती भी बढ़ रही है. साथ ही टूरिस्ट (tourism) की आजादी भी छीन रही है.
यह पूरा आकलन केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की उस रिसर्च में पता चला है जिसमें कोविड-19 से पड़े असर को जानने के लिए राज्यवार समीक्षा की गई थी. इस रिसर्च के मुताबिक टूरिज्म (tourism) डायरेक्ट ग्रॉस वैल्यू में पिछले साल 42.8, 15.5 और 1.1% की गिरावट दर्ज की गई है जोकि पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में देखने को मिली थी. इसके बाद चौथी और अंतिम तिमाही में थोड़ी स्थिति सुधरी थी लेकिन साल 2021 की पहली तिमाही में ही इसका असर दिखाई देना लगा और वापस इसमें गिरावट दर्ज की गई.
अगर इस वैल्यू की साल 2019 से तुलना की जाए तो पहली, दूसरी और तीसरी तिमाही में क्रमशः 93.3, 79.5 और 64.3 फीसदी है जोकि अन्य बड़े सेक्टर की तुलना में सबसे अधिक नुकसान है. नेशनल काउंसिल ऑफ एप्लाइड इकोनॉमिक रिसर्च के इस अध्ययन में साफ तौर पर कहा है कि लॉकडाउन के बाद टूरिज्म सेक्टर में बड़ी संख्या में नौकरियां चली गईं. साल 2020 की पहली तिमाही के दौरान 1.45 करोड़, दूसरी तिमाही में 52 लाख और तीसरी तिमाही में 18 लाख नौकरियां गईं हैं.
हाल ही में टूरिज्म (tourism) सेक्टर में आई इस मंदी को लेकर केंद्रीय पर्यटन मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा में भी जानकारी दी. यहां उन्होंने कहा कि मंत्रालय राज्यवार टूरिज्म (tourism) रेवेन्यू की जानकारी नहीं रखता है, इसलिए कोविड में रेवेन्यू लॉस की तथ्यात्मक जानकारी उपलब्ध नहीं है. उन्होंने सरकार के उन 28 फैसलों को गिनाया जिनके आधार पर टूरिज्म (tourism) सेक्टर को मंदी से बाहर निकालने का दावा किया जा रहा है.